प्रतापगढ़ जिले में बॉलीवुड अभिनेता अमिताभ बच्चन का पैतृक गांव बाबूपट्टी अब ‘मातृभूमि योजना’ के तहत संवरेगा। महाराष्ट्र की संस्था ‘डॉ. हरिवंश राय बच्चन प्रबोधन प्रतिष्ठान’ ने विकास खंड गौरा स्थित इस गांव को गोद लिया है। पहले चरण में गांव के विकास कार्यों पर एक करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। संस्था की ओर से मांगे गए प्रस्ताव को जिलाधिकारी (डीएम) ने हरी झंडी दे दी है। इसके साथ ही, अधिकारियों ने विकास कार्य कराने के लिए प्रस्ताव तैयार करने की प्रक्रिया तेज कर दी है, और कई कार्यों को मंजूरी भी मिल गई है। यह पहल शासन की ‘मातृभूमि योजना’ के तहत की जा रही है। ‘डॉ. हरिवंश राय बच्चन प्रबोधन प्रतिष्ठान’ के अध्यक्ष निवृत्ती यादव ने जिला पंचायत राज अधिकारी को एक प्रस्ताव भेजा था। इसमें बाबूपट्टी गांव को गोद लेकर प्रवेश द्वार, सीसी रोड, शुद्ध पेयजल, सोलर स्ट्रीट लाइटें आदि सुविधाएं उपलब्ध कराने की अनुमति मांगी गई थी। जिलाधिकारी शिव सहाय अवस्थी ने इस प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए संबंधित अधिकारियों को कार्ययोजना बनाने और भूमि चिह्नित करने के निर्देश दिए हैं। संस्था द्वारा प्रस्तावित विकास कार्यों में अमिताभ बच्चन के पिता डॉ. हरिवंश राय बच्चन की स्मृति में कई महत्वपूर्ण परियोजनाएं शामिल हैं। इनमें प्रवेश द्वार, सीसी रोड, शुद्ध पेयजल व्यवस्था, सोलर स्ट्रीट लाइटें, सांस्कृतिक भवन, सार्वजनिक स्वच्छता गृह, रोगी वाहन, सार्वजनिक उद्यान, डॉ. हरिवंश राय बच्चन के नाम पर गांव में चौक, व्यक्तिगत शौचालय, बस स्टॉप, बैंक ग्राहक सेवा केंद्र, माध्यमिक और जूनियर स्कूल, पुस्तकालय की मरम्मत तथा पौधरोपण आदि प्रमुख हैं। इन सभी कार्यों की कुल लागत करोड़ों रुपये में होने का अनुमान है। शासन की ओर से संचालित मातृभूमि योजना के तहत कोई भी व्यक्ति किसी गांव को गोद लेकर उसमें पंचायती राज विभाग के सहयोग से विकास कार्य करा सकता है, इन विकास कार्यों पर खर्च होने वाली धनराशि का 60 फीसदी गोद लेने को खर्च करना होगा, जबकि 40 फीसदी धनराशि प्रदेश सरकार की ओर से खर्च किया जाएगा, अहम बात यह कि इस योजना से कराए जाने वाले सभी विकास कार्य में गोद लेने व्यक्ति के पुरखों के नाम की शिलापट लगाई जाएगी। प्रतापगढ़ का बाबू पट्टी गांव जहां हरिवंश राय बच्चन की जन्मस्थली है तो वही महानायक अमिताभ बच्चन का पैतृक गांव, लेकिन अभी तक अमिताभ बच्चन इस गांव में कभी भी आए नहीं, 5 मार्च 2006 को अमिताभ बच्चन की पत्नी जया बच्चन उस समय के सांसद अमर सिंह के साथ बाबू पट्टी गांव आई थी, उन्होंने डॉक्टर हरवंश राय बच्चन स्मारक पुस्तकालय का उद्घाटन किया था, जया बच्चन ने वादा किया था कि जल्द ही अपने पैतृक गांव बाबू पट्टी में अमिताभ बच्चन भी आयेगे, लेकिन जया का वादा यह कोरा वादा ही साबित हुआ, और ऐसा आज तक कुछ भी नहीं हो सका। डॉ हरिवंश राय बच्चन प्रबोधन प्रतिष्ठान महाराष्ट्र द्वारा करोड़ों का विकास कार्य कराए जाने की पहल को लेकर पूर्व प्रधान पंकज शुक्ला ने बताया कि अमिताभ बच्चन पर्दे के पीछे उनकी पहल है,ग्रामीणों को फिर से आस जगी है बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन जल्दी अपने पैतृक गांव भी आएंगे। जिसको लेकर ग्रामीणों में खुशी हुई है, लेकिन अभी तक इस बात की कोई भी अधिकारी पुष्टि नहीं हो सकी है कि इस गांव के विकास कार्य में अमिताभ बच्चन का क्या रोल रहने वाला है,या फिर बच्चन परिवार का इस संस्था द्वारा कराए जाने वाले विकास कार्य से कोई लेना देना नहीं है। वहीं डीपीआरओ ने बताया कि मातृभूमि योजना के तहत बॉलीवुड के महानायक अमिताभ बच्चन के पैतृक गांव गौरा ब्लॉक के बाबूपट्टी को गोद लेकर विकास कार्य कराने का अनरोध महाराष्ट्र की संस्था डॉ. हरिवंश राय बच्चन प्रबोधन प्रतिष्ठान के अध्यक्ष की ओर से किया गया था, गोद लेने की प्रक्रिया पूरी कर विकास कार्यों के प्रस्ताव तैयार कराए जा रहे हैं,कुछ कार्यों की निदेशालय से मंजूरी भी हो चुकी है, शीघ्र ही बाबूपट्टी को सजाने संवारने की प्रक्रिया शुरू कर दी जाएगी।
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