जालौन में इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय की मौत मामले में महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा को जेल भेज दिया गया। उसको लेकर नया खुलासा हुआ है। उसने 2022 में पीलीभीत में एक सिपाही को रेप के आरोप में जेल भिजवाया था। पीड़ित सिपाही मोहित खोखर ने बताया- मीनाक्षी पुरानी ब्लैकमेलर है। उसने मुझे प्रेम जाल में फंसाया। फिर पैसे मांगने शुरू कर दिए। अश्लील वीडियो बनाकर ब्लैकमेल करने लगी। झूठा केस लिखाने की धमकी दी। 25 लाख रुपए मांगे। पैसे न देने पर रेप का फर्जी मुकदमा लिखवा दिया था। दो महीने जेल में गुजारने पड़े। मामला कोर्ट में है। लेकिन वह नहीं आती है, क्योंकि मुकदमा झूठा था। मोहित का आरोप है कि सिपाही मीनाक्षी, उसके पिता और दो भाई इसी तरफ कई पुलिस कर्मियों को जाल में फंसा कर ब्लैकमेल कर चुके हैं। एक SSI को भी ब्लैकमेल कर 25 लाख रुपए ऐंठ चुके हैं। सिपाही मोहित की वर्तमान में बदायूं में तैनाती है। अब पढ़िए सिपाही मोहित की कहानी, उसकी जुबानी… पूरनपुर में पोस्टिंग के दौरान करीब आई
सिपाही मोहित ने बताया- 2022 में मेरी पोस्टिंग पीलीभीत के पूरनपुर थाने में थी। इसी दौरान मीनाक्षी शर्मा की भी वहां तैनाती हुई। पहले वह दोस्ती के बहाने करीब आई और फिर उसने मुझे अपने प्रेमजाल में फंसा लिया। कुछ महीनों बाद उसने अपने पिता और भाई के जरिए रुपए मांगना शुरू कर दिया। वो लोग 25 लाख की डिमांड कर रहे थे। परिवार को बताया तो उन्होंने रुपए देने से मना किया
सिपाही ने बताया, जैसे-जैसे मुझ पर मीनाक्षी का दबाव बढ़ा, वैसे-वैसे मेरा तनाव बढ़ता जा रहा था। इस मुश्किल से निकलना चाह रहा था। इसलिए पूरी बात अपने परिवार को बताई। घरवालों से कहा- मीनाक्षी मुझे ब्लैकमेल कर रही है। मेरे ऊपर जो भी आरोप लगाए जा रहे हैं, वे सब झूठे हैं। परिवार ने मेरा साथ दिया और उन्होंने साफ कहा कि मीनाक्षी, उसके पिता और भाई को कोई पैसा नहीं दिया जाएगा। 2022 में झूठा रेप का केस दर्ज करा दिया
सिपाही का कहना है कि पैसों से इनकार करना ही उनके लिए सबसे भारी पड़ गया। मोहित ने कहा- जब मैंने रुपए नहीं दिए, तो मीनाक्षी ने पीलीभीत कोतवाली में 2022 में मेरे खिलाफ झूठा रेप का मुकदमा दर्ज करा दिया। उसी केस में मुझे दो महीने जेल में रहना पड़ा। उस दौरान मेरी जिंदगी खत्म हो गई थी। अमरिया थाने के SSI भी बन चुके शिकार, पैसे देकर पीछा छुड़ाया
पीड़ित सिपाही ने दावा किया कि वह मीनाक्षी के अकेले शिकार नहीं हैं। मीनाक्षी ने अमरिया थाने में तैनात एक वरिष्ठ उपनिरीक्षक को भी इसी तरह फंसाया था। उन्होंने पैसे देकर उससे पीछा छुड़ाया था। अवैध कमाई से खरीदी करोड़ों की प्रॉपर्टी
सिपाही ने दावा किया कि ब्लैकमेलिंग से होने वाली कमाई से मीनाक्षी शर्मा का परिवार संपत्तियां बना रहा है। उसकी अवैध कमाई से ही पिता और भाई ने करोड़ों की प्रॉपर्टी खड़ी कर ली है। इसकी भी जांच होनी चाहिए। यह पूरा गिरोह मिलकर काम करता है। फर्जी केस के बाद मेरा तबादला भी कर दिया
सिपाही के अनुसार, झूठे मुकदमे का असर नौकरी पर भी पड़ा। जैसे ही उसके द्वारा फर्जी रेप केस लिखा गया, मेरा विभागीय तबादला पीलीभीत से जालौन कर दिया गया। मतलब उसने मेरी नौकरी, मेरी इज्जत, सब कुछ बर्बाद करने की कोशिश की। अब जानिए SHO अरुण कुमार राय की कैसे हुई मौत… जालौन में शुक्रवार रात 9 बजे कुठौंद थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय ने थाना परिवार के ही क्वॉर्टर में सर्विस रिवाल्वर से गोली मारकर सुसाइड कर लिया। बुलेट उनके सिर के आर-पार हो गई। इसमें एक महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा का नाम सामने आया। सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार रात इंस्पेक्टर ने जब सुसाइड किया, उस वक्त महिला सिपाही उनके कमरे में ही थी। वह चीखती हुई बाहर आई और कहा- साहब ने गोली मार ली है। फिर वहां रुकने की बजाय भाग गई। थाने के आसपास कई सीसीटीवी हैं, जिनमें महिला सिपाही भागती हुई नजर आई। जालौन एसपी दुर्गेश कुमार ने कहा- इंस्पेक्टर के गोली मारने की सूचना महिला सिपाही ने सबसे पहले दी थी। उसकी भूमिका की भी जांच की जा रही। उससे पूछताछ की जा रही है। शनिवार रात को ही पुलिस ने सिपाही मीनाक्षी शर्मा को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस उसे रविवार को कोर्ट ले गई, जहां से 14 दिन के लिए उरई जेल भेज दिया गया। पुलिस ने महिला सिपाही को देर शाम जेल में दाखिल करा दिया। वहीं, कोर्ट जाने के दौरान महिला सिपाही ट्रैक सूट पहने थी और चेहरे पर रुमाल बांध रखा था। ब्लैकमेलिंग से तंग आकर इंस्पेक्टर अरुण कुमार ने सुसाइड की
पुलिस अफसर लगातार उससे पूछताछ कर रहे थे। पर महिला सिपाही कुछ सवालों का सही से जवाब नहीं दे पाई। रविवार दोपहर पुलिस टीम प्राइवेट कार से मीनाक्षी को मेडिकल कराने के लिए कुठौंद के प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र ले गई थी। इंस्पेक्टर अरुण की पत्नी माया राय ने मीनाक्षी शर्मा पर हत्या करने या करवाने की FIR कराई थी। पुलिस सूत्रों के अनुसार, महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा की ब्लैकमेलिंग से तंग आकर इंस्पेक्टर अरुण कुमार ने सुसाइड की है। बताया जा रहा है कि महिला सिपाही का इंस्पेक्टर अरुण से प्रेम प्रसंग था। महिला सिपाही ने कुछ आपत्तिजनक वीडियो बना लिए थे और इंस्पेक्टर को ब्लैकमेल करते हुए 25 लाख रुपए की डिमांड कर रही थी। शनिवार को सुसाइड से पहले उसकी इंस्पेक्टर अरुण से फोन पर बात भी हुई थी। महिला सिपाही उनसे कुछ डिमांड कर रही थी। दोनों की फोन पर बहस भी हुई थी। इसके बाद महिला सिपाही, इंस्पेक्टर अरुण के थाने में पहुंच गई। उसे देखते ही इंस्पेक्टर ने सर्विस रिवॉल्वर से खुद को गोली मार ली। पुलिस के अनुसार, हादसे की सूचना आरोपी महिला आरक्षी मीनाक्षी ने ही पुलिस को दी। मीनाक्षी सिर्फ 3 मिनट में थाने में आई और भाग गई। पुलिस पहुंची तो इंस्पेक्टर अरुण का शव मच्छरदानी के अंदर मिला और 9 एमएम पिस्टल से चली गोली भी कमरे से मिली। वह दीवार में धंसी थी। 2024 में एक-दूसरे के संपर्क में आए
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, इंस्पेक्टर राय और मीनाक्षी जुलाई- 2024 में एक-दूसरे के संपर्क में आए थे। दोनों उस वक्त जालौन के कोंच थाने में तैनात थे। तभी उनके बीच नजदीकियां बढ़ीं। कोंच से उरई ट्रांसफर होने के बाद मीनाक्षी का इंस्पेक्टर राय के पास आना-जाना था। जब उनका ट्रांसफर कुठौंद थाने में किया गया तो वहां भी अक्सर मीनाक्षी आती थी। वह आई-फोन यूज करती थी। उसने हाल ही में 3 लाख का हार लिया था। चर्चा है, कि इंस्पेक्टर राय ने ही इसे दिलवाया था। इंस्पेक्टर की पत्नी बोलीं- टीवी पर न्यूज से मौत का पता चला इंस्पेक्टर अरुण की पत्नी माया ने बताया- जब मैंने 5 दिसंबर की रात पति को फोन किया तो वो कहने लगे कि मैं थका हूं। आराम करने जा रहा। उन्हें बीपी (ब्लड प्रेशर) की दिक्कत थी, जिसकी दवा भी लेते थे। इसलिए मैं समझ गई कि उन्हें थकान है। इसलिए मैंने फोन काट दिया। इसके 10 मिनट बाद दैनिक भास्कर से पता चला कि पति ने खुद को गोली मारकर आत्महत्या कर ली। मीनाक्षी शर्मा नाम की महिला 9.13 बजे उनके कमरे में गई। फिर 9.30 बजे वह सब कुछ करके निकल गई। मैं मीनाक्षी के बारे में ज्यादा नहीं जानती। वह सिपाही है, जो कोंच थाने में तैनात है। जबकि, मेरे पति की कुठौर थाने में तैनाती थी। हम लोग भी यह जानना चाहते हैं कि मीनाक्षी वहां क्या करने गई थी? उसकी मंशा क्या थी। किसी ने भेजा था या हत्या करने गई थी, यही मैं जानना चाहती हूं। सरकार और प्रशासन से यही चाहती हूं कि सच का खुलासा हो। पति के साथ जो भी हुआ, हमें न्याय मिले। थाने में इस तरह की घटना होना शर्मिंदगी की बात है। सीएम योगी से अपील है कि आप न्याय के देवता माने जाते हैं। हमारे पति की हत्या हुई है, हमें न्याय मिले। आत्महत्या करने की कोई बात ही नहीं है। मेरा छोटा-सा खुशहाल परिवार था। पति ऐसा कर ही नहीं सकते थे। 3 मिनट में महिला सिपाही थाने से भागी
पुलिस जांच के मुताबिक, आरोपी महिला सिपाही 3 मिनट ही थाना कैंपस में रही। सीसीटीवी में जब वह थाने आ रही थी, तब किसी से बात कर रही थी। वह इंस्पेक्टर के कमरे में पहुंची। इसके बाद तुरंत गोली चली और महिला सिपाही चिल्लाते हुए बाहर आई, फिर भाग गई। सीसीटीवी फुटेज में रात 9 बजकर 15 मिनट 32 सेकेंड पर वह इंस्पेक्टर के कमरे की ओर जाती हुई दिख रही। जबकि, 9 बजकर 18 मिनट 21 सेकेंड में कमरे से बाहर भागते नजर आ रही। पुलिस थ्योरी, जो जांच में निकल रही… 2 बातें जो सबसे ज्यादा चर्चा में 1- शादी में 25 लाख खर्च करने का दबाव बना रही थी
मीनाक्षी की शादी तय हो गई थी। फरवरी- 2026 में उसकी शादी होनी है। इंस्पेक्टर के करीबी लोगों ने बताया कि मीनाक्षी इंस्पेक्टर पर अपनी शादी का पूरा खर्च उठाने का दबाव बना रही थी। वह 25 लाख रुपए खर्च करने की डिमांड कर रही थी। धमकी देती थी कि अगर शादी का खर्च नहीं उठाया तो वीडियो पत्नी को भेज देगी। बताया जा रहा है कि इंस्पेक्टर इससे काफी परेशान थे। 2-मीनाक्षी के पास 3 मोबाइल, 4 सिम मिले
