अमरोहा की एक और छात्रा की फास्ट फूड खाने से मौत हो गई। 9 दिन से वह दिल्ली के राम मनोहर लोहिया (RML) अस्पताल में भर्ती थी। सोमवार को इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई। इसके बाद परिजन शव को लेकर घर आए। देर रात उसे सुपुर्द-ए-खाक कर दिया गया। डॉक्टरों के अनुसार, लगातार फास्ट फूड खाने से पत्ता गोभी के जरिए शरीर में कीड़ा पहुंचने से दिमाग में 25 गांठें बन गई थीं। छात्रा के ऑपरेशन के बावजूद उसकी जान नहीं बचाई जा सकी। 6 दिन पहले भी फास्ट फूड खाने से 11वीं की छात्रा की मौत हो गई थी। अब जानिए पूरा मामला… एक महीने पहले हुआ था टायफाइड मंडी धनौरा थाना क्षेत्र के गांव चुचैला कलां में नदीम अहमद परिवार के साथ रहते हैं। नदीम पेशे से किसान हैं। उनकी सबसे बड़ी बेटी इलमा (18) ग्लोबल पब्लिक स्कूल में इंटर की पढ़ाई के साथ NEET की तैयारी भी कर रही थी। परिजनों के अनुसार, एक महीने पहले उसे टाइफाइड हुआ था। इसके बाद उसकी तबीयत लगातार बिगड़ती चली गई। सीटी स्कैन में दिमाग में निकलीं थी गांठें नोएडा के एक निजी अस्पताल में इलमा को भर्ती कराया गया। यहां जांच के दौरान सीटी स्कैन और एमआरआई रिपोर्ट में डॉक्टरों ने उसके दिमाग में 7-8 गांठें बताईं। कुछ दिनों के लिए उसकी तबीयत में सुधार भी हुआ, लेकिन अचानक फिर तबीयत बिगड़ गई। दोबारा जांच कराने पर गांठों की संख्या बढ़कर 20-25 हो गई। देर रात परिजनों ने किया सुपुर्दे खाक 22 दिसंबर को परिजन उसे दिल्ली के राम मनोहर लोहिया (RML) अस्पताल ले गए। यहां दिमाग का ऑपरेशन भी किया गया। हालांकि, 29 दिसंबर को इलाज के दौरान इलमा की जान नहीं बचाई जा सकी। देर रात गमगीन माहौल में उसे सुपुर्दे खाक कर दिया गया। परिजन बोले- जांच में दिमाग में निकलीं गांठें परिजनों ने बताया- इलमा फास्ट फूड की बहुत शौकीन थी। अक्सर शादी या अन्य कार्यक्रमों में फास्ट फूड को ही प्राथमिकता देती थी। जब इलमा की जांच रिपोर्ट में गांठें निकलीं तो डॉक्टरों ने बताया था कि इन गांठों के पीछे एक प्रकार का कीड़ा (संभावित परजीवी) जिम्मेदार है। यह परजीवी फास्ट फूड में इस्तेमाल की गई दूषित पत्ता गोभी से शरीर में पहुंचा। दावा किया गया कि पत्ता गोभी की पत्तियों में मौजूद कीड़े और उनके अंडे दिमाग तक पहुंचकर गांठें बना देते हैं। इलाज के दौरान दवाओं से कीड़े को तो खत्म कर दिया गया, लेकिन गांठें नियंत्रित नहीं हो सकीं। 