साल 2025 का आज आखिरी दिन है। इस साल की सबसे बड़ी खबर भूमाफियाओं के सिंडिकेट तोड़ने की रही। अपराधियों का साथ देने वाले दागी पुलिसकर्मियों, वसूलीबाज कथित पत्रकारों और वकालत की आड़ में अपराध करने वाले वकीलों को सलाखों के पीछे पहुंचा उनके नेक्सेस को ध्वस्त कर दिया। हालांकि 2025 में रावतपुर में आई लव मोहम्मद को लेकर हंगामा, दिल्ली बम ब्लास्ट में कानपुर कनेक्शन, गंगा बैराज पर हुए हिट एंड रन केस, मेस्टन रोड में विस्फोट, 2 हजार करोड़ की ठगी करने वाले महाठग रवींद्र सोनी की गिरफ्तारी जैसे कई बड़े मामलों के रूप में जाना जाएगा। विकास दुबे के बाद अवनीश दीक्षित का बना सबसे बड़ा गैंग सिविल लाइंस स्थित करोड़ों की नजूल की जमीन कब्जाने के मामले पुलिस ने प्रेस क्लब के पूर्व अध्यक्ष अवनीश दीक्षित को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। अवनीश दीक्षित के खिलाफ पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट में कार्रवाई की और उसका शहर का पहला इंटररेंज गैंग (IR–01) रजिस्टर्ड किया। बिकरु कांड के आरोपी विकास दुबे के बाद यह दूसरा सबसे बड़ा गैंग था, जिसमें 26 गैंग मेंबर शामिल हैं। इसके साथ ही जमीन कब्जाने, वसूली करने के मामले में कई कथित पत्रकारों को पुलिस ने जेल भेजा। यह वकील पहुंचे सलाखों के पीछे इसके बाद तत्कालीन पुलिस कमिश्नर अखिल कुमार ने कानपुर को भूमाफिया, वसूलीबाजाें से छुटकारा दिलाने के लिए ‘ऑपरेशन महाकाल’ शुरू किया। जिसमें काले कोट की आड़ में जमीनों पर कब्जा करने, लोगों से रंगदारी वसूलने, बसपा नेता पिंटू सेंगर के मर्डर केस में अधिवक्ता धीरज उपाध्याय उर्फ दीनू को गिरफ्तार किया। गिरफ्तारी के बाद अपराध में संलिप्त वकीलों के एक बड़े गैंग का खुलासा हुआ, जिसमें दीनू के भाई संजय उपाध्याय, भतीजे मनु उपाध्याय, बार एसोसिएशन के पूर्व मंत्री अरिदमन सिंह, नारायण भदौरिया, दीपक जादौन, अनूप शुक्ला समेत कई दागी वकील जेल की सलाखों के पीछे पहुंच गए। रेप केस में फंसा कर वसूली करने वाला अखिलेश दुबे का किला ध्वस्त दीनू को सुरक्षा कारणों के चलते सोनभद्र जेल ट्रांसफर कर दिया गया, पुलिस का शिकंजा कड़ा हुआ और दीनू का गैंग रजिस्टर्ड हुआ, जिसमें 16 वकील और 9 अन्य लोगों को शामिल किया गया। पुलिस कमिश्नर ने ‘ऑपरेशन महाकाल’ के दूसरे चरण का टीजर जारी किया, तो अपराधियों के होश फाख्ता हो गए। शहर के अधिकांश अपराधियों, भूमाफिया कानपुर सीमा से बाहर से चले गए। दूसरे चरण के अभियान में कानपुर पुलिस ने शहर के चर्चित अधिवक्ता अखिलेश दुबे व उसके साथी लवी मिश्रा उर्फ आयुष को गिरफ्तार किया, तो शहर में हलचल मच गई। वर्षों से अखिलेश दुबे की प्रताड़ना से त्रस्त 56 पीड़ितों ने एसआईटी से शिकायत की। अखिलेश दुबे और उसके गुर्गों के खिलाफ वक्फ की जमीन कब्जाने, होटल कारोबारी से 2.50 करोड़ की रंगदारी मांगने, रंगदारी देने से मना करने पर होटल संचालिका की अश्लील किताब छपवाने समेत करीब 5 शिकायतें दर्ज की, जिसके बाद दुबे का किला ध्वस्त हो गया। पुलिस ने जांच शुरू की तो पता चला कि दुबे के गिरोह