अयोध्या में विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण (एसआईआर) प्रक्रिया पूरी होने के बाद मतदाता सूची में नामों की मैपिंग न होने के मामलों में रुदौली विधानसभा क्षेत्र सबसे आगे है। यहां 30,111 मतदाताओं के नाम की मैपिंग नहीं हो सकी है। जिले की पांचों विधानसभा क्षेत्रों में कुल 3,37,549 मतदाता ‘यूईएफ’ (मृतक, अनुपस्थित, स्थानांतरित, डुप्लीकेट) श्रेणी में पाए गए हैं, जिनकी मैपिंग नहीं हो पाई है। ऐसे सभी मतदाताओं को नोटिस भेजे जाएंगे। एसआईआर प्रक्रिया के बाद अयोध्या विधानसभा क्षेत्र में मतदाताओं की संख्या सबसे अधिक घटने की संभावना जताई जा रही है। इस क्षेत्र में कुल 3,86,205 मतदाताओं में से 1,07,976 मतदाता ‘यूईएफ’ श्रेणी में हैं। इन मतदाताओं के गणना प्रपत्र वापस जमा नहीं हो सके हैं। अयोध्या विधानसभा क्षेत्र में 2,78,230 मतदाताओं का डिजिटाइजेशन पूरा हो चुका है, जबकि 26,813 मतदाताओं के नाम की मैपिंग नहीं हो पाई है। रुदौली विधानसभा क्षेत्र में कुल 3,59,610 मतदाता दर्ज हैं, जिनमें से 3,04,235 मतदाताओं का डिजिटाइजेशन हो चुका है। यहां 55,375 मतदाता ‘यूईएफ’ श्रेणी में हैं। रुदौली में 30,111 मतदाताओं के नाम की मैपिंग नहीं हो सकी है, जो जिले में सर्वाधिक है। मिल्कीपुर विधानसभा क्षेत्र में कुल 3,72,916 मतदाता हैं। इनमें से 3,31,625 मतदाताओं का डिजिटाइजेशन पूरा हो चुका है। यहां 41,291 मतदाता ‘यूईएफ’ श्रेणी में रखे गए हैं, जबकि 22,924 मतदाताओं के नाम की मैपिंग नहीं हो पाई है। बीकापुर विधानसभा क्षेत्र में कुल 3,91,529 मतदाता दर्ज हैं। इनमें से 3,27,695 मतदाताओं का डिजिटाइजेशन हो चुका है। इस क्षेत्र में 63,836 मतदाता ‘यूईएफ’ श्रेणी में हैं और 25,323 मतदाताओं के नामों की मैपिंग नहीं हो सकी है। गोसाईगंज विधानसभा क्षेत्र में कुल 3,97,540 मतदाता हैं। इनमें से 3,28,469 मतदाताओं का डिजिटाइजेशन पूरा हो चुका है। यहां 69,071 मतदाता ‘यूईएफ’ श्रेणी में हैं, जबकि 23,632 मतदाताओं के नाम की मैपिंग नहीं हो पाई है।
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