कन्नौज में 19 साल के B.sc छात्र की प्रोटीन शेक पीने के बाद मौत हो गई। 16 दिन पहले उसने जिम ज्वाइन किया था। उसने वहां से मिला प्रोटीन पाउडर पीया। कुछ देर बाद ही उसे पेट में तेज दर्द और उल्टी होने लगी। मुंह में सूजन आ गई। परिजन उसे अस्पताल लेकर गए। डॉक्टर ने गंभीर हालत देख कानपुर रेफर कर दिया। कानपुर में 14 दिन के इलाज के बाद शुक्रवार सुबह युवक की मौत हो गई। माता-पिता को जब इसका पता चला, तो वह बेहोश हो गए। आक्रोशित परिजनों ने तालग्राम थाने में शव रख प्रदर्शन शुरू कर दिया। जिम संचालक पर कार्रवाई की मांग की। पुलिस ने जिम संचालक पर FIR दर्ज कर जिम सील कर दिया। इसके बाद मामला शांत हुआ। मामला तालग्राम थाना क्षेत्र के कलकत्ता पुरवा गांव की है। युवक ने 11 दिसंबर को प्रोटीन शेक पीया था। अब पढ़िए पूरा मामला… कलकत्ता पुरवा गांव में संतोष कुमार का घर है। संतोष कुमार के पास ढाई बीघा जमीन है। जिसमें खेती किसानी करते हैं। घर में पत्नी दो बेटे, विकास (19), श्याम (17), और दो बेटियां प्रीति (15), प्रिया (12) रहती थीं। बड़ा बेटा विकास (19) B.sc कर रहा था। छोटा बेटा श्याम इंटर और बेटियां भी पढ़ाई कर रहीं हैं। बिना बताए ज्वाइन की थी जिम
विकास घर से 5 किलोमीटर दूर तालग्राम कस्बे में दोस्तों के साथ कोचिंग पढ़ने जाता था। तालग्राम कस्बे में ही मैक्सपॉवर के नाम से एक जिम है। जिसे अयूबपुर निवासी भूपेश श्रीवास्तव चलाते हैं। 16 दिन पहले विकास ने बिना घरवालों को बताए जिम ज्वाइन कर ली। जिम संचालक ने विकास को एक्सरसाइज के साथ बॉडी बनाने के लिए एक प्रोटीन शेक पीने को दिया। विकास ने जब दूसरे दिन इसे पिया तो उसकी हालत बिगड़ गई। उसे उल्टी, पेट दर्द और चेहरे पर सूजन आ गई। परिवार के लोग उसे अस्पताल लेकर गए। गंभीर हालत में उसे कानपुर रेफर किया गया। वहां 14 दिन तक इलाज के बाद उसने दम तोड़ दिया। आक्रोशित परिजन और ग्रामीणों ने शव रखकर तालग्राम थाने का घेराव कर दिया। सूचना पर पहुंची पुलिस ने जिम संचालक भूपेश श्रीवास्तव पर FIR दर्ज कर जिम को सील कर दिया है। इसके बाद परिजन अंतिम संस्कार के लिए तैयार हुए। कोचिंग के बहाने जिम जाता था भाई
विकास के चचेरे भाई सत्यप्रकाश ने बताया कि 14 दिन पहले अचानक विकास की तबीयत बिगड़ गई। हम उसे पहले तिर्वा नगर के एक निजी अस्पताल ले गए। वहां उसे आराम नहीं मिला। इसके बाद हमने उससे पूछा क्या खाया? तो उसने बताया कि प्रोटीन शेक पिया था। इसके बाद हम उसे लेकर कानपुर के पृथ्वी अस्पताल ले गए। जहां उसे भर्ती कराया गया। वहां 14 दिन तक उसका इलाज चला। लेकिन उसकी मौत हो गई। जिम संचालक के खिलाफ पुलिस से पहले शिकायत की गई थी। लेकिन कार्रवाई करने की बजाय थाना इंचार्ज ने कहा इलाज में खर्च होने वाले पैसे दिला देंगे। इसके बाद न ही उसने इलाज कराया और न ही पुलिस ने कोई रिपोर्ट दर्ज की। जिसको लेकर डीएम और एसपी से भी शिकायत की थी, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। मौत होने के बाद पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज की है और जिम को भी सीज कर दिया। फेफड़े में चला गया था पाउडर
विकास के भाई सत्यप्रकाश ने बताया कि पृथ्वी अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि पाउडर पीने से उसे उल्टी, पेट में दर्द और चेहरे पर सूजन की शिकायत हुई थी। उल्टी करने की वजह से पाउडर फेफड़े में चला गया था। ब्लड सर्कुलेशन भी सही से नहीं हो रहा था। इसलिए युवक की मौत हो गई। थाना इंचार्ज ध्यानेंद्र प्रताप सिंह का कहना है कि शिकायत मिलने पर जिम संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई है। जिम को सील किया गया है। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट के आधार पर कार्रवाई को आगे बढ़ाया जाएगा। ————————————— ये खबर भी पढ़ें… स्कूल की बिजली उड़ाई, कभी प्रिंसिपल ऑफिस में ‘बम’ गिराया:जुगाड़ से बना ड्रोनमैन; लखनऊ के ‘रैंचो’ ने बनाई करोड़ों की कंपनी एक बच्चे की ‘खुराफात’ से पूरा स्कूल और मोहल्ला परेशान था। कभी इलेक्ट्रिक शार्पनर से स्कूल की लाइट गुल कर देता। तो कभी उसका बनाया प्लेन प्रिंसिपल ऑफिस में धमाका कर देता। बच्चा बड़ा हुआ तो क्लीनिंग रोबोट और लाइफ सेविंग ड्रोन बनाए। पढ़ें पूरी खबर…
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