सर्विलांस टीम के एक अफसर ने बताया- मीनाक्षी के पास 3 मोबाइल और 4 सिम, जबकि इंस्पेक्टर के पास 3 सिम मिले हैं। सभी का डेटा खंगाला जा रहा। यह भी सामने आया कि मीनाक्षी पिछले 10 दिनों से ड्यूटी से गायब चल रही थी। उसके गायब रहने के कारण भी तलाशे जा रहे हैं। दोनों के कॉल रिकॉर्ड्स खंगाले जा रहे हैं। चैट बैकअप भी रिकवर किया जा रहा। मेरठ की रहने वाली मीनाक्षी की सगाई हो चुकी थी
जालौन पुलिस के मुताबिक, मीनाक्षी की नवंबर में सगाई थी। उसने 1 नवंबर को विभाग में छुट्टी की एप्लिकेशन दी थी। 10 नवंबर तक वह छुट्टी पर रही। इसके बाद उसने ड्यूटी जॉइन की। 17 नवंबर को फिर उसने 6 दिन की छुट्टी की एप्लिकेशन दी थी। तभी से वह लगातार गैरहाजिर थी। मीनाक्षी शर्मा मेरठ जिले के फलावदा थाना क्षेत्र के ग्राम अहमदपुर उर्फ दांदूपुर की रहने वाली है। उसके पिता का नाम विपिन कुमार शर्मा है। वह 2019 में सिपाही पद पर भर्ती हुई थी। पहली पोस्टिंग पीलीभीत में हुई थी। वहां एक सिपाही पर उसने केस दर्ज कराया था। इसके चलते मीनाक्षी का तबादला 3 अक्टूबर, 2022 को पीलीभीत से जालौन कर दिया गया। संत कबीरनगर में अंतिम संस्कार हुआ
इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय संत कबीरनगर के धनघटा थाना क्षेत्र के राजनौली गांव के रहने वाले थे। मौत के बाद 6 दिसंबर (शनिवार) की देर रात पोस्टमॉर्टम के बाद उनका शव घर पहुंचा। पत्नी माया पति का चेहरा देखते ही बेहोश हो गईं। रविवार दोपहर धनघटा थाना प्रभारी जयप्रकाश दुबे की अगुआई में इंस्पेक्टर अरुण कुमार को सलामी दी गई। धनघटा क्षेत्र के बिरहर घाट पर उनका गार्ड ऑफ ऑनर के साथ अंतिम संस्कार किया गया। इंस्पेक्टर अरुण राय का एक बेटा अमृतांश राय है, जो राजस्थान के कोटा में NEET की तैयारी कर रहा है। अरुण का सपना था कि उनका बेटा डॉक्टर बने। 1998 में सिपाही बने अरुण राय, ईमानदारी से नाम कमाया
इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय 1998 में यूपी पुलिस में सिपाही के रूप में भर्ती हुए थे। उनके भतीजे प्रशांत राय ने बताया कि मेरे चाचा ने मेहनत और ईमानदारी से विभाग में नाम कमाया। 2012 में उपनिरीक्षक पद पर विभागीय परीक्षा देकर प्रमोशन पाए थे, 2023 में इंस्पेक्टर बने थे। 2024 में जालौन ट्रांसफर के बाद उन्हें मीडिया सेल की जिम्मेदारी दी गई। इसके बाद कोंच कोतवाली और उरई कोतवाली में रहे। अच्छे काम को देखते हुए अगस्त, 2025 में कुठौंद थाने की कमान सौंपी गई। विभाग में उनकी छवि एक मिलनसार, शांत स्वभाव और सख्त अधिकारी की थी। ——————- ये खबर भी पढ़ें- इंस्पेक्टर ने खुद को गोली मारी, महिला सिपाही पर FIR, जालौन में कमरे से चीखते हुए भागी यूपी के जालौन में थाना प्रभारी इंस्पेक्टर अरुण कुमार राय ने सर्विस रिवाल्वर से गोली मारकर सुसाइड कर लिया। बुलेट उनके सिर के आर-पार हो गई। इसमें एक महिला सिपाही मीनाक्षी शर्मा का नाम सामने आया है। सूत्रों के मुताबिक, शुक्रवार रात इंस्पेक्टर ने जब सुसाइड किया, उस वक्त महिला सिपाही उनके कमरे में ही थी। पूरी खबर पढ़िए
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