अलीगढ़ मुस्लिम विश्वविद्यालय (एएमयू) में छात्र संघ चुनाव से पहले माहौल गर्म है, लेकिन इस बार चिंता का कारण छात्र राजनीति नहीं, बल्कि बाहरी अपराधियों की बढ़ती दखलअंदाजी है। छात्रों की गोपनीय शिकायतों में आरोप है कि चुनावी दबदबा और विश्वविद्यालय के ठेकों पर नियंत्रण के लिए अपराधी तत्व हॉस्टलों में ठहरकर सक्रिय हैं। आरोप लगाया है कि यह लोग हथियार और नशे का सामान तक परिसर में ला रहे हैं। इन शिकायतों के बाद पुलिस हरकत में आ गई है। संदिग्ध लोगों की पहचान की जा रही है। उधर, एएमयू प्रशासन ने भी निगरानी बढ़ाने का दावा किया है। हॉस्टलों से ऑपरेशन, दो कमरों पर खास नजर शिकायतों में वीएम हॉल और एमएच हॉल के दो कमरों का विशेष रूप से जिक्र किया गया है। आरोप है कि यहीं से बाहरी लोग चुनावी माहौल को प्रभावित करने, छात्रों को डराने-धमकाने और ठेकों में अनियमितताएं कराने की रणनीति बनाते हैं। सोशल मीडिया के जरिए धमकी भरे संदेश और पोस्ट भी डाले जा रहे हैं, ताकि समर्थकों के पक्ष में दबाव बनाया जा सके। हाईकोर्ट के निर्देश, फिर भी नहीं लगी पूरी लगाम दिसंबर 2019 में सीएए-एनआरसी विरोध के दौरान हुए उपद्रव के बाद एएमयू के छात्रों के एक पक्ष ने हाईकोर्ट का रुख किया था। अदालत ने स्पष्ट कहा था कि बाहरी और आपराधिक तत्वों के परिसर में प्रवेश पर सख्त रोक एएमयू इंतजामिया की जिम्मेदारी है। इसके बाद सीसीटीवी निगरानी और विशेष चेकिंग के दावे तो किए गए, लेकिन हाल के वर्षों में लाइब्रेरी और बास्केटबॉल कोर्ट में फायरिंग जैसी घटनाएं इन दावों पर सवाल खड़े करती हैं। पुरानी वारदातों से जुड़े नाम भी शिकायतों में छात्रों की शिकायतों में छात्रा की हत्या से जुड़ी फायरिंग, रोरावर में हिस्ट्रीशीटर की हत्या, जमालपुर फायरिंग और एएमयू के नर्सिंग छात्र से मारपीट के आरोपियों के परिसर से जुड़े होने का भी उल्लेख है। आरोप है कि ये लोग चुनावी समर्थन जुटाने और ठेकों से अवैध कमाई के लिए सक्रिय हैं। चिह्नित किए जा रहे हैं आपराधिक लोग सीओ तृतीय सर्वम सिंह ने बताया कि शिकायतों को गंभीरता से लिया गया है। ऐसे लोगों को चिह्नित किया जा रहा है। कोई भी बाहरी या आपराधिक तत्व मिला तो उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। कानून हाथ में लेने नहीं दिया जाएगा। परीक्षा के बाद खाली होंगे हॉस्टल एएमयू प्रॉक्टर प्रो. वसीम अली ने कहा कि बाहरी और अपराधियों को लेकर हमारा रुख बिल्कुल सख्त है। टीमें लगातार निगरानी कर रही हैं। परीक्षा के बाद हॉस्टल खाली कराए जाएंगे और यदि कोई संदिग्ध पाया गया तो तत्काल कार्रवाई होगी। छात्रों में माहौल बिगड़ने का डर छात्रों ने शिकायत में कहा है कि हथियार और नशे की मौजूदगी ने परिसर की शांति पर सीधा खतरा पैदा कर दिया है। आरोप यहां तक हैं कि विश्वविद्यालय के कुछ बड़े आयोजनों में भी ऐसे तत्वों की मौजूदगी रहती है। छात्रों ने चेतावनी दी है कि समय रहते सख्त कदम नहीं उठाए गए तो हालात कभी भी बिगड़ सकते हैं।
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