अपर मुख्य सचिव, बेसिक शिक्षा एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग द्वारा जारी संबद्धीकरण निरस्त करने संबंधी आदेश का जिले के अधिकारियों पर कोई असर नहीं दिख रहा है। अयोध्या के मिल्कीपुर खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में तैनात अनुचरों को अभी तक उनके मूल विद्यालयों में वापस नहीं भेजा गया है। मिल्कीपुर शिक्षा क्षेत्र के कंपोजिट विद्यालय तरौली तारडीह में अनुपम दुबे, कंपोजिट विद्यालय किनौली में कमलेश कुमार और कंपोजिट विद्यालय मंजनाई में राम केवल अनुचर के पद पर तैनात हैं। ये सभी अनुचर कई वर्षों से खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में संबद्ध हैं और अपने मूल विद्यालयों में वापस नहीं लौटे हैं। उत्तर प्रदेश शासन के अपर मुख्य सचिव, बेसिक शिक्षा एवं माध्यमिक शिक्षा विभाग ने 21 अक्टूबर 2025 को एक पत्र जारी किया था। यह पत्र प्रदेश के सचिव माध्यमिक शिक्षा विभाग, महानिदेशक स्कूल शिक्षा और निदेशक माध्यमिक शिक्षा को संबोधित था। पत्र में स्पष्ट किया गया था कि शासन की अनुमति के बिना अधीनस्थ अधिकारियों द्वारा अध्यापकों, अधिकारियों और कर्मचारियों का विभिन्न कार्यालयों में किया गया संबद्धीकरण अनुचित है। इसमें ऐसे सभी संबद्धीकरण आदेशों को तत्काल निरस्त करने और संबंधित कर्मचारियों को उनके मूल विद्यालयों में वापस भेजने का निर्देश था। आदेश में भविष्य में भी शासन की अनुमति के बिना किसी भी अध्यापक, अधिकारी या कर्मचारी को ऐसे स्थान पर संबद्ध न करने के निर्देश दिए गए थे, जहां उनकी मूल तैनाती न हो। इस आदेश के अनुपालन के लिए 10 दिन का समय भी दिया गया था। हालांकि, जिम्मेदार अधिकारियों द्वारा इस आदेश का आज तक पालन नहीं किया गया है। इस संबंध में बेसिक शिक्षा अधिकारी अयोध्या, लालचंद ने बताया कि शिक्षकों के लिए आदेश आया था और उन्हें उनके मूल तैनाती स्थल पर भेज दिया गया है। उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि अनुचरों के लिए कोई आदेश नहीं आया है।
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