बिजनौर के हेमराज कॉलोनी चौराहे पर मेरठ-पौड़ी निर्माणाधीन हाईवे पर अंडरपास की मांग को लेकर ग्रामीणों का धरना पिछले सात महीने से जारी है। इस मामले में शाकंभरी विश्वविद्यालय सहारनपुर की नामित सदस्य और भाजपा जिला कार्यकारिणी की सदस्य डॉ. मंजु चौधरी ने हस्तक्षेप किया है। उन्होंने अधिकारियों पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए मेरठ स्थित पीडी कार्यालय पर धरने की चेतावनी दी है। डॉ. मंजु चौधरी ने अपने आवास पर मीडिया को बताया कि उन्होंने किसानों की अंडरपास समस्या के समाधान के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी से मिलने का प्रयास किया था। उस समय मंत्री बिहार चुनाव में व्यस्त थे। उनके कार्यालय में हुई मुलाकात के दौरान उन्हें आश्वासन दिया गया था कि इस विषय पर गंभीरता से विचार किया जाएगा। इसके बाद, 19 नवंबर 2025 को नितिन गडकरी के कार्यालय से एक फोन आया, जिसमें अंडरपास के लिए आवश्यक स्थान की जानकारी मांगी गई। 25 नवंबर 2025 को कार्यालय से दोबारा फोन कर बताया गया कि अंडरपास के लिए प्रस्ताव भेजने का निर्देश दे दिया गया है और अधिकारी जल्द ही प्रस्ताव भेज देंगे। इस जानकारी से धरने पर बैठे किसानों ने कुछ राहत महसूस की थी। हालांकि, 5 दिसंबर को डॉ. मंजु चौधरी ने जब एनएचएआई (NHAI) के अधिकारी अमित से बात की, तो उन्होंने बताया कि अनुमान (एस्टीमेट) बन गया है और इसे एक-दो दिन में मंत्रालय भेज दिया जाएगा। डॉ. चौधरी के अनुसार, अधिकारी अमित की बातों से प्रस्ताव भेजने में उनकी अरुचि स्पष्ट दिख रही थी। अधिकारी ने यह भी कहा कि “दूसरी पार्टी हाई कोर्ट जाने की तैयारी कर रही है”, जिस पर डॉ. चौधरी ने भू-माफिया से मिलीभगत का आरोप लगाया। डॉ. मंजु चौधरी ने फोन पर पीडी अमित को चेतावनी दी है कि यदि 17 दिसंबर तक प्रस्ताव नहीं भेजा गया, तो वह सभी मजदूर, किसान और महिलाओं के साथ उनके मेरठ कार्यालय पर धरना देंगी। उन्होंने कहा कि बिजनौर के किसान, मजदूर और महिलाएं भीषण गर्मी, बरसात और कड़ाके की ठंड में सड़क पर बैठे हैं, लेकिन अधिकारियों द्वारा उनकी मांग पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है।
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