6 दिन पहले भी एक छात्रा की हुई थी मौत 6 दिन पहले थी अमरोहा के अफगानान मोहल्ले की निवासी 11वीं की छात्रा अहाना की फास्टफूड खाने की वजह से मौत हो गई थी। दिल्ली AIIMS में उसका इलाज चल रहा था। डॉक्टर ने बताया था ज्यादा फास्टफूड खाने की वजह से लड़की की आंतें आपस में चिपक गई थीं। पाचन तंत्र पूरी तरह से डैमेज हो गया था। उसका ऑपरेशन भी किया गया, लेकिन बच नहीं पाई। घरवालों का कहना है कि अहाना बचपन से ही घर के खाने की जगह चाऊमीन, पिज्जा और बर्गर ही खाती थी। वही उसके मौत की वजह बन गई। फास्टफूड से दुनिया में हर साल 1.1 करोड़ मौतें ग्लोबल बर्डन ऑफ डिजीज रिपोर्ट के मुताबिक, फास्टफूड खाने से हर साल 1.1 करोड़ मौतें होती हैं। वहीं, स्मोकिंग से हर साल 80 लाख लोग मरते हैं। यानी फास्टफूड स्मोकिंग से भी ज्यादा खतरनाक हैं। आइए समझते हैं कि ये हमें कैसे बीमार बना रहा। ये न सिर्फ जानलेवा बीमारियों का खतरा बढ़ाते हैं, बल्कि समय से पहले मौत का कारण भी बनते हैं। मेडिकल जर्नल जामा नेटवर्क में छपी एक रिसर्च में देखा गया कि फास्टफूड खाने वाले लोगों में हार्ट डिजीज और कैंसर जैसी बीमारियों का खतरा भी बढ़ जाता है। बढ़ाता है शुगर लेवल कोल्ड ड्रिंक, चिप्स, फ्रेंच फ्राइज वगैरह कार्बोहाइड्रेट से भरे होते हैं। इतना हाई कार्बोहाइड्रेट शरीर के शुगर लेवल को अचानक बढ़ाने के लिए काफी होता है। अमेरिकन जर्नल ऑफ लाइफस्टाइल मेडिसिन में छपी एक रिसर्च में ये भी देखा गया कि फास्ट फूड इंसुलिन लेवल को भी अचानक बढ़ा सकता है, जिसकी वजह से शुगर लेवल गिर जाता है। मेमोरी और लर्निंग पर भी असर फास्ट फूड सिर्फ हमारे दिल के लिए खतरनाक नहीं है। ये हमारे दिमाग को भी नुकसान पहुंचा सकता है। फ्रंटियर साइकोलॉजी में छपी एक रिसर्च में देखा गया कि फास्ट फूड में मौजूद ट्रांस फैट और शुगर हमारी मेमोरी और सीखने की क्षमता पर भी असर डालते हैं। और तो और, भवि ष्य में डिमेंशिया जैसी भूलने की बीमारियों का खतरा भी बढ़ा सकते हैं। पाचन में गड़बड़ियां पाचन दुरुस्त रखने के लिए फाइबर बहुत जरूरी है। ये शरीर में पानी की कमी से भी बचाता है और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर रखता है। लेकिन फास्ट फूड में फाइबर की मात्रा शून्य होती है। नेशनल लाइब्रेरी ऑफ मेडिसिन में छपी एक रिसर्च में देखा गया कि फास्ट फूड शरीर के लिए न्यूट्रीशन को अब्सॉर्ब करना मुश्किल बनाते हैं और गट बैक्टीरिया पर भी असर डालते हैं। —————————– इस खबर को भी पढ़े… प्रयागराज DM से केशव बोले-सतुआ बाबा की रोटी मत सेको:जाम लग रहा, इसे देखो, 6 दिन से पहले चूल्हे पर रोटी बनाई थी डिप्टी सीएम केशव मौर्य ने प्रयागराज डीएम पर चुटकी ली। कहा- ये जो जाम लग रहा है, इसे देखो। सतुआ बाबा की रोटी के चक्कर में न पड़ो। यह सुनकर डीएम और अफसर हंसने लगे। दरअसल, डिप्टी सीएम सोमवार को माघ मेले की तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे थे। संगम नोज पर उन्होंने व्यवस्थाओं की जानकारी DM और मेला अधिकारी से ली। पूरी खबर पढ़े…
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