DniNews.Live

Fast. Fresh. Sharp. Relevant News

अमहट में जनाबे फात्मा जहरा की शहादत पर निकला जुलूस:मौलाना बोले-पैगंबर मोहम्मद के निधन के 90 दिन बाद उनकी बेटी की हुई शहादत

सुल्तानपुर के अमहट में जनाबे फात्मा जहरा की शहादत पर शबीह ताबूत का जुलूस मंगलवार रात्रि निकाला गया। अंजुमन असगरिया गोराबारिक अमहट सुल्तानपुर की ओर से मंगलवार रात हुसैनिया नौतामीर गोराबारिक अमहट में एक मजलिस का आयोजन किया गया। मजलिस की शुरुआत पेशख्वानी से हुई, जिसे अंसार सुलतानपुरी, जोहैर सुलतानपुरी और आबिस सुलतानपुरी ने प्रस्तुत किया। इसके बाद मौलाना अतहर अब्बास मुजफ्फरनगर ने मजलिस पढ़ी। उन्होंने बताया कि पैगंबर मोहम्मद साहब ने अपने जीवनकाल में ही खुदा के आदेश से हजरत अली अलैहिस्सलाम को अपना उत्तराधिकारी नियुक्त किया था। मौलाना अतहर अब्बास ने आगे बताया कि पैगंबर मोहम्मद साहब के निधन के तीन दिन बाद इस्लाम विरोधियों ने एक अलग हुकूमत बना ली। उन्होंने हजरत अली अलैहिस्सलाम पर दबाव डालकर यह लिखवाना चाहा कि मोहम्मद साहब के उत्तराधिकारी वे स्वयं हैं। अली के इनकार करने पर उनके घर में आग लगा दी गई। जलता हुआ दरवाजा जनाबे फात्मा जहरा पर गिर गया, जिससे वह गंभीर रूप से घायल हो गईं। इस घटना के बाद पैगंबर मोहम्मद साहब के निधन के 90 दिन बाद जनाबे फात्मा जहरा की भी शहादत हो गई। इसके अतिरिक्त, हजरत अली और फात्मा की संपत्ति भी जब्त कर ली गई थी। इसी कारण हर साल फात्मा जहरा का शहादत दिवस मनाया जाता है। मजलिस के बाद अमहट की स्थानीय अंजुमनों ने नौहा ख्वानी और सीना जनी की। आरजू जलालपुरी और इसरार अकबरपुरी ने नौहा पढ़ा। इसके उपरांत जनाबे फात्मा जहरा का शबीह ताबूत हुसैनिया नौतामीर गोराबारिक अमहट से उठाया गया और जामा मस्जिद अमहट पर जाकर समाप्त हुआ। जुलूस के दौरान मौलाना सैयद आमिर काजमी गाजियाबाद और मौलाना शेर अब्बास नकवी ने तकरीरें कीं। पूरे कार्यक्रम का संचालन मौलाना जीशान हैदर ने किया। यह जानकारी हुसैनी शिया वेलफेयर एसोसिएशन सुल्तानपुर के अध्यक्ष हैदर अब्बास खान ने दी।


https://ift.tt/8G57tks

🔗 Source:

Visit Original Article

📰 Curated by:

DNI News Live

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *