PM मोदी से सम्राट चौधरी को बर्खास्त करने की मांग:जन सुराज के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने लिखा पत्र, कहा- 6 लोगों की हत्या में डिप्टी सीएम अभियुक्त हैं
जनसुराज के सुत्रधार प्रशांत किशोर ने डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी पर 6 लोगों की हत्या के अभियुक्त बताया है। अब इसे लेकर पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह ने मंगलवार को PM मोदी को पत्र लिखकर सम्राट चौधरी पर कार्रवाई की मांग की है। उदय सिंह का कहना है, ’28 मार्च 1995 को हुए लौना परसा नरसंहार के दौरान कुशवाहा समुदाय के 6 लोगों की हत्या हुई थी। इस मामले में सम्राट चौधरी सहित 6 अन्य अभियुक्तों को गिरफ्तार कर जेल भेजा गया था। वे कई महीनों तक जेल में रहे, उनकी जमानत दो बार खारिज हुई थी।’ इससे पहले सोमवार को जन सुराज के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने पटना में सम्राट चौधरी और मंत्री अशोक चौधरी पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा, ‘सम्राट चौधरी 6 लोगों की हत्या के अभियुक्त हैं। बिहार के राज्यपाल, बिहार सरकार और केंद्र सरकार से मेरा अनुरोध है कि ये हत्या के आरोपी हैं। इनको पद से हटा कर गिरफ्तार किया जाए।’ उदय सिंह बोले- नाबालिग का दर्जा पाकर जेल से रिहा हुए उन्होंने लिखा, ‘सम्राट ने मैट्रिक के एडमिट कार्ड के आधार पर अपनी उम्र 15 साल साबित की और नाबालिग का दर्जा पाकर रिहा हो गए, लेकिन बाद के चुनावी हलफनामों में उन्होंने अपना डेट ऑफ बर्थ- 1969 बताया, जिससे 2020 में उनकी उम्र 51 वर्ष हो जाती है। इससे यह स्पष्ट है कि सन 1995 में उनकी उम्र 26 साल थी, मतलब वे नाबालिग नहीं थे। यह विरोधाभास इस बात का भी संकेत है कि गलत डॉक्यूमेंट पेशकर उनकी जेल से रिहाई कराई गई और एक गंभीर अपराध से बचने का प्रयास किया।’ सम्राट को पद से हटाकर पीड़ितों को न्याय दिलाएं उदय सिंह ने आगे लिखा, ‘इस प्रकार के व्यक्ति का उच्च पद पर बने रहना न केवल शासन की गरिमा को ठेस पहुंचाता है, बल्कि कानून के राज और लोकतांत्रिक संस्थाओं में जनता का विश्वास भी कम करता है। इसलिए सम्राट चौधरी को तत्काल मंत्री पद से बर्खास्त करें और कानून को अपना स्वाभाविक मार्ग अपनाने दें ताकि इस नरसंहार के पीड़ितों को न्याय मिल सके।’ सम्राट की गिरफ्तारी नहीं हुई तो बाकी को भी रिहा करें पीके ने सोमवार को कहा, ‘तारापुर केस नंबर 44/1995 इनके खिलाफ है। सुप्रीम कोर्ट का डॉक्यूमेंट है, जो सम्राट चौधरी ने दिया है। नाबालिग होने के नाम पर इनको जेल से निकाला गया था। इनका जो इलेक्शन डॉक्यूमेंट है, जो उन्होंने 2020 में दिया है। उसके अनुसार इनकी उस समय उम्र 26 साल होनी चाहिए।’ ‘सम्राट चौधरी की गिरफ्तारी होनी चाहिए वरना बिहार में जितने लोग हत्या के अभियुक्त हैं, उनको भी जेल से रिहा कीजिए। अगर पुलिस अरेस्ट नहीं करती है, तो हमलोग कोर्ट जाएंगे।’ सम्राट बोले- कोर्ट ने बरी किया डिप्टी सीएम सम्राट चौधरी ने आरोपों पर जवाब देते हुए कहा, ‘1997-1998 में ही मुझे कोर्ट ने बरी किया है। उनके आरोपों में दम नहीं है। उनके पास कोई मुद्दा नहीं है। पीके परसेप्शन का खेल खेल रहे हैं।’ अब प्रशांत किशोर के मंत्री-विधायक पर पहले लगाए गए आरोप जानिए…. 1. सम्राट चौधरीः मैट्रिक का सर्टिफिकेट जारी करें प्रशांत किशोर ने कहा कि सम्राट चौधरी नाम बदलने में मास्टर आदमी हैं। वे कांग्रेस नेता सदानंद सिंह को बम मारकर हत्या करने के केस में आरोपी हैं। नकली आयु प्रमाण पत्र बनाकर खुद को नाबालिग घोषित कर 6 माह में जेल से आ गए। इनका पहले नाम राकेश कुमार था, जो बाद में राकेश कुमार उर्फ सम्राट चौधरी हो गया। बिहार बोर्ड के मुताबिक, मैट्रिक में वे फेल हो गए थे। 2010 में खुद को 7वीं पास बताया था। वे बताएं कि कब मैट्रिक किया? 2. मंगल पांडेयः पत्नी के खाते में 2.12 करोड़ रुपए कहां से आए मंगल पांडेय, नीतीश सरकार में स्वास्थ्य मंत्री हैं। 19 सितंबर को प्रशांत किशोर ने दावा किया कि मंगल पांडेय की पत्नी उर्मिला पांडेय के पंजाब नेशनल बैंक के अकाउंट में 2019 और 2020 में 2.12 करोड़ रुपए जमा हुए। प्रशांत किशोर ने पूछा कि मंगल पांडेय की पत्नी के अकाउंट में पैसा कहां से आया और इस पैसे को घोषित क्यों नहीं किया? 3. संजय जायसवाल: फर्जी बिल बनाकर पेट्रोल चोरी की भाजपा सांसद और पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ. संजय जायसवाल पर प्रशांत किशोर ने तेल चोरी के अपने पुराने आरोप को 19 सिंतबर को भी दोहराया। PK ने कहा कि बेतिया मेयर गरिमा देवी ने 14 अगस्त, 2024 को स्थायी समिति की बैठक में नगर आयुक्त को चिट्ठी लिखी थी। इसमें छावनी स्थित पेट्रोल पंप के पेमेंट को रोकने का निर्देश दिया था। आरोप था कि तेल से ज्यादा बिल दिया गया। 4. अशोक चौधरीः दो साल में 200 करोड़ की खरीदी जमीन अशोक चौधरी, नीतीश सरकार में ग्रामीण कार्य मंत्री हैं। प्रशांत किशोर का आरोप है कि चौधरी और उनके परिवार ने पिछले दो साल में करीब 200 करोड़ रुपए की जमीन खरीदी है। इसको लेकर प्रशांत किशोर ने 4 जमीन के सौदे की एक लिस्ट जारी की है: प्रशांत किशोर ने दावा किया कि अशोक चौधरी ने अपने PA योगेंद्र दत्त के नाम पर 2019 में पटना के बिक्रम में 23 कट्ठा जमीन खरीदी थी। योगेंद्र ने दो साल बाद उस जमीन को चौधरी की बेटी शांभवी के नाम पर 34 लाख में ट्रांसफर कर दिया। लेकिन, योगेंद्र के खाते में सिर्फ 10 लाख रुपए भेजे गए। इस पर इनकम टैक्स ने नोटिस भेजा। इसके बाद 27 अप्रैल 2025 को योगेंद्र के खाते में 25 लाख रुपए ट्रांसफर किए गए। इससे एक दिन पहले यानी 26 अप्रैल को PK ने आरोप लगाया था कि अशोक चौधरी ने चिराग पासवान को पैसा देकर बेटी के लिए लोकसभा का टिकट दिलवाया है। इस आरोप पर चौधरी ने मानहानि का नोटिस भेजा था। चौधरी ने भेजा 100 करोड़ की मानहानि का नोटिस नए आरोप लगने के 4 दिन बाद 23 सितंबर को मंत्री अशोक चौधरी ने प्रशांत किशोर को 100 करोड़ रुपए के मानहानि का दूसरा नोटिस भेजा है। चौधरी ने कहा है कि प्रशांत किशोर पहले के मानहानि केस पर घबराहट में आरोप लगा रहे हैं। मैंने कोई गड़बड़ी नहीं की है। मेरा सब कुछ पब्लिक डोमेन में है। सालाना आईटी रिटर्न दाखिल करता हूं। प्रशांत किशोर 7 दिन के अंदर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर माफी मांगे नहीं तो मानहानि का मुकदमा करूंगा। ————————————— ये खबर भी पढ़ें… पवन सिंह की BJP में वापसी, शाह-नड्डा से मिले:तेजप्रताप बोले-कभी मेरे पैर पर गिरे आज कुशवाहा के; एक्टिंग करें चुनाव में क्यों पड़े हैं भोजपुरी इंडस्ट्री के सुपर स्टार पवन सिंह की बीजेपी में वापसी हो चुकी है। मंगलवार को बिहार प्रभारी विनोद तावड़े ने कहा है कि, ‘पवन सिंह बीजेपी में थे और रहेंगे।’ पवन सिंह की दिल्ली में केंद्रीय गृहमंत्री मंत्री अमित शाह से 30 मिनट तक मुलाकात की। इस दौरान पवन सिंह ने शाह को गमछा दिया। इसके बाद वे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा से भी मिलने पहुंचे। उन्होंने नड्डा को शॉल भी भेंट की। मुलाकात के बाद पत्रकारों ने पवन सिंह से बात करने की कोशिश की, लेकिन उन्होंने कोई जवाब नहीं दिया। हाथ जोड़कर वो आगे निकल गए। पूरी खबर पढ़ें…
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