औरैया के सहायल थाना क्षेत्र के नवीमोहन गांव में मंगलवार को एक बंगाली चिकित्सक डॉ. मिथुन मलिक (40) ने अपने किराए के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वे पश्चिम बंगाल के निवासी थे और पिछले 16 वर्षों से नवीमोहन व आसपास के गांवों में प्रैक्टिस कर रहे थे। पड़ोसियों के अनुसार, डॉ. मिथुन मलिक का वैवाहिक जीवन लंबे समय से तनावपूर्ण था। उनकी पहली पत्नी से तलाक हो गया था। इसके बाद उन्होंने दूसरी शादी की, लेकिन कुछ समय बाद इस रिश्ते में भी मनमुटाव बढ़ने लगा। मंगलवार सुबह मरीजों को दवा देने के बाद डॉ. मलिक अपने किराए के मकान पर लौटे। इसी दौरान उन्होंने मोबाइल पर अपनी पत्नी को वीडियो कॉल किया। जानकारी के अनुसार, कॉल के दौरान दोनों के बीच किसी बात को लेकर तीखा विवाद हुआ। विवाद के बीच ही डॉ. मिथुन ने कमरे में रखी कुर्सी पर बैठकर दीवार में लगी लोहे की कील में सुतली बांधी और उसे अपने गले में डाल लिया। झगड़े के दौरान सुतली का फंदा कसता गया और कुछ ही क्षणों में उनकी मौके पर ही मौत हो गई। घटना की जानकारी तब हुई जब एक ग्रामीण दवा लेने उनकी दुकान पर पहुंचा। दुकान पर मौजूद लोगों ने बताया कि डॉक्टर साहब कमरे पर गए हैं। युवक साइकिल से उनके कमरे पर पहुंचा, जहां दरवाजा खुला होने पर उसने अंदर जाकर डॉ. मिथुन को फंदे से लटका मृत पाया। उसने तुरंत पड़ोसियों और ग्रामीणों को सूचना दी। सूचना मिलने पर थानाध्यक्ष सहायल विनोद कुमार पुलिस टीम के साथ मौके पर पहुंचे। उन्होंने घटनास्थल का निरीक्षण कर प्राथमिक जानकारी जुटाई। मृतक के मोबाइल और घटनास्थल की अन्य वस्तुओं की जांच फोरेंसिक टीम द्वारा की गई। थानाध्यक्ष ने बताया कि मृतक के परिजनों को घटना की सूचना दे दी गई है और उनके सुबह तक पहुंचने की उम्मीद है। शव को पोस्टमार्टम के लिए मोर्चरी भिजवा दिया गया है।
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