अलीगढ़ में राजमिस्त्री ने सोमवार को खेत में बनी झोपड़ी में रखी कीटनाशक दवा पी ली। परिजन उसे गंभीर हालत में जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज लेकर पहुंचे, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। परिजनों का कहना है कि शराब के नशे में धोखे से दवा पी ली। बेटे की शादी से बहुत खुश थे। इसीलिए कई दिनों से लगातार शराब पी रहे थे। पूरा मामला खैर थाना क्षेत्र के बांकनेर गांव में हुई। शराब के नशे में गलती से दवा पीने की आशंका गांव बांकनेर के रहने वाले चंद्रपाल (50) पुत्र दुर्गा प्रसाद राजमिस्त्री का काम करके परिवार का पालन-पोषण करते थे। परिवार में पत्नी यशोदा, बेटा सोनू, मूला और बेटी आरती हैं। सोनू और आरती की शादी पहले ही हो चुकी है। परिजनों के अनुसार, 4 दिसंबर को छोटे बेटे मूला की शादी हुई थी, जिससे चंद्रपाल काफी खुश थे। पिछले कई दिनों से लगातार शराब पी रहे थे। सोमवार को भी उन्होंने शराब पी और शाम को खेत पर बनी झोपड़ी में चले गए। झोपड़ी में गिरे मिले, मुंह से निकल रहा था झाग सोनू ने बताया कि रात में करीब 8 बजे भोजन के बाद बाबा ओमप्रकाश झोपड़ी की ओर गए। उन्होंने देखा कि चंद्रपाल जमीन पर गिरे हुए थे और उनके मुंह से झाग निकल रहा था। स्थिति गंभीर होने पर परिवार उन्हें तुरंत सीएचसी खैर ले गया। डॉक्टरों ने हालत नाजुक देखते हुए उन्हें जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया। देर रात 10–11 बजे के बीच वहां पहुंचने पर डॉक्टरों ने चंद्रपाल को मृत घोषित कर दिया। परिवार का कहना है कि झोपड़ी में फसल में डालने वाली दवाइयाँ भी रखी रहती थीं। आशंका है कि शराब के नशे में चंद्रपाल ने गलती से कीटनाशक पी लिया, जिसके चलते उनकी मौत हो गई। मौत से परिवार में मातम घटना की जानकारी मिलते ही परिवार में चीख-पुकार मच गई। पत्नी यशोदा और अन्य सदस्य रो-रोकर बेहाल थे। मंगलवार दोपहर करीब 4 बजे पोस्टमॉर्टम के बाद पुलिस ने शव परिजनों के हवाले कर दिया, जिसके बाद शव को गांव ले जाया गया।
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