में एसीपी, इंस्पेक्टर, दरोगा समेत कई पुलिस अधिकारी उसके लिए काम कर रहे हैं। इन पुलिसकर्मियों को भी नहीं बख्शा गया तत्कालीन पुलिस कमिश्नर ने अखिलेश दुबे के अपराधों में संलिप्त इंस्पेक्टर सभाजीत मिश्रा को गिरफ्तार कर जेल भेजा। वहीं उसके लिए काम करने वाले इंस्पेक्टर नीरज ओझा, मानवेंद्र सिंह, आशीष द्विवेदी, केके मिश्रा, अमान सिंह, दरोगा आदेश यादव, सनोज पटेल को सस्पेंड किया। वहीं एसीपी विकास पांडेय, संतोष सिंह और ऋषिकांत शुक्ला को नोटिस जारी की गई। इसी कड़ी में जमीनों के नाम लोगों से करोड़ों रुपए वसूलने वाले गजेंद्र सिंह नेगी का नाम सामने आया। अभियान में नेगी के खिलाफ 11 मुकदमे दर्ज किए गए और 20 सितंबर को उसे गिरफ्तार कर जेल भेजा गया। 2025 ये रहीं चर्चित घटनाएं डीएम ने सीएमओ को मीटिंग से बाहर निकाला, जमकर हुआ विवाद कानपुर डीएम जितेंद्र प्रताप सिंह ने सीएम डैशबोर्ड की समीक्षा बैठक से सीएमओ हरिदत्त नेमी को बाहर कर दिया था। सीएमओ ने दावा किया था डीएम ने मीटिंग में कहा था- सीएमओ साहब आप तो AI हो गए थे। मगर आप तो जिंदा हो और यहां बैठे हो। दरअसल कानपुर डीएम की कार्यशैली को लेकर दो ऑडियो सामने आए थे। जिसमें डीएम के बारे में कहा गया-यूपी के 75 जिलों में से यही एक ऐसा डीएम है, जो ढोल बजा रहा है। मैने आज तक ऐसा डीएम नहीं देखा। मीटिंग 20 मिनट की होती है, तो दो घंटे तक खींच देते हैं। महिला कर्मचारी भी उनसे परेशान है। किसी दिन कोई महिला अपने ब्लाउज फाड़ेगी तब पता लगेगा। ऑडियो वायरल होने के बाद सीएमओ ने कहा था कि ये आवाज उनकी नहीं है, आजकल AI से कुछ भी किया जा सकता है। जिसके बाद विवाद और गर्माया, जिस पर डीएम ने शासन को पत्र लिखा। पत्र को संज्ञान लेते हुए सीएमओ का तबादला कर दिया गया था, और उनकी जगह डॉ उदयनाथ की तैनाती की गई थी। लेकिन चंद दिनों बाद सीएमओ हरिदत्त नेमी हाईकोर्ट से स्टे ले आए और फिर से सीएमओ की कुर्सी पर काबिज हो गए। आगजनी मामले में जेल में बंद पूर्व विधायक को मिली जमानत डिफेंस कॉलोनी निवासी नजीर फातिमा की झोपड़ी में आगजनी के मामले में करीब 3 साल से जेल से में बंद पूर्व सपा विधायक इरफान सोलंकी व उनके भाई रिजवान सोलंकी को जेल से रिहा किया गया। बता दें कि पूर्व विधायक इरफान 2 दिसंबर 2022 से जेल में बंद थे। उन पर कुल 10 केस दर्ज हैं। 7 जून 2024 को कानपुर में महिला के प्लॉट पर आगजनी मामले में उन्हें 7 साल की सजा हुई थी। इसके बाद उनकी विधायकी चली गई। उपचुनाव हुआ और उनकी पत्नी नसीम विधायक बनीं। सभी मामलों में जमानत मिलने के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने गैंगस्टर एक्ट मामले में इरफान को जमानत दी थी। यह आखिरी केस था, जिसमें उन्हें जमानत नहीं मिली थी। अगले दिन रिहाई होनी थी, लेकिन हाईकोर्ट से दस्तावेज कानपुर जेल भेज दिए गए थे। इसके चलते उनकी रिहाई तीन दिन अटक गई थी। भाईदूज पर सतीश महाना को टीका करने पहुंची विधायक नसीम सोलंकी कानपुर की सीसामऊ से सपा विधायक नसीम सोलंकी दीपावली त्योहार के बाद पति इरफान सोलंकी के साथ विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना से मिलने पहुंचीं। नसीम ने सतीश महाना को दिवाली की शुभकामनाएं दीं। बातचीत के दौरान नसीम ने मुस्कुराते हुए कहा- भइया, भाई दूज है, मैं आपका टीका करना चाहती हूं। इस पर सतीश महाना ने हंसते हुए कहा- बहन, मैं पंजाबी खत्री हूं। हमारे यहां भाई दूज मनाई ही नहीं जाती, लेकिन मेरा आशीर्वाद हमेशा तुम्हारे साथ है। इसके बाद उनके सिर पर हाथ रखकर आशीर्वाद दिया। नसीम और इरफान ने भाजपा सांसद रमेश अवस्थी से भी मुलाकात की। उन्हें भी दीपावली की शुभकामनाएं दीं। जीटी रोड पर कार-बस की भिड़ंत में दो टीचर समेत 3 की मौत 15 अप्रैल को बिठूर थानाक्षेत्र के नारामऊ जीटी रोड पर बस और कार की आमने-सामने टक्कर हो गई थी। हादसे में शिवली रोड निवासी टीचर आकांक्षा मिश्रा (35), बर्रा निवासी अंजुला मिश्रा (41) व कल्याणपुर निवासी कार ड्राइवर विशाल द्विवेदी (27) की मौत हो गई थी। वहीं गोवा गार्डेन निवासी टीचर ऋचा अग्निहोत्री और पनकी निवासी अशोक कुमार घायल हो गए थे। महिला टीचर्स उन्नाव में पढ़ाती थीं, तीनों को स्कूल छोड़ने के लिए कार उन्नाव जा रही थी। इस दौरान कार ने एक बाइक सवार को टक्कर मारी और इसके बाद कार रांग साइड में पहुंच गई, तभी सामने से आ रही बस ने टक्कर मार दी थी, जिससे कार के परखच्चे उड़ गए। 4 सितंबर आई लव मोहम्मद को लेकर हंगामा 4 सितंबर को बारावफात के मौके पर रामनवमी शोभायात्रा के गेट के सामने टट्टर पर आई लव मोहम्मद का बोर्ड लगाने को लेकर हंगामा हुआ था। नाराज हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता आई लव मोहम्मद का बैनर हटाए जाने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए। हंगामे की सूचना पर कई थानों का फोर्स मौके पर पहुंचा और दो घंटे बाद बोर्ड को हटाया गया। इसके बाद 13 सितंबर को साइन बोर्ड लगाकर माहौल खराब करने पर रावतपुर थाने में शराफत हुसैन, सबनूर आलम, बाबू अली, मोहम्मद सिराज, खजूर, रहमान, इकराम अहमद, इकबाल, बंटी, कुन्नू कबाड़ी समेत 15 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। सचेंडी में भांजे संग मिलकर की पति की हत्या सचेंडी के लालूपुर गांव निवासी शिवबीर सिंह (50) गुजरात में प्राइवेट नौकरी करते थे, जहां उनकी मुलाकात गाजीपुर निवासी लक्ष्मी से हुई थी। जिसके बाद उन्होंने लव मैरिज कर ली थी। उनके तीन बच्चे आनंद, रोहित व अंकिता हैं। करीब 6 साल पहले शिवबीर परिवार संग गांव में रहने आ गया, जिसके बाद लक्ष्मी का प्रेम प्रसंग अपने भांजे अमित से हो गए थे। लव अफेयर की जानकारी पर शिवबीर ने विरोध किया तो 1 नवंबर 2024 को लक्ष्मी ने अमित के साथ साबड़ से सिर कूंच कर हत्या कर दी और शव को गलाने के लिए 12 किलो नमक डालकर दफन कर दिया था। कई महीनों तक घर न आने पर मृतक की बहन कांति ने 19 अगस्त 2025 को गुमशुदगी दर्ज कराई तो घटना का खुलासा हुआ। पुलिस ने शिवबीर का शव घर से 500 मीटर की दूरी पर स्थित बगीचे से बरामद किया था। हत्यारोपी भांजे का एक हाथ नहीं था। मरकज मस्जिद के पास 2 स्कूटी में धमाका, 12 घायल हुए थे 8 अक्टूबर की