अमेठी जिले में कड़ाके की ठंड ने जनजीवन को प्रभावित किया है। कोहरा न होने के बावजूद, पछुआ हवाओं के कारण गलन काफी बढ़ गई है। रविवार सुबह से ही ठंडी हवाओं के चलते लोग गर्म कपड़ों में लिपटे दिखे, जिससे सड़कों और बाजारों में सामान्य दिनों की तुलना में चहल-पहल कम रही। शनिवार दोपहर बाद भी ठंड का असर जारी रहा। शाम चार बजे के बाद तापमान में और गिरावट दर्ज की गई थी, जिसके कारण लोग जल्दी घरों की ओर लौटने लगे। पूरे दिन पश्चिमी ठंडी हवाएं चलती रहीं, जिससे लोग ठिठुरते रहे। कृषि विशेषज्ञों के अनुसार, वर्तमान ठंड का गेहूं की फसल पर सामान्य प्रभाव पड़ रहा है। हालांकि, आलू, सरसों, चना और सब्जी की फसलों पर इसका प्रतिकूल असर पड़ने की आशंका है। ठंड और नमी के कारण इन फसलों में रोग लगने की संभावना बढ़ गई है। लगातार ठंड का असर लोगों के स्वास्थ्य पर भी दिख रहा है। चिकित्सकों के मुताबिक, इस मौसम में सर्दी, जुकाम, बुखार और पेट दर्द के मरीजों की संख्या में वृद्धि हुई है। हृदय रोग और लकवा से पीड़ित व्यक्तियों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी गई है। बच्चे और बुजुर्ग ठंड से सर्वाधिक प्रभावित हैं। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि आने वाले दिनों में भी ठंड का असर बना रह सकता है। पछुआ हवाओं के कारण तापमान सामान्य से नीचे रहने की संभावना है और फिलहाल ठंड से राहत मिलने के आसार कम हैं। रविवार को जिले का न्यूनतम तापमान लगभग 12 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया।
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