मनीषा डेथ मिस्ट्री, CBI की गवाहों से पड़ताल पूरी:अब बिसरा-FSL और हैंडराइटिंग रिपोर्ट का इंतजार; पिता का आरोप- प्रशासन किसी के दबाव में

हरियाणा में भिवानी के गांव ढाणी लक्ष्मण निवासी लेडी टीचर मनीषा (19) की मौत के मामले में अब संभवत: CBI गवाहों से और पूछ-पड़ताल नहीं करेगी। अब जांच मनीषा के शव की विसरा, घटना स्थल से लिए गए नमूनों की फोरेंसिक साइंस लैब (FSL) की रिपोर्ट और सुसाइड नोट की हैंडराइटिंग मिलान पर आगे बढ़ेगी। इसी बीच मनीषा के पिता संजय कुमार ने एक बार फिर इस मामले में प्रशासन पर सवाल उठाया है। संजय का कहना है कि प्रशासन ने किसी के दबाव में इस केस का रुख मोड़ने की कोशिश की। पिता ने आइडियल नर्सिंग कॉलेज की भूमिका पर भी सवाल उठाए हैं। अपने आखिरी दिन यानी 11 अगस्त को मनीषा इसी नर्सिंग कॉलेज में दाखिले के बारे में पता करने की बात कहकर घर से निकली थी। मनीषा इसी कॉलेज की बस से सिंघानी से अपने गांव आती-जाती थी। अगर पुलिस शुरुआत में ही ठीक से कार्रवाई करती तो मामला यहां तक नहीं बढ़ना था। उनका कहना है कि अब उसे बस सीबीआई से ही न्याय की उम्मीद है। उसे और उसके परिवार को सीबीआई पर पूरा भरोसा है कि उनकी बेटी को न्याय जरूर मिलेगा। अब CBI की पूरी टीम नहीं आएगी
मनीषा के पिता संजय ने बताया कि जब सीबीआई के अधिकारियों से उनकी बातचीत हुई तो उन्हें बताया गया कि जांच और पूछताछ पूरी हो चुकी है। अब सीबीआई की पूरी टीम वापस नहीं आएगी। संभवत एक-दो अधिकारी ही भिवानी आएंगे। 23 दिन भिवानी रही सीबीआई की टीम अपने स्तर पर छानबीन कर चुकी है। जो अधिकारी वापस आएंगे, वे जरूरत के अनुसार प्रशासनिक अधिकारियों आदि से पूछताछ कर सकते हैं। 3 महत्वपूर्ण रिपोर्ट का इंतजार
संजय ने कहा कि सीबीआई को फिलहाल रिपोर्ट का इंतजार है, जिन्हें लेने के लिए सीबीआई की टीम दिल्ली गई हुई है। मनीषा के शव का तीसरी बार पोस्टमॉर्टम दिल्ली एम्स में हुआ था। मेडिकल टीम ने जो विसरा सैंपल लिए थे, उनकी रिपोर्ट आनी है। इसके अलावा घटनास्थल पर दिल्ली से आई एफएसएल की टीम जो सैंपल जुटाकर ले गई थी, उसकी भी रिपोर्ट आनी है। जो सुसाइड नोट पुलिस प्रशासन ने दिखाया था, उसकी भी राइटिंग की रिपोर्ट आनी बाकी है। उसके बाद मामला साफ हो जाएगा। संजय ने कहा कि अब जल्दी ही सीबीआई की टीम वापस भिवानी आएगी। रिपोर्ट आने के बाद जल्दी ही उसकी बेटी की मौत का मामला स्पष्ट हो सकता है। पिता का आरोप- प्रशासन ने बिगाड़ा मामला
पिता संजय ने फिर आरोप लगाया कि यह पूरा मामला प्रशासन ने बिगाड़ा है। पुलिस ने 5 दिन बाद अचानक मनीषा का सुसाइड नोट दिखा दिया। वह पता नहीं कहां से बनाया है। हालांकि सीबीआई की टीम उस सुसाइड नोट की भी जांच कर रही है, जिससे दूध का दूध व पानी का पानी हो जाएगा। उन्होंने कहा कि सीबीआई से उन्हें न्याय की उम्मीद है। सीबीआई ही उसकी बेटी को न्याय दिलाएगी। प्रशासन की लापरवाही के कारण यह मामला इतना बिगड़ा। पता नहीं प्रशासन ने किसके दबाव में काम किया। परिवार को अभी भी नर्सिंग कॉलेज पर ही शक
मनीषा के पिता संजय ने आरोप लगाया कि इस केस में आइडियल नर्सिंग कॉलेज की भूमिका सही नहीं है। परिवार की ना किसी से रंजिश थी और ना ही बेटी की। बेटी भी सीधे प्ले स्कूल में पढ़ाने जाती और वापस घर आ जाती थी। पुलिस प्रशासन ने इस मामले में न तो उचित कार्रवाई की और न कॉलेज स्टाफ से सही पड़ताल की। इसलिए नौबत यहां तक पहुंची। अगर पुलिस शुरुआत में ही ठीक से कार्रवाई करती तो मामला यहां तक नहीं बढ़ना था। ——————————- ये खबर भी पढ़ें :- मनीषा डेथ मिस्ट्री, सुसाइड नोट की दोबारा जांच होगी:लाश मिलने के 5वें दिन पुलिस ने किया था सार्वजनिक; परिजन नहीं मान रहे हरियाणा के भिवानी में लेडी टीचर मनीषा (19) की मौत मामले में उसके सुसाइड नोट की भी जांच होगी। 13 अगस्त को गांव सिंघानी के खेतों में मनीषा का शव मिला था। हालांकि पुलिस ने 5वें दिन यानी 18 अगस्त को सुसाइड नोट सार्वजनिक करते हुए इस केस को मर्डर की बजाय सुसाइड बताया था। पढ़ें पूरी खबर…

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