वाराणसी के रहने वाले कफ सिरप कांड के वांटेड शुभम जायसवाल पर वाराणसी पुलिस ने इनाम की राशि बढ़ा दी है। पुलिस ने शुभम पर 25 हजार का इनाम बढाकर 50 हजार कर दिया है। साथ ही शुभम के विदेश भागने की सूचना के बीच वाराणसी पुलिस रेड कार्नर नोटिस को लेकर कवायद शुरू कर चुकी है। पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने इस संबंध में जानकारी दी और बताया कि हमारी और प्रदेश की कई टीमें इस कांड से जुड़े लोगों को लगातार गिरफ्तार कर रही है। अभी तक कुल 50 गिरफ्तारियां हो चुकी हैं। जिसमें शुभम का पिता भी शामिल है। 50 हजार का इनामिया हुआ शुभम जायसवाल
पुलिस कमिश्नर मोहित अग्रवाल ने बताया – कोडीन युक्त कफ सिरप कांड का मास्टरमाइंड और मेन सरगना शुभम जायसवाल लगातार फरार चल रहा है। ऐसे में वाराणसी पुलिस ने उसपर 25 हजार का इनाम रखा था। लेकिन एक महीने में भी वह कोर्ट में हाजिर नहीं हुआ और न ही पकड़ा गया। ऐसे में उसके ऊपर इनाम बढ़ाकर 50000 कर दिया गया है। जारी हुई लुक आउट नोटिस
मोहित अग्रवाल ने बताया – शुभम पर इनाम के साथ ही साथ लुकआउट नोटिस जारी की गई है। इसके कई साथियों के साथ इसके पिता को भी जेल भेजा जा चुका है। इसकी मोड्स अपरेंडी और किस तरह से तस्करी करता था। इसपर हमारी SIT लगातार काम कर रही है और जल्द ही हम इसकी रिपोर्ट कोर्ट में पेश करेंगे। रेड कार्नर नोटिस जारी करने का प्रोसेस जारी
शुभम के बाहर होने की सूचना के बीच रेड कार्नर नोटिस जारी करने की मांग तेज हो गई है। ऐसे में मोहित अग्रवाल ने कहा – हम इसकी भी कवायद कर रहे हैं। यदि शुभम जायसवाल अभी भी बाहर है तो हम उसे विदेश से यहां लाएंगे। इस पूरे कांड में जो लोग लिप्त हैं सभी को जेल भेजा जाएगा। जानिए अभी तक इस केस में क्या-क्या हुआ है… वाराणसी में पुलिस ने कोडीनयुक्त कफ सिरप के सरगना और शैली ट्रेडर्स के कर्ताधर्ता शुभम जायसवाल पर पुलिस ने 25 हजार का इनाम घोषित किया है। उसके पार्टनर रोहनिया निवासी महेश सिंह भी अब 50 हजार का इनामी बन गया है। उसके खिलाफ धोखाधड़ी और नारकोटिक्स एक्ट के तहत दर्ज केस में तलाश जारी है। मगलवार को भी शुभम जायसवाल की गिरफ्तारी के लिए टीमें लगी रहीं। आदमपुर के प्रहलाद घाट के कायस्थ टोला निवासी आरोपी शुभम जायसवाल की गिरफ्तारी को लेकर कमिश्नरेट की एसआईटी, यूपी एसटीएफ और एंटी नारकोटिक्स की टीम ने जगह-जगह दबिश दी। वाराणसी समेत पूर्वांचल में दर्ज हैं केस वाराणसी कमिश्नरेट, सोनभद्र, जौनपुर, चंदौली के अलावा गाजियाबाद में शुभम के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज है। शुभम को दुबई, कोलकाता, दिल्ली, उत्तराखंड में ठिकाना बनाए जाने की चर्चाएं हैं। झारखंड रांची की शैली ट्रेडर्स के प्रोपराइटर भोला प्रसाद और शुभम जायसवाल समेत 38 फर्मों के