अमेठी के मुसाफिरखाना स्थित कादूनाला वेटलैंड पार्क को अब इको टूरिज्म स्पॉट के रूप में विकसित किया जाएगा। इसे फॉरेस्ट सफारी के तौर पर विकसित करने के लिए शासन ने 3 करोड़ रुपये की राशि मंजूर की है। इस राशि से पर्यटकों के लिए कैफेटेरिया और रेस्ट हाउस जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी। यह वेटलैंड पार्क अमेठी जिला मुख्यालय गौरीगंज से लगभग 20 किलोमीटर दूर लखनऊ-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग के दोनों किनारों पर स्थित कादूनाला वन रेंज का हिस्सा है, जो सैकड़ों एकड़ में फैला हुआ है। राजमार्ग के दक्षिणी दिशा में स्थित कादूनाला वेटलैंड पार्क को पर्यटकों के लिए ईको टूरिज्म स्पॉट के रूप में विकसित किया जा रहा है। पर्यटन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से अमेठी प्रशासन के पर्यटन और वन विभाग द्वारा एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (DPR) शासन को भेजी गई थी। शासन ने इस डीपीआर को मंजूरी देते हुए 3 करोड़ रुपये की राशि विभाग को जारी कर दी है। अमेठी के जिलाधिकारी संजय चौहान ने बताया कि मुसाफिरखाना क्षेत्र में स्थित कादूनाला वेटलैंड की रणनीतिक स्थिति पूर्वांचल एक्सप्रेसवे, रायबरेली-अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्ग और लखनऊ-वाराणसी राष्ट्रीय राजमार्ग के निकट है। यह स्थान लखनऊ से मात्र 2 घंटे की दूरी पर है, जिससे बड़ी संख्या में लखनऊ से वाराणसी, प्रयागराज या अयोध्या जाने वाले पर्यटकों को आकर्षित किया जा सकता है। जिलाधिकारी ने बताया कि इस क्षेत्र के बाहर एक कैफेटेरिया और एक रेस्ट हाउस का निर्माण प्रस्तावित है। साथ ही, पूरे वेटलैंड पार्क की तारबंदी भी की जाएगी। यह कदम इसलिए उठाया जा रहा है क्योंकि हाल के दिनों में आसपास के इलाकों में तेंदुओं की गतिविधियां देखी गई थीं, जिससे वन दुर्घटनाओं की संभावना बढ़ जाती है। तारबंदी से वन्यजीवों और क्षेत्र को सुरक्षित रखने में मदद मिलेगी, जिससे ग्रामवासियों द्वारा वन्यजीवों को क्षति पहुँचाने या वन्यजीवों से मनुष्यों को खतरा होने जैसी घटनाओं को रोका जा सकेगा।
https://ift.tt/Jo1T0RX
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply