करनाल जिला के इंद्री थाना क्षेत्र में धान के बड़े कारोबार से जुड़ी धोखाधड़ी का मामला सामने आया है। उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले के थोक अनाज व्यापारी और कमीशन एजेंट ने हरियाणा के करनाल जिले की गढ़ी साधान स्थित राइस मिल और उससे जुड़े लोगों पर करोड़ों के करीब धान की खरीद कर भुगतान न करने, फर्जी दस्तावेज तैयार कर धान बेचने और जान से मारने की धमकी देने के गंभीर आरोप लगाए हैं। पुलिस ने शिकायत के आधार पर मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। मैनपुरी का व्यापारी, सिरसागंज की फर्म भी आई साथ यूपी के मैनपुरी के गांव नंगला दौलत निवासी अनुरुद्ध कुमार ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उनकी नवीन मंडी मैनपुरी में कायम सिंह यादव एंड संस के नाम से थोक व्यापारी व कमीशन एजेंट की दुकान है। वह किसानों से अनाज खरीदकर आगे सरकार और राइस मिलरों को बेचते हैं। इसी कारोबार के सिलसिले में उनकी बातचीत गढ़ी साधान थाना इंद्री, जिला करनाल स्थित मैसर्स श्री शिवाय एग्रो फूड्स के मालिक विपिन से हुई। इसके बाद राधा ट्रैडर्स नवीन मंडी सिरसागंज जिला फिरोजाबाद उत्तर प्रदेश के मालिक गांव नंगला मीर निवासी अवधेश कुमार भी उनके साथ इस सौदे में शामिल हुए। गढ़ी साधान में हुई धान खरीद की बातचीत अनुरुद्ध कुमार के अनुसार, गांव गढ़ी साधान में विपिन गर्ग, राजीव जैन, जमील अहमद, आरिफ मोहम्मद, मोनू, मुनीम राजबीर, सुनील गोयल निवासी मकान नंबर 220, सेक्टर 16 करनाल और उनके अन्य साथियों से धान खरीद को लेकर बातचीत हुई। इसके बाद 6 अक्टूबर से धान की खरीद शुरू कर दी गई। अलग-अलग तारीखों में हजारों क्विंटल धान की सप्लाई शिकायतकर्ता के अनुसार 7 अक्टूबर को 1034.10 क्विंटल धान जिसकी कीमत 26,28,426 रुपए थी, गाड़ियों में लोड कर भेजा गया। 8 अक्टूबर को 333.50 क्विंटल धान जिसकी कीमत 8,11,173 रुपए थी, गढ़ी साधान राइस मिल पर पहुंचाई गई। 9 अक्टूबर को 614.80 क्विंटल धान जिसकी कीमत 16,13,544 रुपए थी, अलग-अलग गाड़ियों में भेजी गई। धान की सप्लाई के बाद भुगतान को लेकर पूछने पर राजीव जैन ने आश्वासन दिया कि विपिन से बात कर पैसे दिलवाए जाएंगे। आंशिक भुगतान, फिर भी बढ़ता गया बकाया 10 अक्टूबर को श्री शिवाय राइस मिल के खाते से 20 लाख रुपए प्राप्त हुए, जबकि तब तक 50,53,143 रुपए का धान जा चुका था। इसके बाद भी 30,53,143 रुपए बकाया रह गए। उसी दिन 690.20 क्विंटल धान जिसकी कीमत 18,77,589 रुपए थी, फिर भेज दी गई। 12 अक्टूबर को 536.50 क्विंटल धान 14,65,209 रुपए की सप्लाई की गई। इसके बाद बकाया 53,95,941 रुपए हो गया। नकद और खाते में भुगतान के बाद भी बकाया रहा भारी रकम 13 अक्टूबर को आरोपियों की फर्म से 10 लाख रुपए प्राप्त हुए। उसी दिन 666.60 क्विंटल धान जिसकी कीमत 18,16,827 रुपए थी, राइस मिल में पहुंचाई गई। 14 अक्टूबर को 10 लाख रुपए फिर खाते में डाले गए। इसके अलावा बार-बार मांग करने पर विपिन ने राजीव जैन के कहने पर इंद्री में 10 लाख रुपए नकद भी दिए। इसके बावजूद 15 अक्टूबर को 621.70 क्विंटल धान 17,35,424 रुपए की और 16 अक्टूबर को 296.60 क्विंटल धान 8,44,628 रुपए की सप्लाई कर दी गई। इस स्तर तक आरोपियों के पास कुल 77,87,820 रुपए बकाया हो चुके थे। 29 अक्टूबर को 5 लाख रुपए और 25 नवंबर को 5 लाख रुपए खाते में ट्रांसफर किए गए, लेकिन इसके बाद भी बड़ी रकम बकाया रही। राधा ट्रैडर्स के साथ भी हुआ यही खेल अनुरूध कुमार ने बताया कि राधा ट्रैडर्स सिरसागंज की फर्म से भी आरोपियों ने मिलीभगत कर धान खरीदा। 16 अक्टूबर को 291.78 क्विंटल धान 8,23,969 रुपए का, 17 अक्टूबर को 292.46 क्विंटल धान 8,25,889 रुपए का और उसी दिन 295.08 क्विंटल धान 8,33,288 रुपए का गढ़ी साधान राइस मिल लाया गया। इस फर्म का कुल 24,88,146 रुपए का धान दिया गया, जिसके बदले 17 नवंबर को 4 लाख रुपए नकद और 21 नवंबर को 3 लाख रुपए खाते में जमा हुए। इसके बावजूद 17,88,156 रुपए बकाया रह गए। फर्जी बिल और बिना गेट पास धान बेचने का आरोप जब शिकायतकर्ता भुगतान मांगने गढ़ी साधन राइस मिल पहुंचे तो विपिन और राजीव जैन ने टालमटोल की। इस दौरान पता चला कि जो धान आया था, उसका चावल कहां गया। आरोप है कि विपिन गर्ग और राजीव जैन ने अपने साथियों के साथ मिलकर अनाज मंडी तरावड़ी में अशोक कुमार मेघराज आढ़ती के साथ मिलीभगत कर जाली कागजात और फर्जी बिल तैयार किए। आरोप है कि बिना गेट पास और बिना किसी पोर्टल के धान बेच दिया गया। जान से मारने की धमकी का भी आरोप शिकायत में यह भी कहा गया है कि जब भी वह या उसका परिवार पैसे मांगने जाता है तो आरोपियों द्वारा जान से मरवाने की धमकी दी जाती है। इससे परिवार में डर का माहौल है। पुलिस ने दर्ज किया मामला, जांच एसआई राजाराम को सौंपी इस शिकायत पर पुलिस अधीक्षक करनाल कार्यालय से शिकायत थाना इंद्री में पहुंची हुआ। जांच रिपोर्ट के आधार पर थाना इंद्री में मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की जांच एसआई राजाराम को सौंपी गई है। पुलिस का कहना है कि पूरे लेनदेन, दस्तावेजों और धान की सप्लाई से जुड़े सभी बिंदुओं की जांच की जा रही है। पुलिस ने भरोसा दिलाया है कि मामले में जो भी तथ्य सामने आएंगे, उसके आधार पर आगे की कार्रवाई की जाएगी।
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