तीन बच्चों की मां के प्यार में पागल एक हिंदू युवती उसके घर पहुंच गई थी। जिसके बाद घर और फिर थाने में हंगामा हुआ। करीब 6 घंटे तक थाने में दोनों हिंदू और मुस्लिम युवतियों के परिजनों ने खूब समझाया। लेकिन दोनों एक दूसरे के साथ रहने की जिद पर अड़ी थी। लेकिन बाद में दोनों परिवारों में रजामंदी बनी कि दोनों एक-दूसरे के साथ दोस्त की तरह रहेगी और समय-समय पर दोनों को मिलाया जाएगा। जिसके बाद मुस्लिम महिला और हिंदू युवती अपने-अपने परिजनों के साथ चली गई। ऑनलाइन हुआ था प्यार…5 साल में दो बार मिले
थाना मंडी क्षेत्र के खाताखेड़ी इलाके में हिना (नाम बदला हुआ) अपने पति और 3 छोटी बच्चियों के साथ रहती है। 5 साल पहले ऑनलाइन जॉब प्लेटफॉर्म पर उसकी कशिश (नाम बदला हुआ) से दोस्ती हुई। धीरे-धीरे दोनों में बातचीत बढ़ी। फिर रिश्ता दोस्ती से आगे बढ़कर प्यार तक पहुंच गया। हिना का कहना है कि कशिश किसी कंपनी में केमिस्ट है। वो मेरा और मेरे बच्चों का बहुत ध्यान रखती है। हम 5 साल से साथ में है। बहुत दिन दूर रह लिया। अब हम पति-पत्नी की तरह एक साथ रहना चाहते हैं। मार्च में हम 17 दिन के लिए घूमने गए थे। साथ में हम बहुत खुश थे। 9 साल पहले शादी हुई थी
मुस्लिम युवती हिना ने बताया था कि उसकी शादी को 9 साल हो चुके हैं। उसके पति ने कभी सपोर्ट नहीं किया। जब घर में प्यार नहीं मिलता है, तभी लोग बाहर जाते हैं। कशिश की स्थिति भी ऐसी है। तभी ऑनलाइन दोनों मिले, अपने घर के बारे में एक-दूसरे को बताया। फिर दोनों का अटैचमेंट हो गया। उसके पति भले ही दोनों को रखने की बात कर रहे हैं, लेकिन हम इस बात के लिए राजी नहीं। हिना ने कहा-मेरे पति पहले मारपीट करते थे, तब मैं अपने मायके चली जाती थी। पहले हमारे बीच तीन बार तलाक की बात हो चुकी है। कशिश के परिवार के लोग भले ही उसे ले जाना चाहते हैं, लेकिन मुझे पता है, वो नहीं जाएगी। यदि उसे जाना होता, तो वो मेरे पास आती ही क्यों? मेरे मां-पापा ने मुझे पागल घोषित कर दिया
वहीं, कशिश ने पुलिस को बताया- मैं केमिस्ट हूं और ठीक-ठाक कमा लेती हूं। हम दोनों एक ही कंपनी के लिए ऑनलाइन काम करते थे। तभी धीरे-धीरे बातचीत बढ़ी और रिश्ता दोस्ती से आगे बढ़कर प्यार तक पहुंच गया। कशिश ने बताया-मार्च में हम दोनों 15 दिन तक साथ रहे। घूमे-फिरे। पति-पत्नी की तरह जीवन जीया। अब मैं पति बनकर हिना के साथ रहना चाहती हूं, वह मेरी पत्नी है। जब लड़के-लड़के साथ रह सकते हैं, तो हम लड़कियां क्यों नहीं पति-पत्नी की तरह रह सकते। ये महाभारत काल से चला आ रहा है। ऐसा करने वाले हम कोई पहले कपल नहीं। हिंदू युवती बोली- मेरे परिवार ने मुझे मारा-पीटा
कशिश ने बताया- 15 दिन बाद जब मैं हिना के साथ घूमने के बाद घर लौटी, तो परिवारवालों ने मेरे साथ मारपीट की। मुझे मानसिक रूप से प्रताड़ित किया। यहां तक परिवार ने मुझे जबरन मेंटल हॉस्पिटल में भर्ती करा दिया। हाल ही में डिस्चार्ज होने के बाद मैं सीधे सहारनपुर आ गई और हिना के घर जा पहुंची। कशिश ने बताया- मेरा परिवार मुझे टॉर्चर करता है। मेरी क्या जरूरत है, मेरी क्या प्रॉब्लम है, इससे मेरे पापा को कोई मतलब नहीं था। मां हमेशा मुझे मारती थी। वो हमेशा लड़के की बात करती थी कि मुझे लड़का चाहिए था। मुझे लड़की नहीं चाहिए थी। मेरे पापा भी मुझे मारते हैं। एक बार मैंने पापा को मार दिया था, तो उन्होंने सबको दिखाया था कि बेटी ने मुझे मारा है। वो मुझे टॉर्चर करते हैं, मुझे जान से मारने की कोशिश की गई। अगर हम दोनों को साथ में रहने नहीं दिया तो हम दोनों सुसाइड कर लेंगे। कशिश की मां बोली- मेरी बेटी का ब्रेनवॉश किया
