अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य शिखर पर जिस धर्मध्वजा को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को फहराया, वह कानपुर के ऑर्डिनेंस पैराशूट फैक्ट्री में तैयार की गई है। ऑर्डिनेंस पैराशूट (OPF) फैक्ट्री ने इसे विश्वस्तरीय पैराशूट के कपड़े से बनाया है। यह ध्वज इस तरह के कपड़े से तैयार किया गया है कि धूप, बारिश, हवा और आंधी में भी यह खराब नहीं होगा। इसे उच्च कोटि के नायलॉन पैराशूट कपड़े से तैयार किया गया है। इस ध्वज में डिजाइन भी OPF की टीम ने उकेरी है। रक्षा मंत्रालय की ओर से OPF को यह जिम्मेदारी दी गई थी। ये जानकारी OPF ने मंगलवार रात प्रेसनोट जारी कर दी। ध्वज पर बनी डिजाइन भी पैराशूट फैक्ट्री में बनी श्री राम मंदिर अयोध्या में फहराया गया धर्मध्वज 22 फीट लंबा और 11 फीट ऊंचा है। इस ध्वजा पर कोविदार वृक्ष और सूर्य के अंदर ओम का प्रतीक चिन्ह अंकित है। पैराशूट बनाने में इस्तेमाल किया जाने वाला उच्च कोटि के नॉयलॉन से ध्वज तैयार किया गया है। इस वजह से यह बेहद हल्का होने के साथ ही मजबूत भी है। इसके साथ ही सर्दी, गर्मी, बारिश और तेज हवा व वातावरण का इसपर कोई प्रतिकूल प्रभाव नहीं पड़ेगा। कम वजन (2 किलो 500 ग्राम) होने के चलते ही इतना बड़ा ध्वज मंदिर के शिखर पर लहराता रहेगा। इसके साथ ही इसे लगाने में भी कोई परेशानी नहीं हुई। ऑर्डिनेंस फैक्ट्री अधिकारियों के मुताबिक राम मंदिर ट्रस्ट से जुड़े पदाधिकारियों ने सरकार से उपयुक्त ध्वजा की मांग की थी। इसके बाद रक्षा मंत्रालय की डीपीएसयू ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड (जीआईएल) की उत्पादन इकाई कानपुर स्थित ओपीएफ के विशेषज्ञों की टीम ने इसे तैयार किया है। 18 नवंबर को फैक्ट्री के अधिकारियों ने राममंदिर ट्रस्ट को अयोध्या जाकर धर्मध्वजा सौंपा था। अधिकारियों ने कहा कि इसके साथ ही जब-जब इस ध्वजा को बनाने की मांग आएगी, जरूरत के हिसाब से बनाकर उसे अयोध्या भेजा जाएगा। बनाने के पहले इसका ट्रायल किया गया था, जिसके सफल परीक्षण के बाद धर्मध्वजा को बनाया गया है। देश में पैराशूट बनाने वाला इकलौता रक्षा प्रतिष्ठान
ऑर्डिनेंस पैराशूट फैक्ट्री एशिया में इकलौती रक्षा क्षेत्र के लिए पैराशूट बनाने वाली भारत सरकार रक्षा मंत्रालय की फैक्ट्री है। यहां फाइटर जेट के ब्रेक पैराशूट, पायलट पैराशूट, सप्लाई ड्रॉपिंग पैराशूट समेत अन्य सभी प्रकार के पैराशूट तैयार होते हैं। इसके साथ ही बॉर्डर व दुर्गम क्षेत्रों में लगाए जाने भारत के झंडे को भी पैराशूट में ही तैयार किया जाता है। जीएम बोले- धर्मध्वज बनाना हम लोगों का सौभाग्य और उपलब्धि ग्लाइडर्स इंडिया लिमिटेड के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक एमसी बाला सुब्रमणियम ने कहा है कि श्रीराम मंदिर के मुख्य शिखर और पूरक मंदिरों के लिए धर्म ध्वजा बनाने के लिए कहा गया तो मन में काफी प्रसन्नता हुई। आयुध अफसरों और कर्मचारियों ने धर्म ध्वजा बनाकर एक बार फिर अपनी कार्य दक्षता दिखाई है जिसका प्रत्यक्ष प्रमाण प्रभु श्रीराम के मंदिर के मुख्य शिखर पर फहरा रहा कानपुर का बना धर्म ध्वज है। ये जीआइएल के लिए बड़ी उपलब्धि है। राष्ट्र रक्षा समं यज्ञो के सूत्रवाक्य पर प्रतिष्ठित यह संगठन राष्ट्र के लिए हमेशा समर्पित है। कर्मचारी संगठनों में भी खुशी की लहर भारतीय प्रतिरक्षा मजदूर संघ के राष्ट्रीय संयुक्त मंत्री योगेन्द्र सिंह चौहान ने कहा कि भगवान श्रीराम की जन्मभूमि आज एक बार फिर भक्ति और उत्साह से सराबोर हो उठी जब नव-निर्मित श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के शिखर पर पवित्र ध्वजा का वंदन किया गया। यह क्षण केवल एक धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि करोड़ों श्रद्धालुओं की भावनाओं का उत्कर्ष था, जिसका साक्षी पूरा देश बना। यह पवित्र ध्वजा आयुध पैराशूट निर्माणी, कानपुर में आयुध कर्मियों द्वारा बनाई गई है। इतने पवित्र कार्य के लिए आयुध कर्मियों का चुना जाना यह किसी परम् सौभाग्य से कम नहीं हैं। इससे देश भर के सभी आयुध कर्मचारी अभिभूत है, आनंदित है।
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