फर्रुखाबाद जनपद के फतेहगढ़ स्थित सीएमओ कार्यालय में सोमवार को आशा कार्यकर्ताओं ने अपनी मांगों को लेकर अनिश्चितकालीन धरना शुरू कर दिया है। उनकी प्रमुख मांगों में उन्हें स्थायी कर्मचारी का दर्जा देना और मानदेय बढ़ाकर 20,000 रुपये प्रति माह करना शामिल है। यह धरना उत्तर प्रदेश आशा वर्कर्स एसोसिएशन के बैनर तले आयोजित किया गया है। प्रदर्शनकारी आशा कार्यकर्ताओं ने स्पष्ट किया है कि यह हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक उनकी मांगें पूरी नहीं हो जातीं। आशा कार्यकर्ताओं की 14 सूत्रीय मांगों में कई महीनों से लंबित भुगतान का निपटारा, कर्मचारी भविष्य निधि (ईपीएफ) का सदस्य बनाया जाना और 10 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा प्रदान करना भी शामिल है। आशा यूनियन की जिलाध्यक्ष ने बताया कि 5-6 गांवों में सेवाएं देने वाली आशा कार्यकर्ताओं को वर्तमान में केवल 2,000 रुपये मिलते हैं, जो उनके परिवार के भरण-पोषण के लिए पर्याप्त नहीं है। उन्होंने कहा कि उनकी मुख्य लड़ाई सरकार से है। एक अन्य पदाधिकारी ने बताया कि उन्हें टुकड़ों में मिलने वाला अनियमित भुगतान स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने मांग की कि आशा कार्यकर्ताओं को राज्य कर्मचारी घोषित किया जाए और उन्हें एक निश्चित व नियमित मानदेय दिया जाए। उनका आरोप है कि कई बार उन्हें दो से चार महीने तक भुगतान नहीं मिलता, और वे चाहती हैं कि सभी लंबित भुगतान एक साथ किए जाएं।
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