चंडीगढ़ में 36 साल पुरानी रिहायशी कॉलोनी तोड़ी:2 घंटे में साढ़े 400 घरों पर बुलडोजर चला; क्रॉस लगे 4 मकान छोड़े गए
चंडीगढ़ के सेक्टर-38 वेस्ट स्थित 36 साल पुरानी शाहपुर रिहायशी कॉलोनी पर प्रशासन ने एक्शन लिया। मंगलवार सुबह भारी मात्रा में पुलिसबल के साथ प्रशासन की टीम मौके पर पहुंची और कॉलोनी में बने घरों को बुलडोजर से तोड़ डाला। सुबह साढ़े 8 बजे तक ज्यादातर घर रेत, ईंट और पत्थर के ढेर में तब्दील हो गए थे। कॉलोनी में करीब साढ़े चार सौ घरों पर कार्रवाई हुई। हालांकि, जिन 4 लोगों को कोर्ट से स्टे मिला हुआ है, उनके घरों को नहीं तोड़ा जा रहा है। उन पर पहले से ही क्रॉस का निशान लगा दिया गया है, ताकि बुलडोजर चलाने वालों को पता चल सके कि यह घर नहीं तोड़ना है। प्रशासन की इस कार्रवाई पर लोगों में भी रोष है। उनका कहना है कि त्योहारों के मौसम में कार्रवाई गलत है। प्रशासन ने उनके साथ धोखा किया है। अब अपने परिवार को लेकर कहां जाएंगे? प्रशासन की कार्रवाई के PHOTOS… कार्रवाई पर क्या कहते हैं लोग… लोगों को पहले दिए थे नोटिस
कार्रवाई से पहले करीब 2 सप्ताह पहले एस्टेट ऑफिस के इंफोर्समेंट विंग ने कॉलोनी में ढोल बजाकर मुनादी करवाई थी और झुग्गियों पर नोटिस चस्पा किए थे। प्रशासन ने 30 सितंबर तक कॉलोनी को खाली करने की चेतावनी दी थी। इसके बाद आज कार्रवाई की गई है। यूटी सचिवालय में हुई बैठक के बाद डीसी निशांत यादव ने लिखित आदेश जारी किए। इसके तहत 4 जेसीबी, 10 ट्रक और 200 मजदूर मौके पर पहुंचे थे। चीफ इंजीनियर को कार्रवाई की कमान सौंपी गई। जबकि एसडीओ और जेई भी मौजूद रहे। 200 पुलिसकर्मी सुरक्षा में तैनात
जिला प्रशासन की ओर से कार्रवाई के दौरान SSP को 4 डीएसपी, महिला कॉन्स्टेबल और 200 पुलिसकर्मी मौके पर तैनात करने के निर्देश दिए गए थे। स्वास्थ्य विभाग को 4 एम्बुलेंस मौके पर तैनात करने का आदेश दिया था। प्रशासन का कहना है कि कॉलोनी को तोड़ने के बाद जमीन को विकसित किया जाएगा। कार्रवाई के वीडियो देखने लिए नीचे ब्लॉग से गुजर जाइए…
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