अम्बेडकरनगर जिले में बच्चों के भविष्य को संवारने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम उठाया गया है। जिले के कुल 506 आंगनबाड़ी केंद्रों को ‘सक्षम आंगनबाड़ी केंद्र’ के रूप में विकसित किया जा रहा है। इन केंद्रों के सुदृढ़ीकरण और अपग्रेडेशन का कार्य 20 जनवरी, 2026 तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है, जिसके बाद 26 जनवरी, 2026 को गणतंत्र दिवस के अवसर पर इनका विधिवत शुभारंभ किया जाएगा। जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला ने इस पहल के उद्देश्यों पर प्रकाश डालते हुए बताया कि सक्षम आंगनबाड़ी केंद्र बनाने का मुख्य लक्ष्य बच्चों के पोषण स्तर और पूर्व-प्राथमिक शिक्षा को आधुनिक संसाधनों के माध्यम से मजबूत करना है। यह सुनिश्चित किया जाएगा कि बच्चों को सीखने और बढ़ने के लिए एक बेहतर वातावरण मिले। इन चयनित आंगनबाड़ी केंद्रों में कई महत्वपूर्ण बदलाव किए जाएंगे। इनमें आकर्षक वॉल पेंटिंग, जिसे ‘बाला पेंटिंग’ के नाम से जाना जाता है, शामिल है, जो बच्चों को सीखने के लिए प्रेरित करेगी। इसके अतिरिक्त, बच्चों के लिए आधुनिक खेल सामग्री उपलब्ध कराई जाएगी ताकि वे खेल-खेल में सीख सकें। प्रत्येक केंद्र पर पोषण वाटिका की स्थापना भी की जाएगी, जिससे बच्चों को ताजे फल और सब्जियां मिल सकें और वे प्रकृति से जुड़ सकें। जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि वे कार्य की गुणवत्ता और समयबद्धता सुनिश्चित करें। परियोजना की प्रगति की नियमित निगरानी की जाएगी ताकि निर्धारित लक्ष्य 20 जनवरी, 2026 तक हर हाल में प्राप्त किया जा सके। इस पहल से ग्रामीण क्षेत्रों में बच्चों के विकास को एक नई दिशा मिलेगी और उन्हें शहरी बच्चों के समान सुविधाएं मिल पाएंगी। सक्षम आंगनबाड़ी केंद्रों का विकास न केवल बच्चों के शारीरिक और मानसिक विकास में सहायक होगा, बल्कि यह समुदाय में स्वास्थ्य और शिक्षा के प्रति जागरूकता भी बढ़ाएगा। इन केंद्रों के माध्यम से गर्भवती महिलाओं और धात्री माताओं को भी पोषण और स्वास्थ्य संबंधी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान की जाएगी, जिससे समग्र सामुदायिक स्वास्थ्य में सुधार होगा। यह परियोजना जिले में बाल विकास सेवाओं को एक नई ऊंचाई देगी।
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