राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के तहत टीबी रोगियों की काउंसलिंग को मजबूत बनाने के उद्देश्य से मंगलवार को दो दिवसीय सॉफ्ट स्किल्स प्रशिक्षण की शुरुआत हुई। यह प्रशिक्षण टाटा इंस्टीट्यूट ऑफ सोशल साइंस, मुंबई के सक्षम प्रवाह विभाग द्वारा मुख्य चिकित्सा अधिकारी सभागार में आयोजित किया जा रहा है, जो 10 दिसंबर तक चलेगा। कैपेसिटी बिल्डिंग विभाग की डॉ. रेखा गुप्ता और डॉ. इम्तियाज ने बताया कि उचित काउंसलिंग के अभाव में कई टीबी मरीज बीच में ही उपचार छोड़ देते हैं। ऐसे में यह प्रशिक्षण क्षय रोग विभाग के कर्मचारियों के लिए अत्यंत उपयोगी साबित होगा और मरीजों की उपचार से जुड़ाव में वृद्धि करेगा। मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशील कुमार बानियान ने कहा कि कर्मचारियों का व्यवहार और सही काउंसलिंग मरीजों को 50 प्रतिशत तक राहत दिला सकती है। उन्होंने निर्देश दिया कि कर्मचारी घर-घर जाकर न केवल मरीजों की बल्कि उनके परिवार के सदस्यों की भी नियमित काउंसलिंग करें। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. संदीप शुक्ला ने सभी कर्मचारियों को सलाह दी कि टी.पी.टी. (टीबी प्रिवेंटिव थेरेपी) देने से पहले मरीजों और उनके परिवार की घर पर सही तरीके से काउंसलिंग की जाए। उन्होंने कहा कि टी.पी.टी. का वितरण केवल निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार ही किया जाए। इस प्रशिक्षण में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. सुशील कुमार बानियान, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. आशुतोष श्रीवास्तव, जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. संदीप शुक्ला, जिला सर्विलांस अधिकारी डॉ. वेद प्रकाश, कैपेसिटी बिल्डिंग की डॉ. रेखा गुप्ता, डॉ. इम्तियाज सहित टीबी विभाग के सभी कर्मचारी शामिल हुए।
https://ift.tt/D6ECPSx
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply