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इंस्पेक्टर को कॉन्स्टेबल मीनाक्षी ने पीटा था:VIDEO दिखाकर कहती- बदनाम कर दूंगी, भाई से 5 लाख उधार लेकर जालौन लौटे थे

जालौन में इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय के मौत की गुत्थी उलझती जा रही है। आरोपी महिला कॉन्स्टेबल मीनाक्षी शर्मा ने इंस्पेक्टर का वीडियो बना लिया था। वह उन्हें ब्लैकमेल कर रही थी। एक सीनियर पुलिस अधिकारी ने नाम न छापने की शर्त पर बताया, मीनाक्षी और इंस्पेक्टर अरुण के बीच विवाद करीब एक महीने से चल रहा था। मीनाक्षी ने इंस्पेक्टर को पीट दिया था। पिटाई का उसने वीडियो रिकॉर्ड कर लिया था। वह इंस्पेक्टर पर पैसे देने का दबाव बना रही थी। धमका रही थी कि अगर रुपए नहीं दिए तो पिटाई का वीडियो उनके घरवालों को भेज दूंगी। पूरे पुलिस विभाग में बदनाम कर दूंगी। इस बात से इंस्पेक्टर अरुण काफी तनाव में थे। 3 दिन की छुट्‌टी लेकर अपने पैतृक घर संत कबीरनगर चले गए थे, ताकि वे इस तनावपूर्ण स्थिति से उबर सकें। वहीं, परिवार का दावा है कि इंस्पेक्टर गांव से 5 लाख रुपए उधार लेकर आए थे। उनकी मौत के बाद ये रुपए गायब हैं। आशंका है कि रुपए मीनाक्षी के पास हैं। फिलहाल, इंस्पेक्टर के सुसाइड की जांच एसआईटी कर रही है। अब विस्तार से पढ़िए… कॉन्स्टेबल मीनाक्षी की दबंगई से हार गए थे इंस्पेक्टर
सीनियर अधिकारी ने बताया- इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय सरल, शांत स्वभाव के थे। वे मीनाक्षी को मनाकर-समझाकर मामले को शांत करना चाह रहे थे। लेकिन मीनाक्षी की दबंगई के आगे स्वयं को असहाय महसूस कर रहे थे। 2 दिसंबर को मीनाक्षी ने अपना बर्थडे इंस्पेक्टर से दूर जाकर मेरठ में मनाया था। यह बात इंस्पेक्टर को बुरी लगी थी। 5 दिसंबर को सिपाही मीनाक्षी इंस्पेक्टर के सरकारी आवास पर पहुंची। वहां दोनों के बीच फिर तीखी बहस हुई। इंस्पेक्टर ने उससे बैठकर बात करने को कहा, लेकिन वो वापस जाने पर अड़ी रही। इसके बाद अचानक गोली चलने की आवाज आई। इसी दौरान मीनाक्षी आवास से भागती हुई और चिल्लाती हुई सीसीटीवी में कैद हुई। पुलिसकर्मियों से कहा कि साहब ने गोली मार ली है, ये कहने के बाद वो फरार हो गई। भतीजा बोला– 5 लाख उधार लेकर गए थे चाचा
इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय के भतीजे प्रशांत कुमार राय ने भी एक खुलासा किया है। बताया, 14 नवंबर को छुट्टी लेकर चाचा अरुण कुमार राय अपने पैतृक गांव राजनौली आए थे। तब उन्होंने अपने बड़े भाई अरविंद राय, परिवार के सदस्य शिवम राय और करीबी रामाशंकर पांडे व बबलू पांडे से करीब 5 लाख रुपए उधार लिए थे। लेकिन ये पैसे क्यों और किसके लिए लिया था, उन्होंने किसी को नहीं बताया था। प्रशांत के अनुसार, यह रकम न तो घटना की रात चाचा के पास मिली और न ही उनके बैंक खाते में जमा हुई। परिवार का दावा है कि ये पैसे सिपाही मीनाक्षी शर्मा के पास हैं। मीनाक्षी लगातार चाचा को ब्लैकमेल कर रही थी और उनसे पैसे वसूलने में लगी रहती थी। उधार के ये 5 लाख रुपए भी संभवतः मीनाक्षी द्वारा बनाए गए दबाव की वजह से ही जुटाए गए थे। इंस्पेक्टर की मौत की पहली सूचना सिपाही मलिक को दी थी
एसआईटी जांच में कई और तथ्य भी सामने आए हैं। घटना के बाद सबसे पहले सिपाही मीनाक्षी ने उसके साथ मेरठ से आए सिपाही अंकित मलिक को दी थी। उसके बाद वो पैदल ही भाग गई। उस रात मीनाक्षी कुठौंद की ही अपनी साथी महिला कॉन्स्टेबल के यहां रुकी थी, लेकिन उसने इस घटना के बारे में अपनी दोस्त को कुछ नहीं बताया। मीनाक्षी ने मोबाइल से डेटा डिलीट किया