शाम करीब 7 बजे मेस्टन रोड स्थित मिश्री बाजार में मरकज मस्जिद से 100 मीटर दूर मूलगंज निवासी मो. आमिर की चश्मे और बेल्ट की दुकान के बाहर खड़ी चोरी की स्कूटी में भीषण विस्फोट हुआ था। इससे बाजार में भगदड़ मच गई थी। धमाके से बाजार की 6 दुकानों की दीवारें चटक गईं, एक दुकान की फॉल सीलिंग गिर गई थी। धमाके की चपेट में आकर अश्वनी कुमार, सुहाना, मुरसलीन, अब्दुल, जुबीन, भारत भाटिया, एसके रईसुद्दीन, मोहसिन, बिलाल समेत 12 लोग घायल हो गए थे। जिसमें एक युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई थी। जानकारी पर एटीएस, एनआईए पहुंची और जांच पड़ताल की। जांच में सामने आया था कि दीपावली पर पटाखों का अवैध स्टॉक करने की वजह से घटना हुई थी। गंगा बैराज पर स्टंटबाजों की टक्कर से छात्रा की मौत शुक्लागंज निवासी मनीष गुप्ता की 23 वर्षीय बेटी भाविका बीते 8 नवंबर को अपनी सहेली नेहा मिश्रा के साथ स्कूटी से गंगा बैराज घूमने गई थी, जहां टी-प्वाइंट पर बिठूर की ओर से दो बाइक सवारों पर सवार चार युवक स्टंटबाजी करते हुए आ रहे थे। स्पोर्ट्स बाइक सवार स्टंटबाजों ने छात्रा की स्कूटी में टक्कर मारी थी। टक्कर इतनी भीषण थी कि भाविका सड़क पर लगभग 50 मीटर तक घिसटती चली गई। उनके शरीर में 22 फ्रैक्चर हुए और जबड़े व दांत टूट गए थे। हादसे में उसकी मौके पर मौत हो गई थी। कानपुर में स्लीपर बस पलटी, 3 की मौत 18 नवंबर को दिल्ली से बिहार के सीवान जा रही एक तेज रफ्तार प्राइवेट स्लीपर बस अरौल स्थित आगरा–लखनऊ एक्सप्रेस–वे पर पलट गई थी। बस दिल्ली के आनंद विहार से बिहार के सिवान जा रही थी। जिसमें यूपी, बिहार, दिल्ली और हरियाणा के 45 यात्री थे। हादसे में बिहार के सिवान निवासी अनुराग के 5 साल के बेटे अजय का सिर धड़ से अलग हो गया था, जबकि उसकी पत्नी का पैर कट गया था। वहीं बिहार के नसीम आलम और पश्चिम बंगाल के शशि कुमार की भी मौत हुई थी। हादसे में करीब 27 लोग घायल हुए थे। दिल्ली बम ब्लास्ट में कानपुर से डॉ आरिफ गिरफ्तार दिल्ली में हुए बम ब्लास्ट के बाद कानपुर से डॉ आरिफ को एटीएस ने गिरफ्तार किया था। डॉ आरिफ कार्डियोलॉजी में तैनात थे, वह कानपुर के अशोक नगर में कन्हैया लाल के फ्लैट में किराए पर रहता था। उन्होंने बताया कि आरिफ रोज ओला बाइक से अस्पताल जाता था और शाम को लौट आता था। किसी से वह बातचीत भी नहीं करता था। आरिफ के साथ डॉ अभिषेक भी रहते थे। डॉ आरिफ की गिरफ्तारी के अगले दिन एनआईए की टीम उनके घर पहुंची और दस्तावेज कलेक्ट किए थे। पूर्व कोयला मंत्री का 28 नवंबर को निधन कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व कोयला मंत्री श्रीप्रकाश जायसवाल का 28 नवंबर 2025 को निधन हो गया था। वे 81 साल के थे, जायसवाल लंबे समय से हार्ट की बीमार से परेशान चल रहे थे। उनके निधन की सूचना पर सीएम योगी आदित्यनाथ, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, कांग्रेस पार्टी ने एक्स पर पोस्ट का दुख जताया था। वह 1989 में कानपुर के मेयर के रूप में उनका पहला राजनीतिक पद था।