उन्नाव में जिला व्यापार प्रतिनिधि मंडल ने गुरुवार को जिलाधिकारी को एक ज्ञापन सौंपा। इसमें उन्नाव-सफीपुर सड़क और परियर रोड के दोनों ओर प्रस्तावित 12 मीटर चौड़ीकरण से स्थानीय दुकानदारों को होने वाले संभावित नुकसान पर चिंता व्यक्त की गई। व्यापारियों ने प्रशासन से चौड़ीकरण को 12 मीटर की बजाय 11 मीटर करने की मांग की है, ताकि दुकानों का अस्तित्व बना रहे और व्यवसायियों को भारी क्षति न हो। जिला व्यापार प्रतिनिधि मंडल के जिलाध्यक्ष रजनीकांत श्रीवास्तव ने ज्ञापन में बताया कि प्रस्तावित 12 मीटर चौड़ीकरण की सीमा कई वर्षों से स्थापित दुकानों, प्रतिष्ठानों और आवासीय क्षेत्रों के काफी अंदर तक जा रही है। इससे व्यापारियों की दुकानें पूरी तरह प्रभावित होने की आशंका है, जिससे उनका व्यवसाय बंद हो सकता है। व्यापारियों ने स्वीकार किया कि सड़क चौड़ीकरण आवश्यक है, लेकिन इसका क्रियान्वयन इस तरह न हो कि स्थानीय लोगों की आजीविका खतरे में पड़ जाए। उद्योग व्यापार मंडल ने ज्ञापन में यह भी बताया कि 4 दिसंबर को जारी नोटिस से व्यापारियों में गहरी चिंता है। व्यापारी वर्ग ने अनुरोध किया है कि नोटिस की अंतिम तिथि बढ़ाकर कम से कम 20 दिसंबर तक की जाए, ताकि प्रभावित लोग अपनी आपत्तियां विस्तार से दर्ज करा सकें और समाधान पर सकारात्मक चर्चा हो सके। व्यापारियों ने प्रशासन का ध्यान अपनी अन्य प्रमुख समस्याओं की ओर भी आकर्षित किया। उन्होंने बताया कि उन्नाव-सफीपुर रोड पर पुलिस की प्रभावी तैनाती न होने से अक्सर जाम लग जाता है। इसके अतिरिक्त, हाईटेंशन तारों और विद्युत पोलों का अव्यवस्थित होना दुर्घटनाओं और विरोध का कारण बनता है। व्यापारियों ने सुझाव दिया कि जहां हाईटेंशन लाइनें अत्यधिक नीची हैं, वहां तत्काल जांच कर सुरक्षा मानक सुनिश्चित किए जाएं। व्यापारी वर्ग ने यह भी बताया कि सड़क किनारे उगी झाड़ियों और गंदगी के कारण भी जाम लगता है। इसलिए, नियमित सफाई और झाड़ियों की कटाई अत्यंत आवश्यक है। 12 मीटर के प्रस्तावित चौड़ीकरण की तुलना में यदि 11 मीटर तक सीमित किया जाए तो अधिकांश दुकानों को बचाया जा सकता है और चौड़ीकरण का उद्देश्य भी पूरा हो जाएगा।
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