उधर, इस बारे में कशिश की मां का कहना है- ये मुस्लिम महिला हिना हमारी बेटी को 26 मार्च को किडनैप कर चुकी है। इसने मेरी बेटी का हैवी ब्रेनवॉश किया है। हम अभी तक इलाज करा रहे हैं, लेकिन ये ठीक नहीं हो पाई। 2 दिसंबर, 2024 को एक हॉस्पिटल से डिस्चार्ज हुई थी। 4 दिसंबर को इसका नाम लेते हुए फिर से भाग आई। ये औरत अपने पति के साथ मिली हुई है। ये जिहादी साजिश है। हमारी बच्ची के साथ गलत काम करके गलत इस्तेमाल करना चाह रही। हिना बहुत बड़े गिरोह से जुड़ी है। इसके साथ मायके और ससुराल वाले भी मिले हुए हैं। तभी तो कोई सामने नहीं आ रहा। मैं अपनी बेटी को लेने सहारनपुर तक आ गई। ये 3 बच्चों की मां होकर ये सब कर रही, लेकिन इसे कोई रोक नहीं रहा। मां बोली- ये जिहादी लोग हैं, बड़ी साजिश हो रही
कशिश की मां ने बताया- मुस्लिम परिवार दोनों को एक साथ रखने को तैयार है। इसका क्या मतलब निकाल सकते हैं? कुछ वजह तो जरूर है। लेकिन हम हिंदू हैं। हिंदुओं की मर्यादा बड़ी नाजुक होती है। बरेली में भी मैंने प्रार्थना पत्र दिया था। लेकिन, वहां की पुलिस लड़की से बयान की बात करती है। हम कहते हैं कि आप लड़की से क्या बयान क्या लेंगे, जब वो अपने होश में ही नहीं वो पागल है, उसका इलाज चल रहा है। सारी रिपोर्ट मेरे पास हैं। अगर बच्चा गलत रास्ते पर चलेगा, तो क्या कोई पेरेंट्स उसे डांटेगा नहीं? मैं अपनी बच्ची को साथ ले जाना चाहती हूं। उसको एक जनवरी को दोबारा हॉस्पिटल दिखाने के लिए जाना है। जिसका समय लिया है। उसकी मेडिसिन मिस नहीं होनी चाहिए थी। ये 27 सितंबर से लखनऊ के हॉस्पिटल में एडमिट थी। पहले शाहजहांपुर में भी भर्ती कराया था। उसको हमने कोई मोबाइल नहीं दिया था। लेकिन, इस हिना ने चोरी-छिपे उसे मोबाइल खरीदकर दिया। मुस्लिम परिवार कशिश रखना चाहता था अपने साथ
हिना के पति ने कहा- मैं अपनी बीबी-बच्चों को कहीं नहीं जाने देना चाहता। अगर कशिश को हिना के साथ रहना है, तो वह भी हमारे परिवार के साथ रह सकती है। लेकिन हिना और कशिश दोनों एक-दूसरे के साथ अलग रहने की जिद पर अड़ी हैं। 6 घंटे के बाद दोनों परिवारों में हुई सुलह
6 दिसंबर को दोनों परिवार करीब 6 घंटे तक थाने में बैठे रहे। पुलिस ने दोनों युवतियों को समझाने का प्रयास किया। लेकिन वो किसी की सुनने को तैयार नहीं थी। लेकिन एक समय ऐसा आया जब दोनों युवतियों को परिवारों की बात माननी पड़ी और बाद में ये हुआ कि दोनों युवतियों को एक-दूसरे का अच्छे से दोस्त बनकर रहने की रजामंदी हुई। दोनों परिवारों में बात हुई कि दोनों को समय-समय पर मिलने की छूट दी जाएगी। दोनों परिवार एक-दूसरे को मिलाया करेंगे।
https://ift.tt/TLmYorv
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply