यूपी की महामंडलेश्वर, जिसने प्रेमी की हत्या कराई:लव मैरिज, 2017 में संन्यास; गांधीजी के पुतले को गोली मार चर्चा में आई
अलीगढ़ के बाइक शोरूम मालिक अभिषेक गुप्ता की गोली मारकर हत्या कर दी गई। इस हत्याकांड में महामंडलेश्वर डॉ. अन्नपूर्णा भारती उर्फ पूजा शकुन पांडेय उर्फ पूजा गुप्ता का नाम आया। अभिषेक के पिता ने महामंडलेश्वर के पति अशोक पांडेय के खिलाफ भी FIR दर्ज कराई। पुलिस अब महामंडलेश्वर को तलाश रही है। वो निरंजनी अखाड़े से जुड़ी है। वहीं, अशोक को अरेस्ट करके जेल भेज दिया गया है। CCTV फुटेज के आधार पर पुलिस ने बुधवार को एक शूटर को अरेस्ट कर लिया। उसने बताया- अभिषेक की हत्या की सुपारी महामंडलेश्वर और अशोक ने दी थी। इसके लिए मुझे 3 लाख रुपए मिलने थे। गोली मेरे साथी आसिफ ने चलाई थी। पुलिस जांच में पता चला कि पूजा शकुन के पिता आरआर आजाद सहारनपुर के एक कॉलेज में प्रिंसिपल रहे। पूजा ने अशोक से लव मैरिज की थी। दोनों की मुलाकात कब और कहां हुई? शादी करने के बाद पूजा ने संन्यास क्यों लिया? महामंडलेश्वर कब और कैसी बनी? अभिषेक से उसकी मुलाकात कैसे हुई? मृतक के पिता के क्या आरोप हैं? इन सवालों के जवाब के लिए दैनिक भास्कर ने पुलिस के अधिकारियों और अभिषेक के परिवार से बात की। पढ़िए पूरी रिपोर्ट… पिता सस्पेंड हुए, तो पूजा ने छत से कूदने की धमकी दी पुलिस के मुताबिक, पूजा गुप्ता के पिता प्रोफेसर आरआर आजाद मूलरूप से हाथरस के गांव कचौरा के रहने वाले थे। अभिषेक का परिवार भी इसी गांव का रहने वाला है। पूजा के पिता सहारनपुर के जेवी जैन कॉलेज में प्रिंसिपल के पद पर रह चुके हैं। पूजा भी उनके साथ रहती थी। ज्यादातर उसका बचपन सहारनपुर में ही बीता। 2006 में पूजा के पिता पर आरोप लगे। इसके कारण उन्हें सस्पेंड कर दिया गया। इसके बाद पूजा ने कॉलेज के अंदर जमकर हंगामा किया था। वह दो मंजिला भवन की छत पर चढ़ गई थी, कूदने की धमकी दी थी। पुलिस प्रशासन के समझाने के बाद शांत हुई थी। एजुकेशन के साथ पॉलिटिक्स में एक्टिव हुई ग्रेजुएशन करने के बाद पूजा ने मेरठ के चौधरी चरण सिंह विश्वविद्यालय से गणित में पीएचडी की। यहां उसकी मुलाकात मैनपुरी के रहने वाले अशोक पांडेय से हुई। अशोक उस समय छात्र राजनीति में सक्रिय था। दोनों ने 2008 में घर से भागकर लव मैरिज कर ली थी। पूजा ने अपना नाम बदला और पूजा शकुन पांडेय हो गई। शादी के बाद अशोक और पूजा गाजियाबाद आ गए। यहां पर पूजा एक प्राइवेट कॉलेज में गणित की प्रोफेसर बन गई। लव जिहाद के चक्कर में छात्रा ने आत्महत्या की, तो पूजा ने जॉब छोड़ी 2012 में कॉलेज की एक लड़की लव जिहाद में फंस गई। उसका गैर समुदाय के युवक से अफेयर था। प्यार में धोखा मिला, तो सुसाइड कर लिया। घटना के बाद पूजा ने नौकरी छोड़ दी। परिवार ने विरोध किया, लेकिन वह पीछे नहीं हटी। पूजा ने हिंदुत्व की विचारधारा को आगे बढ़ाने का ऐलान किया। उसने अपने पिता के नाम एक NGO बनाया। एनजीओ का नाम एहसास (आजाद हिंद सामाजिक कल्याण समिति) रखा था। पति अशोक पांडेय को प्रमोटर बनाया था। 