उन्नाव में मतदाता सूची की शुद्धता और पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए जिला प्रशासन ने एक बड़ा अभियान चलाया है। विशेष संक्षिप्त पुनरीक्षण (SIR) अभियान के तहत जिले में 4,06,939 मतदाताओं की पहचान की गई है, जो अनुपस्थित (Absent), स्थानांतरित (Shifted), मृत (Dead) या डुप्लीकेट (Duplicate) श्रेणी में आते हैं। यह संख्या जिले की कुल मतदाता संख्या का लगभग 17.50 प्रतिशत है। प्रशासन का कहना है कि यह कदम आगामी चुनावों को निष्पक्ष और विश्वसनीय बनाने के लिए आवश्यक है। जिला प्रशासन के आंकड़ों के अनुसार, उन्नाव जनपद में कुल 23,25,053 मतदाता पंजीकृत हैं। SIR अभियान के तहत सभी पंजीकृत मतदाताओं के घर-घर जाकर सर्वे प्रपत्रों का वितरण शत-प्रतिशत पूरा कर लिया गया है। इसके साथ ही पूरे डेटा का डिजिटाइजेशन कार्य भी संपन्न हो चुका है। अब अगले चरण में चिन्हित किए गए सभी मामलों का तेजी से भौतिक सत्यापन किया जा रहा है, ताकि मतदाता सूची में कोई त्रुटि न रहे। अपर जिलाधिकारी (ADM) सुशील कुमार गोंड ने बताया कि SIR अभियान में सभी बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) और बूथ लेवल एजेंट (BLA) ने सक्रिय भूमिका निभाई है। इनके सहयोग से अनुपस्थित, स्थानांतरित, मृत और डुप्लीकेट मतदाताओं की छंटनी की प्रक्रिया पूरी की गई है। उन्होंने जोर दिया कि मतदाता सूची किसी भी लोकतांत्रिक चुनाव की नींव होती है, इसलिए इसे शुद्ध और अद्यतन रखना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। एडीएम सुशील कुमार गोंड ने स्पष्ट किया कि प्रशासन की नीति ‘पात्र मतदाता छूटे नहीं और अपात्र शामिल न हों’ पर आधारित है। इसी उद्देश्य से जिलेभर में विशेष टीमें गठित की गई हैं, जो लगातार निगरानी कर रही हैं। इस अभियान की निगरानी उप जिलाधिकारी (SDM), तहसीलदार और नायब तहसीलदार स्तर पर की जा रही है, ताकि किसी भी स्तर पर कोई लापरवाही न हो। उन्होंने यह भी बताया कि अभियान के दौरान घर-घर जाकर मतदाता सूचियों का सत्यापन किया गया है। जिन घरों में ASD (अनुपस्थित, स्थानांतरित, मृत या डुप्लीकेट) श्रेणी के मतदाता चिन्हित हुए हैं, वहां बूथ लेवल ऑफिसर (BLO) दोबारा पहुंचकर स्थिति की जांच करेंगे। इस प्रक्रिया के तहत नए पात्र मतदाताओं को भी सूची में शामिल किया जाएगा।उनके नाम सूची में जोड़े जाएंगे, वहीं मृत, शिफ्टेड या डुप्लीकेट मतदाताओं के नाम हटाने की कार्रवाई की जाएगी। इससे मतदाता सूची और अधिक सटीक बनेगी। SIR अभियान को सफल और प्रभावी बनाने के लिए प्रशासन ने जनप्रतिनिधियों, ग्राम प्रधानों, सभासदों और समाजसेवियों को भी विशेष रूप से जोड़ा है। प्रशासन का मानना है कि जब स्थानीय प्रतिनिधि और जागरूक नागरिक इस तरह के अभियानों में सक्रिय भूमिका निभाते हैं, तो न केवल पारदर्शिता बढ़ती है बल्कि आम जनता में भी भरोसा कायम होता है। इससे मतदाता सूची को लेकर किसी भी प्रकार के संदेह या विवाद की स्थिति उत्पन्न नहीं होती। ADM सुशील कुमार गोंड ने अपने बयान में कहा, “जनपद उन्नाव में 23 लाख 25 हजार 53 मतदाताओं को शत-प्रतिशत प्रपत्र वितरित कर दिए गए हैं। डिजिटाइजेशन का काम पूरा हो चुका है। एब्सेंट, शिफ्टेड, डेथ और डुप्लीकेट प्रविष्टियों के कारण 4 लाख 9 हजार 39 मतदाताओं की पहचान की गई है। इन सभी का सत्यापन बूथ लेवल एजेंट्स और BLO के माध्यम से कराया जा रहा है। सभी मतदान केंद्रों पर ASD सूची उपलब्ध करा दी गई है, ताकि पूरी प्रक्रिया पारदर्शी रहे। विधानसभा वार स्थिति पर एक नजर
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