गोंडा देवीपाटन मंडल के कमिश्नर शशि भूषण लाल सुशील ने मतदाता सूची की SIR (स्पेशल समरी रिवीजन) प्रक्रिया में लापरवाही पर कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने मंडल के चारों जिलों के अधिकारियों को फटकार लगाते हुए 74 बूथों की जांच के आदेश दिए हैं। इस जांच के लिए 18 अधिकारियों को नियुक्त किया गया है। जांच के दायरे में गोंडा सदर विधानसभा के 22 बूथ, बलरामपुर विधानसभा के 16 बूथ, उतरौला विधानसभा के 16 बूथ और बहराइच विधानसभा के 20 बूथ शामिल हैं। इन 18 अधिकारियों को मौके पर जाकर प्रत्येक मतदाता के घर का स्थलीय निरीक्षण कर 19 दिसंबर तक रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया है। कमिश्नर सुशील ने मैपिंग में किसी भी प्रकार की लापरवाही न बरतने के सख्त निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि इन बूथों पर बड़ी संख्या में मतदाता मृतक, शिफ्टेड या गैरहाजिर श्रेणी में पाए गए हैं। ये ऐसे मतदाता हैं जो पूरी प्रक्रिया के बाद लोकसभा और विधानसभा की सूची से बाहर हो सकते हैं। इसलिए इन बूथों का भौतिक सत्यापन कराया जा रहा है। मंडलायुक्त ने अपर आयुक्त प्रशासन, उपनिदेशक पंचायत, संयुक्त निदेशक कृषि, संभागीय परिवहन अधिकारी (प्रवर्तन), सहायक आयुक्त औषधि और खाद्य जैसे वरिष्ठ अधिकारियों को गोंडा सदर विधानसभा के बूथों की जांच की जिम्मेदारी सौंपी है। ये अधिकारी मंडलीय अधिकारी, प्रधान और बीएलओ के साथ मिलकर पूरे मामले की जांच करेंगे। संयुक्त गन्ना आयुक्त, संभागीय खाद्य एवं विपणन अधिकारी, उपनिदेशक दिव्यांग एवं सशक्तिकरण व उपायुक्त आबकारी को बहराइच सदर और उप महानिरीक्षक स्टांप, अपर निदेशक पशुपालन, अधीक्षण अभियंता नलकूप मंडल व उपश्रमायुक्त को उतरौला विधानसभा के बूथों की जांच के निर्देश दिए गए हैं। अधीक्षण अभियंता जलनिगम, आरईडी, उपनिदेशक पिछड़ा वर्ग कल्याण और समाज कल्याण को बलरामपुर सदर विधानसभा की जिम्मेदारी दी गई है।
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