1 साल बाद ही पूजा ने हिंदू महासभा जॉइन कर ली। इसके बाद वह पति के साथ अलीगढ़ आ गई। लोगों को हिंदुत्व की विचारधारा से जुड़ने की मुहिम छेड़ी। अलीगढ़ के गांधीपार्क क्षेत्र के बी. दास कंपाउंड में पूजा ने अपने पिता के नाम पर मकान बनाया। 2017 में पूजा ने लिया संन्यास हिंदुत्व की विचारधारा से जुड़ने के बाद पूजा ने 2017 में संन्यास की घोषणा कर दी। पूजा ने अपने पति अशोक पांडेय से औपचारिक रूप से तलाक लिया। फिर वह गुजरात के द्वारिकाधीश मंदिर पहुंची। जहां से साध्वी बनने की दीक्षा ली। हालांकि, तलाक के बावजूद पूजा और अशोक साथ रहते थे। इसके बाद पूजा शकुन पांडेय ने शरिया कानून की तर्ज पर 15 अगस्त, 2018 को हिंदू अदालत बनाई। पूजा ने इसे सनातन हिंदू न्यायपीठ का नाम दिया। पूजा खुद ही इसकी मुख्य न्यायधीश बनी। उस समय उसने दीवानी से जुड़े कई मामले सुने और फैसले दिए थे। लोगों ने पूजा की बात भी मानी थी। 2019 में मारी थी महात्मा गांधी के पुतले को गोली 2019 से पूजा अपने नाम के आगे महामंडलेश्वर लिखने लगी। फिर वह डॉ. अन्नपूर्णा भारती बन गई। इसके बाद 2 अक्टूबर, 2019 में एक कार्यक्रम के दौरान पूजा ने एक पुतले पर महात्मा गांधी की फोटो लगाई। फिर एयर गन से महात्मा गांधी के पुतले को गोली मारी। फोटो में गुब्बारे लगे थे। गोली लगते ही उसमें से खून निकलने लगा। घटना के फोटो-वीडियो वायरल होने के बाद मुकदमा दर्ज हुआ। मुकदमे में अभिषेक गुप्ता का भी नाम था। इसमें अभिषेक, पूजा और उसके पति अशोक को जेल जाना पड़ा था। हालांकि, कुछ दिन बाद पूजा जमानत पर रिहा हो गई। वह डासना पीठ के पीठाधीश्वर यति नरसिंहानंद के पास पहुंची। फिर वह यति के संरक्षण में आ गई। यति ने ही इस मामले में पूजा की मदद की थी। इसके बाद पूजा उन्हें अपना गुरु मानने लगी। पूजा ने यति नरसिंहानंद के साथ कई धर्म सभाएं कीं। अब पढ़िए पूजा और अभिषेक की मुलाकात कैसे हुई पूजा की अपने पिता के गांव कचौरा में पैतृक जमीन थी। इस जमीन में पूजा को भी हिस्सा मिला। उसने 2012-13 में इस जमीन पर मकान बनवाया। इस मकान का नाम ‘श्रीराम भवन’ रखा। अभिषेक की मां गांव की होने नाते इस मकान की देख-रेख करती थीं। पूजा जब भी गांव जाती, तो अभिषेक के परिवार से मिलती। अभिषेक को पढ़ाने के नाम पर पूजा उसे अपने साथ लेकर अलीगढ़ आ गई। पढ़ाई के दौरान अभिषेक प्राइवेट जॉब करने लगा। इस दौरान वह पूजा के साथ बी. दास कंपाउंड में उसके ही मकान में साथ रहता था। अभिषेक लगभग 9 साल तक अलीगढ़ में पूजा के साथ रहा। पूजा और अशोक के सारे कामकाज अभिषेक ही देखता था। लेकिन, 6 महीने पहले अभिषेक और पूजा के बीच अनबन हो गई। अभिषेक ने पूजा और अशोक से दूरी बना ली। बाद में अभिषेक ने टीवीएस बाइक का शोरूम खोल लिया। कई मामलों में दर्ज हुए नामजद मुकदमे
पूजा और अशोक पर अलीगढ़ के अलग-अलग थानों में 6 मामले पहले से दर्ज थे। उन पर ज्यादातर गैर समुदाय पर टिप्पणी और मुस्लिम विरोधी बातें बोलने के मामले में मुकदमे दर्ज किए गए। अब पढ़िए 26 सितंबर को अभिषेक की हत्या कैसे हुई थी?
