यूपी के नोएडा में इन दिनों उत्तराखंड महाकौथिग मेला चल रहा है, जिसमें अब तक दो लाख से ज्यादा लोग पहुंच चुके है। यह मेला 25 दिसंबर तक चलेगा। आज मेले का 5वां दिन है। इससे पहले सोमवार को लोकगायिका मेघना चंद्रा ने लोगों की अपनी आवाज की धुन पर खूब नचवाया। मेला नोएडा स्टेडियम में चल रहा है। महाकौथिग के दूसरे दिन यानी शनिवार को सीएम पुष्कर सिंह धामी भी मेले में पहुंचे थे। उन्होंने यहां हर स्टॉल का बारीकी से निरीक्षण किया। मंच से जनता को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि महाकौथिग जैसे कार्यक्रम न केवल हमारी लोक विरासत को जीवित रखते हैं, बल्कि कलाकारों को एक बड़ा मंच भी प्रदान करते हैं। उन्होंने उत्तराखंड के पारंपरिक व्यंजनों की सराहना करते हुए इसे अपनी पहचान बताया। महाकौथिग मेले की PHOTOS… सीएम धामी बोले- उत्तराखंडवासी से जुड़ने का मौका सीएम धामी ने कहा कि NCR में रहने वाले उत्तराखंड के लोगों को अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जोड़े रखने के लिए ऐसे आयोजन बेहद जरूरी हैं। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड की लोकसंस्कृति, लोकनृत्य, लोकसंगीत और पारंपरिक उत्पाद हमारी पहचान हैं, जिनका संरक्षण और संवर्धन किया जाना चाहिए। सीएम धामी ने मंच से कहा कि उत्तराखंड महाकौथिग केवल एक मेला नहीं, बल्कि उत्तराखंड की आत्मा, उसकी सभ्यता और संस्कारों का जीवंत चित्र है। उन्होंने कहा कि देश के अलग-अलग हिस्सों में रहने वाले उत्तराखंडवासी इस तरह के आयोजनों के माध्यम से अपनी जड़ों से जुड़े रहते हैं, जो अत्यंत गर्व की बात है। आज का कार्यक्रम… महाकौथिग मेले में आज वैदिक जागर सम्राट मंगलैश डंगवाल जागर प्रस्तुति करेंगे। वे दोपहर 3 बजे के आसपास मंच पर पहुंचेंगे। इसके बाद लोकगायिका आशा नेगी अपनी प्रस्तुती देंगी। फिर लोकगायक दीवान कनवाल, और अजय ढौंडियाल अपनी कला दिखाएंगे। महाकौथिग मेले की शुरुआत 2010 से हुई। इस बार ये 15 वां मेला, जिसकी संयोजक कल्पना चौहान और उनके पति राजेंद्र चौहान है। कल्पना चौहान को उत्तराखंड की स्वर कोकिला के नाम से भी जाना जाता है, जो अपनी गढ़वाली और पहाड़ी धुनों के लिए मशहूर हैं। कल्पना चौहान का मानना है कि पहाड़ी की संस्कृति को एक वैश्विक मंच मिलना चाहिए इसी उद्देश्य उन्होंने ये महाकौथिग मेले की शुरुआत की है। पूर्व रॉ चीफ आईपीएस अनिल धस्माना मेले में पहुंचे उत्तराखंड महाकौथिग के चौथे दिन के शाम के सत्र का शुभारंभ काशी विश्वानाथ मंदिर, उत्तरकाशी से आए अनद्या फाउंडेशन परिवार द्वारा दीप प्रज्ज्वलन के साथ किया गया। इस अवसर पर संयोजक श्री अजय पूरी, मंदिर उपाध्यक्ष रमेश चौहान सहित अनद्या परिवार के अन्य सदस्य उपस्थित रहे। अनद्या फाउंडेशन बीते 19 सालों से गढ़वाल की विलुप्त होती मंगसीर बग्वाल के पुनर्जीवन तथा महाशिवरात्रि के भव्य आयोजन में सक्रिय भूमिका निभा रहा है। सांस्कृतिक संध्या में गायक अमित सागर, ललित पवन जोशी, लोक गायिकाएं मेघना चंद्रा व सरिता पौडेल की प्रस्तुतियों ने दर्शकों को मंत्रमुग्ध किया। उत्तरकाशी टीम ने जीतू बगडवाल लोकगाथा पर नृत्य नाटिका प्रस्तुत की। कार्यक्रम में पूर्व रॉ चीफ आईपीएस अनिल धस्माना विशिष्ट अतिथि रहे।
https://ift.tt/N8h4rg7
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply