रायबरेली के ऊँचाहार में आशा वर्कर्स की जिलाध्यक्ष गीता मिश्रा को लखनऊ विधानसभा के सामने होने वाले प्रदर्शन में शामिल होने से पहले ही घर में नजरबंद कर दिया गया। ऊँचाहार कोतवाली क्षेत्र के इटौरा बुजुर्ग गांव स्थित उनके आवास पर महिला आरक्षियों सहित पुलिसकर्मियों को तैनात किया गया है। आशा वर्कर्स एसोसिएशन पिछले एक सप्ताह से अपनी विभिन्न मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहा है। यह प्रदर्शन 15 दिसंबर से शुरू हुआ था। आशा कार्यकर्ताओं की मुख्य मांगों में उन्हें राज्य कर्मचारी का दर्जा देना और समय पर वेतन भुगतान सुनिश्चित करना शामिल है। उनका कहना है कि उनसे राज्य कर्मचारियों के बराबर काम लिया जाता है, लेकिन वेतन नियमित रूप से नहीं मिलता। आशा कार्यकर्ताओं के अनुसार, उन्हें हर महीने वेतन नहीं मिलता, बल्कि तीन महीने में एक बार भुगतान किया जाता है। यह भुगतान भी कभी एक महीने का होता है तो कभी दो महीने का। इस संबंध में अधिकारियों को सूचित करने पर उन्हें बताया गया कि सरकार से फंड मिलने पर ही वेतन जारी किया जाएगा। आशा कार्यकर्ताओं ने यह भी मांग की है कि राज्य कर्मचारियों को सरकार द्वारा दी जा रही सभी सुविधाएं उन्हें भी प्रदान की जाएं।
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