खिलाफ कोतवाली थाने में एनडीपीएस, धोखाधड़ी समेत अन्य आरोपों में प्राथमिकी दर्ज है। वहीं, रोहनिया भाना क्षेत्र के भदवर स्थित जिम के नीचे गोदाम से बीते 19 नवंबर को बरामद कफ सिरप मामले में मालिक महेश सिंह पर भी 25 हजार का इनाम घोषित किया गया है। शुभम के पार्टनर जौनपुर निवासी अमित सिंह टाटा और आलोक प्रताप सिंह को एसटीएफ पूर्व में गिरफ्तार कर चुकी है। वाराणसी कमिश्नरेट में कफ सिरप मामले में अब तक छह आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका है। 9 दिसंबर को बरामद हुई थी 30 हजार कफ सीरप, गोदाम में पेटियां छिपाई थीं वाराणसी समेत पूर्वांचल में फैले कफ सीरप सिंडीकेट पर एक्शन में जुटी एसआईटी ने 9 दिसंबर को कफ सीरप माफिया शुभम जायसवाल के करीबी और बिजनेस पार्टनर मनोज कुमार के गोदाम पर छापा मारकर। लाखों रुपये की कफ सीरप बरामद की थी। गांव में बंद पड़े गोदाम के अंदर इन सीरप के गत्तों को पुराने परिसर में छिपाकर और ढक कर रखा गया था। FSDA ने क्या किया? FSDA ने मैन्युफैक्चरिंग और डिस्ट्रीब्यूशन लेवल पर सख्ती बरती। शेल फर्म्स को निशाना बनाया, जो कोडीन सिरप को ‘मेडिकल सप्लाई’ के नाम पर नशे के बाजार में पहुंचा रही थीं। ये नेटवर्क पूर्वी यूपी के वाराणसी, जौनपुर, चंदौली, गाजीपुर, आजमगढ़, भदोही, मिर्जापुर और सोनभद्र जैसे जिले में सक्रिय था। अकेले वाराणसी में 26 फर्म्स के खिलाफ 15 नवंबर को FIR दर्ज की गई। इसके बाद 12 और फर्म्स पर केस दर्ज किया गया। जौनपुर में दिल्ली बेस्ड वन्या ट्रेडर्स और 3 लोकल फर्म्स पर 2.6 करोड़ के अनियमित ट्रांजैक्शन के लिए कार्रवाई की गई। यहां कुल 18 फर्म्स पर केस दर्ज किया गया। बाकी जिलों में मिलाकर करीब 128 केस अब तक दर्ज हो चुके हैं। FSDA लगातार ड्रग्स सप्लायर्स को नोटिस दे रहा और लाइसेंस निरस्त कर रहा है। ED ने क्या कदम उठाए? ED ने नवंबर, 2025 के अंत में प्रिवेंशन ऑफ मनी लान्ड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज किया। क्योंकि, रैकेट का आर्थिक पहलू 500 करोड़ से ऊपर का बताया जा रहा है। ED का फोकस हवाला, शेल कंपनियों के जरिए मनी लान्ड्रिंग और भ्रष्टाचार पर है। ED यूपी के अलावा मध्य प्रदेश, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड, हरियाणा और झारखंड तक की जांच कर रही है। अकेले वाराणसी में 15 सदस्यीय ED टीम सक्रिय है। एसआईटी ने सूजाबाद के इस गोदाम से आजाद जायसवाल की एक गाड़ी बरामद की, कैंपस को सील कर वाहन कब्जे में ले लिया। अधिकारियों के अनुसार, यह कनेक्शन अब सीधे तौर पर शुभम जायसवाल से जुड़ा है, जिससे रैकेट के मुख्य सरगनाओं पर शिकंजा कसने की संभावना है। वाहन की बरामदगी दोनों मामले आपस में जुड़े होने की पुष्टि है।
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