महर्षि वाल्मीकि अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा अयोध्या धाम पर शीतकाल में कोहरे से उत्पन्न होने वाली संभावित चुनौतियों को देखते हुए एक महत्वपूर्ण समन्वय तैयारी बैठक का आयोजन किया गया। बैठक में कोहरे की स्थिति में उड़ान संचालन, यात्रियों की सुरक्षा और सुविधा सुनिश्चित करने को लेकर विभागवार तैयारियों की समीक्षा की गई तथा अब तक की गई कार्रवाइयों पर विस्तार से चर्चा हुई। बैठक में यह निर्णय लिया गया कि यदि किसी उड़ान में एक घंटे से अधिक की देरी होती है, तो संबंधित एयरलाइंस यात्रियों को उचित भोजन अथवा जलपान (फूड/स्नैक्स) उपलब्ध कराएंगी। साथ ही उड़ानों में संभावित देरी या निरस्तीकरण की स्थिति में सभी संबंधित विभाग आपसी समन्वय के साथ कार्य करेंगे, ताकि यात्रियों को किसी प्रकार की असुविधा न हो। हवाई अड्डा निदेशक धीरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में आयोजित यह बैठक एक प्रोएक्टिव पहल के रूप में की गई, जिससे कोहरे के कारण उत्पन्न समस्याओं से पहले ही निपटा जा सके और हवाई अड्डे पर सुरक्षित, सुचारू एवं यात्री-अनुकूल संचालन सुनिश्चित हो सके। बैठक में एटीसी प्रभारी अवधेश कुमार सिंह, सीआईएसएफ के सीएएसओ रविंद्र सिंह, टर्मिनल प्रभारी जयंतो नियोगी सहित विभिन्न एयरलाइंस के प्रभारी अधिकारी उपस्थित रहे। यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए टर्मिनल भवन में बैठने की क्षमता बढ़ाने, उड़ानों के क्रम और बोर्डिंग गेट्स के प्रभावी प्रबंधन से भीड़भाड़ रोकने पर सहमति बनी। इसके अलावा जिला प्रशासन के सहयोग से समन्वय को और मजबूत करने का निर्णय लिया गया। बैठक में यह भी तय किया गया कि कोहरे के कारण यदि उड़ानें निरस्त होती हैं, तो होटल और आवास प्रदाता यात्रियों से कोई अनुचित या मनमाना शुल्क नहीं वसूलेंगे। हवाई अड्डा प्रशासन ने स्पष्ट किया कि यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता रहेगी।
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