1999, 2004 और 2009 में कानपुर लोकसभा से कांग्रेस के टिकट पर जीत हासिल की थी। 2014 में वह मुरली मनोहर जोशी से हार गए थे। 2004 में वह गृह राज्यमंत्री बने, 2009 में कोयला और सांख्यिकी एवं कार्यक्रम कार्यान्वयन राज्य मंत्री नियुक्त हुए। 2012 में CAG रिपोर्ट लीक होने से कोयला घोटाला सामने आया था। 1500 करोड़ की ठगी करने वाला इंटरनेशनल ठग दबोचा गया करीब 700 लोगों से 1500 करोड़ रुपए की ठगी के मामले में इंटर नेशनल ठग रवींद्र नाथ सोनी को कानपुर कमिश्नरेट पुलिस ने गिरफ्तार किया था। रवींद्र सोनी ‘ब्लूचिप ग्रुप’ और डिजिटल बैंक के नाम पर क्रिप्टो करेंसी में निवेश और भारी मुनाफे का लालच देकर लोगों को ठगता था। उसने दुबई, यूके और यूएसए तक अपना जाल फैला रखा था। उसने अपनी फर्जी योजनाओं के प्रचार के लिए सोनू सूद, द ग्रेट खली और क्रिस गेल जैसे प्रसिद्ध सितारों का इस्तेमाल किया था। सोनी को उत्तराखंड के देहरादून से गिरफ्तार किया गया। पुलिस ने उसे उसके ‘खाने के ऑर्डर’ और डिजिटल फुटप्रिंट्स के जरिए ट्रेस किया था। आरोपी की गिरफ्तारी के बाद देश विदेश से पीड़ित सामने आए और एफआईआर दर्ज कराई थी। पुलिस ईडी को मामला सौंपने की तैयारी कर रही है। चेकिंग में दो दरोगा और होमगार्ड को कार ने रौंदा गंगा बैराज पर 23 दिसंबर की शाम करीब 6:30 बजे कोहना थाना प्रभारी प्रतीक सिंह, अटल घाट चौकी प्रभारी संजय कुमार, दरोगा पूरन सिंह समेत थाने का फोर्स चेकिंग कर रहा था। इस दौरान एक तेज रफ्तार ऑरा कार ने तीन बैरीकेडिंग तोड़ते हुए दरोगा संजय कुमार, पूरन सिंह व होमगार्ड हरि प्रकाश को रौंद दिया था। पूरन सिंह का पैर टूटा गया था, संजय सिंह और होमगार्ड हरि किशन को कई चोटें आई थीं। घटना के दो दिन बाद पुलिस ने रामा इंस्टीट्यूट में पढ़ने वाले मथुरा निवासी बीटेक छात्र श्याम सुंदर और बिधनू निवासी अभिजीत चतुर्वेदी को गिरफ्तार किया था। आरोपियों का एक सीसीटीवी भी सामने आया था, जिसमें वह शराब खरीदते हुए कैद हुए थे। पुलिस मामले में फरार 3 अन्य युवकों की तलाश कर रही है। कानपुर में ढाई करोड़ के लिए फैक्ट्री कर्मी की हत्या
साढ़ कस्बा निवासी गंगा प्रसाद के दो बेटे अमित तिवारी और विपिन (32) ट्रांसपोर्ट नगर स्थित पान मसाला फैक्ट्री में काम करते थे। 2 दिसंबर की शाम विपिन फैक्ट्री जाने के लिए निकला था, लेकिन वह फैक्ट्री नहीं पहुंचा। अमित ने फोन किया तो कॉल रिसीव नहीं हुई, कुछ समय बाद मोबाइल स्विच ऑफ हो गया था। 3 दिसंबर की सुबह 9 बजे मेहरबान सिंह का पुरवा के पास एक बॉडी मिलने की जानकारी हुई। परिजन मौके पर पहुंचे तो शव विपिन का निकला। हत्या के बाद आरोपियों ने उसके चेहरे को बोरी से ढक कर उस पर ईंट रख दी थी। पुलिस ने फैक्ट्री के सुपरवाइजर समेत दो आरोपियों को गिरफ्तार किया था। जांच में सामने आया था कि मृतक विपिन की जमीन डिफेंस कॉरिडोर प्रोजेक्ट में अधिगृहीत की गई है, जिसका उसे ढाई करोड़ मुआवजा मिला था। मुआवजे के लिए आरोपियों ने घटना को अंजाम दिया, हालांकि विपिन के पास से मात्र 5 हजार रुपए मिले थे।
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