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अलीगढ़ में नोएडा के अभिजीत के डॉगी ने मारी बाजी:आजोन सिटी के फुटबॉल मैदानन पर हुए 10वें राष्ट्रीय डॉग शो में 42 नस्लों के 220 कुत्तों का जलवा

अलीगढ़ में ओजोन सिटी स्थित फुटबॉल ग्राउंड पर अलीगढ़ डॉग वेलफेयर सोमवती के तत्वावधान में आयोजित दसवां राष्ट्रीय डॉग शो शानदार तरीके से संपन्न हुआ। इस शो में देशभर से पहुंची 42 प्रजातियों के करीब 220 कुत्तों ने अपने आकर्षक लुक, स्टाइल और ट्रेनिंग के दम पर दर्शकों का दिल जीत लिया। पूरा कार्यक्रम उत्साह, रोमांच और कौतूहल से भरा रहा। दुर्लभ नस्ल के कुत्तों के देखने पहुंचे लोग हस्की, अर्मन शेफ, गोल्डन रिट्रीवर, डाबरमेन, भारतीय कारावन हाउंड, रॉटवीलर और जर्मन शेफर्ड जैसी बेहतरीन नस्लों ने दर्शकों को खासा आकर्षित किया। कई दुर्लभ नस्लों को देखने के लिए भी लोग दूर-दूर से पहुंचे। विदेशी और देश के अनुभवी डॉग हैंडलर्स ने अपनी प्रोफेशनल हैंडलिंग तकनीकों से उपस्थित लोगों को प्रभावित किया। कड़े मानकों पर हुआ विजेताओं का चयन कार्यक्रम का उद्घाटन मुख्य अतिथि प्रवीण मंगला ने किया। शो में कुत्तों के व्यवहार, चाल, शरीर संरचना, फिटनेस और प्रस्तुति के आधार पर मूल्यांकन किया गया। निर्णायक की भूमिका अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त टी. प्रीतम (बेंगलुरु) और यशोधरा ने निभाई। दोनों निर्णायकों ने हर श्रेणी में कड़े मानकों के अनुसार विजेताओं का चयन किया। बेहतरीन प्रदर्शन कर झटके इनाम प्रतियोगिता में नोएडा के अभिजीत दत्ता के डॉगी ने बेहतरीन प्रस्तुति देते हुए प्रथम स्थान हासिल किया। मेरठ के राजेंद्र लिसाड़ी के जर्मन शेफर्ड को दूसरा और कोलकाता के दीप्तिमान सेनगुप्ता के डॉग को तीसरा स्थान मिला। भोपाल के यश श्रीवास्तव चौथे, कोयंबटूर के केपी बैटरी पांचवें, केरल के एजाज साहिल छठवें, बलिया के सुखमीत खमीत सातवें और पंजाब के बबली नाभा का डॉग आठवें स्थान पर रहा। कुत्तों की देखभाल में होता है बड़ा खर्च पालतू कुत्तों की देखभाल पर होने वाला मासिक खर्च नस्ल और आकार के अनुसार काफी अलग होता है। गोल्डन रिट्रीवर, हस्की और रॉटवीलर जैसे बड़े आकार के कुत्तों पर भोजन, ग्रूमिंग और स्वास्थ्य देखभाल में हर महीने लगभग 10 हजार रुपये तक का खर्च आता है। गर्मी में इन्हें सप्ताह में एक बार, जबकि सर्दियों में दो सप्ताह में एक बार शैंपू से नहलाना जरूरी होता है। वहीं मिनपिन, पोमेरेनियन और चिहुआहुआ जैसी छोटी नस्लों का मासिक खर्च काफी कम है, जिनकी देखभाल पर लगभग 100 से 500 रुपये ही खर्च आते हैं। शो ने पेट ओनरशिप के प्रति बढ़ाई जागरूकता डॉग शो ने न केवल दर्शकों का मनोरंजन किया, बल्कि पालतू पशुओं की सही देखभाल और जिम्मेदार पेट ओनरशिप के प्रति जागरूकता भी बढ़ाई। आयोजन को सफल बनाने में पीयूष साराभाई, संदीप नक्षत्र, अनुराग पांडे और हरेंद्र सिंह सहित कई स्थानीय सदस्यों का महत्वपूर्ण सहयोग रहा।


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