आगरा में साहित्य जगत के लिए रविवार को खास दिन रहा, जब कम उम्र में लेखन की मिसाल पेश करती नौवीं कक्षा की छात्रा का अंग्रेजी उपन्यास लॉन्च किया गया। कार्यक्रम में युवा लेखन को लेकर सकारात्मक चर्चा देखने को मिली। आगरा की साहित्यिक संस्था माधुर्य की ओर से रविवार को गुरुद्वारा गुरु का ताल के पास स्थित द एस्केप रूफटॉप रेस्टोरेंट में युवा लेखिका समायरा विजय गुप्ता के अंग्रेजी उपन्यास ‘ब्लंडर इन स्ट्रोथम’ का लोकार्पण किया गया। समायरा ताजनगरी के चिकित्सक दंपति डॉ. विजय गुप्ता और डॉ. पायल सक्सेना की सुपुत्री हैं और दिल्ली पब्लिक स्कूल में कक्षा 9 की छात्रा हैं। कार्यक्रम की अध्यक्षता आरबीएस कॉलेज के प्राचार्य डॉ. विजय श्रीवास्तव ने की। उन्होंने कहा कि डिजिटल और एआई के दौर में मौलिक पुस्तकों का लेखन और प्रकाशन एक बड़ी उपलब्धि है। उन्होंने समायरा जैसे नवोदित लेखकों को युवा पीढ़ी के लिए प्रेरणा बताया। पुस्तक की समीक्षा करते हुए वरिष्ठ साहित्यकार डॉ. आर.एस. तिवारी ‘शिखरेश’ ने कहा कि यह मर्डर मिस्ट्री राजनीतिक भ्रष्टाचार और अमानवीयता पर प्रहार करती है और इसमें अस्तित्ववाद की झलक भी मिलती है। मुख्य अतिथि डॉ. इरमीन फरहत अली ने उपन्यास की भाषा को सरल बताते हुए कहा कि यह क्राइम थ्रिलर पाठकों तक अवश्य पहुंचना चाहिए। कार्यक्रम में समायरा विजय गुप्ता ने बताया कि उन्हें बचपन से ही पढ़ने का शौक था, जो धीरे-धीरे लेखन में बदल गया। उन्होंने कहा कि उनके माता-पिता ने हर कदम पर उन्हें पूरा सहयोग दिया। समायरा ने बताया कि उन्होंने कई मर्डर मिस्ट्री उपन्यास पढ़े, जिन्हें पढ़ने के बाद उन्हें लगा कि वे भी इस तरह की किताब लिख सकती हैं। इसी सोच से उन्होंने अपना पहला उपन्यास लिखा। विशिष्ट अतिथि निर्मला दीक्षित ने मोबाइल से बाहर निकलकर साहित्य सृजन के इस प्रयास की सराहना की। माधुर्य की संस्थापक-अध्यक्ष निशिराज ने कहा कि यह उपन्यास युवाओं को साहित्य की ओर प्रेरित करेगा। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में साहित्यकार और गणमान्य लोग मौजूद रहे।
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