एसआईटी को एक अहम सुराग ये भी मिला है, जिसमें इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय की मौत के बाद मीनाक्षी ने अपने मोबाइल से सारे रिकॉर्ड हटा दिये थे, उसने वॉट्सऐप कॉल से लेकर चैट तक को डिलीट कर दिया था। ऐसा माना जा रहा है कि उसने खुद के बचने के लिए ऐसा किया, ताकि जांच में उसपर कोई आंच न आ सके। लेकिन मोबाइल की लोकेशन सहित कई सुराग मिले हैं, जो मामले को सुलझाने में अहम रोल निभाएंगे। इस केस पर एक नजर 1- शुक्रवार रात 9.17 बजे कुठौंद थाना कैंपस में इंस्पेक्टर राय के कमरे में गोली चली। मीनाक्षी कमरे से भागती हुई बाहर आई। चिल्लाकर बोली कि साहब ने गोली मार ली है। इसके बाद वह मौके से भाग गई। 2- इंस्पेक्टर का शव मच्छरदानी के अंदर बेड पर खून से लथपथ पड़ा था। सर्विस रिवॉल्वर पेट के ऊपर पड़ी थी। सिर में लगी गोली आर-पार हो गई थी। शुरुआत में कहा गया कि ब्लैकमेलिंग से परेशान होकर इंस्पेक्टर ने सुसाइड कर लिया। 3- शनिवार को संत कबीरनगर से पत्नी और परिवार पहुंचा। इंस्पेक्टर की पत्नी माया राय ने मीनाक्षी के खिलाफ हत्या की एफआईआर दर्ज कराई। कहा कि मीनाक्षी ने मर्डर किया या किसी और से करवाया है। 4- रविवार को मीनाक्षी को पुलिस ने गिरफ्तार किया। कोर्ट में पेश करके 14 दिन के लिए जेल भेज दिया। मीनाक्षी इस केस में प्राइम सस्पेक्ट है। सोमवार शाम उसे सस्पेंड कर दिया गया। पुलिस उसकी विभागीय जांच भी करेगी। 2 बातें जो सबसे ज्यादा चर्चा में हैं 1- मीनाक्षी की शादी तय हो गई थी। फरवरी- 2026 में उसकी शादी होनी है। इंस्पेक्टर के करीबी लोगों ने बताया कि मीनाक्षी इंस्पेक्टर पर अपनी शादी का पूरा खर्च उठाने का दबाव बना रही थी। वह 25 लाख रुपए खर्च करने की डिमांड कर रही थी। धमकी देती थी कि अगर शादी का खर्च नहीं उठाया तो वीडियो पत्नी को भेज देगी। 2- सर्विलांस टीम के एक अफसर ने बताया- मीनाक्षी के पास 3 मोबाइल और 4 सिम, जबकि इंस्पेक्टर के पास 3 सिम मिले हैं। सभी का डेटा खंगाला जा रहा। ठाठ-बाट की जिंदगी जीती थी महिला सिपाही
पुलिस विभाग में चर्चा है कि मीनाक्षी की जीवनशैली ठाठ-बाट की थी। जिस कमरे में वह रहती थी, वहां एसी लगा है। वह आईफोन यूज करती थी। पुलिस की महिला सिपाहियों से उसका मेलजोल कम था। ज्यादातर वक्त फोन पर रहती थी। पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इंस्पेक्टर राय और मीनाक्षी जुलाई- 2024 में एक-दूसरे के संपर्क में आए थे। दोनों उस वक्त जालौन के कोंच थाने में तैनात थे। तभी उनके बीच नजदीकियां बढ़ीं। कोंच से उरई ट्रांसफर होने के बाद मीनाक्षी का इंस्पेक्टर राय के पास आना-जाना था। जब उनका ट्रांसफर कुठौंद थाने में किया गया तो वहां भी अक्सर मीनाक्षी आती थी। उसने हाल ही में 3 लाख का हार लिया था। चर्चा है कि इंस्पेक्टर राय ने ही आई-फोन और हार दिलवाया था। इंस्पेक्टर राय के अलावा भी लगातार वह अपने सीनियर इंस्पेक्टर और दरोगा के संपर्क में रहती थी। मामले की जांच के लिए गठित एसआईटी ये पता कर रही है कि उसके अपने सीनियर अफसरों के साथ किस तरह के संपर्क थे। ————— ये खबर भी पढ़ें पूर्व IG को धकेलते हुए कोर्ट ले गई पुलिस, VIDEO:देवरिया में बोले- मेरी हत्या हो सकती; पत्नी का दावा- आधी रात ट्रेन से उठाया यूपी के पूर्व IG अमिताभ ठाकुर को ट्रेन से उठा लिया गया। वह दिल्ली जा रहे थे। शाहजहांपुर में सादे कपड़ों में आधी रात कुछ लोग ट्रेन में घुसे और उन्हें अपने साथ ले गए। पहले खबर आई कि अमिताभ ठाकुर को किडनैप किया गया है। पूरी खबर पढ़ें


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