अयोध्या के लिए वर्ष 2025 सिर्फ तारीखों का सिलसिला नहीं रहा। इस एक साल में रामनगरी ने आस्था के नए रिकॉर्ड बनाए। करोड़ों श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए। मंदिर निर्माण से जुड़े ऐतिहासिक कार्य पूरे हुए। दीपोत्सव में विश्व कीर्तिमान बना। देश-विदेश से आए श्रद्धालुओं ने पूरे साल शहर को आस्था के रंग में रंगे रखा। अयोध्या ने राजनीति के बड़े फैसले, चुनावी नतीजे और ऐसी घटनाएं भी देखने को मिलीं, जिन्होंने लोगों को भीतर तक झकझोर दिया। विधानसभा उपचुनाव से लेकर हादसे और विस्फोट हर घटना का शहर पर असर पड़ा। आस्था, राजनीति और संवेदनाओं के इसी उतार-चढ़ाव से साल 2025 भरा रहा। अयोध्या में 2025 हुई धार्मिक कार्मिक, घटनाएं सबकुछ सिलसिलेवार पढ़िए…. 11 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा हुई साल की शुरुआत आस्था से हुई। 11 जनवरी को अयोध्या में प्राण प्रतिष्ठा द्वादशी श्रद्धा और भक्ति के साथ मनाई गई। इसके बाद 14 जनवरी से 26 फरवरी 2025 तक रिकॉर्ड करीब 1.26 करोड़ श्रद्धालुओं ने रामलला के दर्शन किए। ठंड, सुरक्षा व्यवस्था और भीड़ के बावजूद श्रद्धालुओं का उत्साह देखते ही बनता था। 22 साल की लड़की की हत्या, सांसद अवधेश प्रसाद फूट-फूटकर रोए एक फरवरी को हुई इ घटना ने पूरे प्रदेश को हिला दिया था। अयोध्या के सहनवां गांव में 22 साल लड़की की हत्या ने जिले ही नहीं, पूरे प्रदेश में आक्रोश फैला दिया। अगले ही दिन 2 फरवरी को अयोध्या सांसद अवधेश प्रसाद प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान फूट-फूटकर रो पड़े। उनकी यह तस्वीर देशभर में चर्चा का विषय बनी। 8 फरवरी को मिल्कीपुर उपचुनाव में भाजपा की बड़ी जीत 8 फरवरी को मिल्कीपुर विधानसभा उपचुनाव में भाजपा प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान ने 61,710 वोटों के भारी अंतर से जीत दर्ज की। इस परिणाम ने अयोध्या की सियासत की दिशा तय कर दी। लोकसभा चुनाव में अवधेश के जीतने के बाद यह सीट खाली हुई थी, भाजपा प्रत्याशी चंद्रभानु पासवान ने अवधेश प्रताप को बेटे अजीत को हराया था। यह जीत पूरे देश में सुर्खियां बटोरी। 8 मार्च को सुहागरात की रात पत्नी की हत्या की 8 मार्च को अयोध्या शहर के सहादतगंज स्थित मुरावन टोल में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई। सुहागरात के दिन पत्नी की हत्या कर पति ने खुद फंदे से लटककर जान दे दी। यह घटना पूरे शहर में चर्चा का विषय बनी। 6 अप्रैल को रामलला का सूर्य तिलक हुआ 6 अप्रैल को रामलला का सूर्य तिलक हुआ, जिसने श्रद्धालुओं को भावविभोर कर दिया। इसके बाद 5 जून को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राम दरबार की प्राण प्रतिष्ठा की। मंदिर के प्रथम तल पर भगवान राम राजा के स्वरूप में माता सीता, लक्ष्मण, भरत, शत्रुघ्न और हनुमान जी के साथ विराजमान हुए। 31 अगस्त को प्रेमी ने प्रेमिका की हत्या 31 अगस्त को कैंट थाना क्षेत्र के एक गांव में 19 साल की लड़की की हत्या उसके प्रेमी ने कर खेत में फेक दिया था। युवती का शव गांव के बाद अर्धनग्न हालत में मिला था, जिससे पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया था। 8 अक्टूबर एक धमाके ने ली छह जिंदगियां 8 अक्टूबर को पूराकलंदर थाना क्षेत्र में हुए भीषण धमाके में एक मकान पूरी तरह ढह गया। धमाके की आवाज एक किलोमीटर दूर तक सुनाई दी और मलबा 200 मीटर तक फैल गया। इस हादसे में एक पिता, उसके दो बेटे, एक बेटी और साली समेत छह लोगों की मौत हो गई। 19 अक्टूबर को दीपोत्सव पर अयोध्या ने फिर रचा विश्व कीर्तिमान 19 अक्टूबर को अयोध्या ने एक बार फिर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड बनाया। दीपोत्सव के दौरान 26 लाख 17 हजार 215 दीये एक साथ जलाए गए। साथ ही 2,128 पुजारियों द्वारा एक साथ सरयू महाआरती कर एक और रिकॉर्ड कायम किया गया। 25 नवंबर को पीएम मोदी ने किया ध्वजारोहण 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्रीराम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य शिखर पर केसरिया धर्म ध्वजा फहराई। इसे राम मंदिर निर्माण के पूर्ण होने की वैश्विक घोषणा माना गया। 31 दिसंबर को प्राण प्रतिष्ठा द्वादशी दिसंबर में विदाई, लेकिन इतिहास के साथ साल के अंतिम महीने दिसंबर में भी अयोध्या सुर्खियों में रही। 28 दिसंबर को उत्तर प्रदेश के 13 नगर निगमों के महापौर एक साथ अयोध्या पहुंचे। वहीं 31 दिसंबर को एक बार फिर प्राण प्रतिष्ठा द्वादशी मनाई जा रही है। खास बात यह रही कि एक ही साल में दो बार प्राण प्रतिष्ठा द्वादशी का आयोजन हुआ। साथ ही रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह प्राण प्रतिष्ठा के बाद पहली बार अयोध्या पहुंचे।
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