अभिषेक गुप्ता (25) हाथरस के सिकंदराराऊ के गांव कचौरा के रहने वाले थे। उन्होंने 25 अगस्त को अलीगढ़ के खैर में टीवीएस बाइक का शोरूम खोला था। उनके पिता नीरज गुप्ता आढ़त का काम करते थे। शुक्रवार, 26 सितंबर को अभिषेक के पिता नीरज और चचेरा भाई जीतू अलीगढ़ आए थे। रात में शोरूम बंद करने के बाद तीनों अपने गांव के लिए निकले। खैर से वह रात करीब 9.30 बजे खेरेश्वर मंदिर चौराहे पहुंचे। यहां से हाथरस की बस में बैठ रहे थे। पिता नीरज और भाई जीतू बस में चढ़ गए थे। अभिषेक बस में चढ़ ही रहे थे कि पीछे से बदमाशों ने गोली मारकर हत्या कर दी। पिता की शिकायत पर पुलिस ने महामंडलेश्वर के पति को हिरासत में लिया और जेल भेज दिया। 1 अक्टूबर को पुलिस ने हत्या मामले में गोंडा रोड नींवरी निवासी मोहम्मद फजल को अरेस्ट किया। पूछताछ में उसने बताया- लगभग डेढ़ महीने पहले उसकी कथित महामंडलेश्वर डॉ. अन्नपूर्णा भारती उर्फ पूजा शकुन पांडेय और उसके पति अशोक पांडेय से मुलाकात हुई थी। दोनों ने अभिषेक की फोटो दिखाकर उसे खत्म करने की बात कही थी। मैंने अपने गांव के ही आसिफ को मामले में शामिल किया। सौदा 3 लाख रुपए में तय हुआ। अशोक ने हम लोगों को एडवांस के तौर पर 1 लाख रुपए दिए थे। इसके बाद हम लोगों ने तमंचे से गोली मारकर उसकी हत्या कर दी। अभिषेक के पिता ने क्या आरोप लगाए? अभिषेक की हत्या के बाद पिता नीरज ने बताया- वह मेरा बड़ा बेटा था। मैं पहले उसकी शादी करना चाहता था। मगर पूजा ने ऐसा नहीं होने दिया। इसलिए मुझे छोटे बेटे की शादी पहले करनी पड़ी। 10 दिसंबर 2024 को मेरे छोटे बेटे आशीष की शादी हुई थी। इसमें पूजा और अशोक भी आए थे। पूजा लगातार अभिषेक पर साथ रहने और शादी करने का दबाव बना रही थी। वह बेटे को अपने साथ अलीगढ़ में ही रखती थी। घर नहीं आने देती थी। जब बेटा शादी से मना करता तो वह उसे धमकी देती थी। पिता ने बताया था- मेरा बेटा उससे परेशान हो गया था। उसके घर जाना बंद कर दिया और उसका नंबर भी ब्लॉक कर दिया। इसके बाद बाइक शोरूम खोला। शादी के दबाव की बात बेटे ने अपनी मां को बताई थी। ————————– ये खबर भी पढ़िए- महामंडलेश्वर पूजा ने शोरूम मालिक की शूटर्स से हत्या कराई, अलीगढ़ में 3 लाख में हुई डील अलीगढ़ में बाइक शोरूम मालिक अभिषेक की हत्या महामंडलेश्वर पूजा शकुन पांडेय और उसके पति ने कराई थी। पुलिस ने बुधवार को एक शूटर को अरेस्ट कर लिया है। पूछताछ में उसने कबूला- कारोबारी को मारने के लिए पूजा के पति ने मुझे और मेरे दोस्त को सुपारी दी थी। सौदा 3 लाख रुपए में तय हुआ था। एक लाख रुपए एडवांस में दिए थे। पढ़ें पूरी खबर
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