देश के प्रतिष्ठित टाटा समूह टाटा समूह की नमो कैंसर फाउंडेशन अयोध्या को कैंसर चिकित्सा का बड़ा केंद्र (कैंसर हब) बनाने की तैयारी में है। इसी उद्देश्य से टाटा समूह का छह सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल अयोध्या पहुंचा और शहर में संभावित स्थलों का निरीक्षण कर परियोजना की संभावनाएं तलाशी है। इस बीच अयोध्या के राजघराने के उत्तराधिकारी यतींद्र मिश्र ने फाउंडेशन के सामने बड़ा प्रस्ताव रखा है। उन्होंने स्वर्गीय विमलेंद्र मोहन प्रताप मिश्र की स्मृति में कैंसर हब बनाए जाने के लिए 6 से 8 एकड़ भूमि नि शुल्क देने की घोषणा की है। यह प्रस्ताव सामने आने के बाद परियोजना को लेकर संभावनाएं और मजबूत हो गई हैं। इस महत्वाकांक्षी परियोजना में श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के सहयोग की भी बात सामने आई है। राम मंदिर निर्माण समिति के अध्यक्ष नृपेंद्र मिश्र ने इसकी आधिकारिक जानकारी देते हुए बताया कि यह योजना स्वर्गीय रतन टाटा की परिकल्पना रही है, जिसे अब साकार करने की दिशा में ठोस कदम बढ़ाए जा रहे हैं। नृपेंद्र मिश्र ने यह भी बताया कि राम मंदिर परिसर में बनने वाले हुतात्मा पुण्य स्मारक के मुख्य स्तंभ के लिए झांसी रेड ग्रेनाइट के उपयोग पर विचार किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि राम मंदिर ट्रस्ट अब निर्माण कार्यों से आगे बढ़कर श्रद्धालुओं की सुविधा, प्रबंधन और सामाजिक दायित्वों पर विशेष ध्यान दे रहा है। राम मंदिर ट्रस्ट से जुड़े सभी शेष कार्यों को मार्च 2026 तक पूर्ण करने का लक्ष्य रखा गया है। अयोध्या में प्रस्तावित कैंसर हब न केवल क्षेत्र के लिए बड़ी स्वास्थ्य सौगात होगा, बल्कि पूर्वांचल के लाखों मरीजों को भी बेहतर इलाज की सुविधा उपलब्ध कराएगा।
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