वृंदावन के प्रसिद्ध कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय ने यादव समाज वाले बयान पर माफी मांग ली है। इंद्रेश उपाध्याय ने कहा- यदि मेरी किसी बात से यादव समाज या किसी भी भक्त के हृदय को पीड़ा पहुंची है, तो मैं उसके लिए क्षमाप्रार्थी हूं। मेरा उद्देश्य केवल कथा के संदर्भ में बात रखना था, न कि किसी की गरिमा को कम करना। विवाद में पड़ना तो हमारा उद्देश्य कभी रहा ही नहीं। हम सब हमारे है। पूरा भारत हमारा है। मेरे तो बहुत सारे यादव मित्र है। पहले पढ़िए वह बयान जिस पर विवाद खड़ा हुआ ‘बंधुवर, यादव और यदुवंश अलग हैं। यादव समाज के लोग…ये अलग वर्ग है और जो यदुवंशी, जिसमें भगवान का अवतरण हुआ वो अलग है। कई जगह ऐसा यादव सोचते हैं कि वे भगवान के वंशज हैं। नहीं…यदुवंशी एक तो बचे नहीं भगवान के जाने के बाद।’ ‘भगवान समस्त यदुवंश का नाश करके गए। और दो-चार यदि बचे भी होंगे, तो उनके भी वंशज जो जादौन होते हैं, वे यदुवंशियों से ही निकले हुए हैं। उनको मान सकते हैं कि वे यदुवंश में हैं। वही परंपरा है यदुवंश की।’ अब पढ़िए वह बयान जो विवाद के दिया…
इंद्रेश उपाध्याय ने आज वीडियो जारी करते हुए कहा कि सर्वप्रथम तो हमारे समस्त यादव समाज, भाई-बंधुओं को बहुत-बहुत क्षमा प्रार्थी हूं। आप सब लोग एक विषय से बहुत आहत हो गए। होना भी चाहिए। चार-पांच साल पहले की एक कथा में, जहां किसी राजघराने के व्यक्ति ने आकर के हमें कुछ भाव बताए और वो हमने कह दिए। उस समय भी किसी ने हमको समझाया, तो आगामी तीन-चार साल की कथाओं में उसको स्पष्ट कर दिया गया कि ऐसा नहीं है। वो संज्ञान में आपके नहीं आ पाया। हम तो आज भी अपनी कथा में कहते हैं यादव पति यादव राय, यादव पति जगत राय, संतन सदा सहाय, जाके गुण गावें स्वामी परमानंद, जय जय राधे कृष्ण राधे कृष्ण राधे गोविन्द। हे कृष्ण, हे यादव, हे सखते। यदि मेरी किसी बात से यादव समाज या किसी भी भक्त के हृदय को पीड़ा पहुंची है, तो मैं उसके लिए क्षमाप्रार्थी हूं। मेरा उद्देश्य केवल कथा के संदर्भ में बात रखना था, न कि किसी की गरिमा को कम करना।” कथावाचक इंद्रेश उपाध्याय ने भावुक अपील करते हुए कहा कि भगवान श्रीकृष्ण के वंशज और भारत का समस्त यादव समाज उनका अपना है। हम सब एक ही संस्कृति और एक ही ईष्ट के अनुयायी हैं। यादव समाज का गौरवशाली इतिहास रहा है और उनके प्रति मेरे मन में सदैव सम्मान है। विवाद में पड़ना तो हमारा उद्देश्य कभी रहा ही नहीं। हम सब हमारे है। पूरा भारत हमारा है। मेरे तो बहुत सारे यादव मित्र है। बहुत से मेरे यादव समाज के जानकार लोग है। बयान देने के बाद यादव समाज में आक्रोश था
यादव समाज के जिलाध्यक्ष संजय यादव ने कहा- कथावाचक इंद्रेश अपने बयान पर समाज के सामने सार्वजनिक रूप से माफी मांगें। अगर वे ऐसा नहीं करते हैं तो यादव समाज लोकतांत्रिक व कानूनी तरीके से उनके खिलाफ आंदोलन करेगा। यादव बोले- ये बयान समाज को विभाजित करने वाला
सोशल मीडिया पर इंद्रेश महाराज का वीडियो सामने आने के बाद सोमवार को अखिल भारतवर्षीय यादव महासभा ने मथुरा में प्रेस कॉन्फ्रेंस की। महासभा के जिलाध्यक्ष संजय यादव ने कहा कि भगवान श्रीकृष्ण स्वयं यदुवंश में अवतरित हुए। यह तथ्य न केवल पुराणों, महाभारत, भागवत एवं अन्य शास्त्रों में स्पष्ट रूप से वर्णित है, बल्कि भारतीय संस्कृति और जनमानस में भी सर्वविदित है। ऐसे में किसी भी कथावाचक की ओर से यादव समाज की ऐतिहासिक व धार्मिक पहचान पर प्रश्नचिह्न लगाना अत्यंत निंदनीय और समाज को विभाजित करने वाला है। इंद्रेश महाराज को प्रमाण देने की चुनौती
संजय यादव ने कहा कि अगर इंद्रेश महाराज के दावे में सत्यता है तो वे सार्वजनिक रूप से शास्त्रीय प्रमाण प्रस्तुत करें। क्योंकि, बिना प्रमाण ऐसे बयान देना धार्मिक भावनाओं को आहत करता है। इसे किसी भी स्थिति में स्वीकार नहीं किया जाएगा। यादव समाज ने सभी धर्माचार्यों, कथावाचकों से अपील करते हुए कहा कि वे मंच से बोलते समय शास्त्र, इतिहास और सामाजिक समरसता का ध्यान रखें। जिससे, समाज में आपसी सौहार्द बना रहे। हालांकि, यह वीडियो कब और कहां का है, इसके बारे में यादव समाज के लोगों ने जानकारी नहीं दी। अनिरुद्धाचार्य ने कहा था- यादव श्रीकृष्णजी के ही वंशज
कथावाचक अनिरुद्धाचार्य ने भी यदुवंशियों को लेकर अपनी कथा में विचार रखे थे। उन्होंने कहा था कि जब भगवान श्रीकृष्ण धरती से जाने लगे, तब 56 करोड़ यदुवंशी खुद उनके साथ चले गए। लेकिन इसके बाद भी वज्रनाभ बचे। यानी जितने भी यादव धरती पर हैं, वह सब उसी बज्रनाभ की संतान हैं। यानी वे भी भगवान श्रीकृष्ण के ही वंशज हैं। ——————- ये खबर भी पढ़ें… पत्नी ने दो बॉयफ्रेंड संग कारोबारी पति के टुकड़े किए:सोते वक्त ग्राइंडर से हाथ-पैर काटे; संभल में मुस्कान जैसी वारदात की संभल में मेरठ के सौरभ हत्याकांड जैसी वारदात सामने आई है। यहां पत्नी ने दो बॉयफ्रेंड के साथ मिलकर कारोबारी पति की हत्या कर दी। तीनों ने पहले लोहे की रॉड, जूते में कील ठोकने वाले हथौड़े से उसके सिर पर वार किए। फिर मौत होने के बाद ग्राइंडर से शव के कई टुकड़े कर दिए। पढ़ें पूरी खबर…
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