हरी मटर या छोले…कौन है न्यूट्रिशन का असली चैंपियन, जानें आपके लिए क्या है फायदेमंद
Green Peas Vs Chickpeas: हरी मटर और छोले दोनों ही पोषक तत्वों से भरपूर फूड्स है. दोनों ही भारतीय खानपान का अहम हिस्सा हैं और स्वाद में भी लाजवाब होते हैं. ये दोनों ही लेग्यूम्स (Legumes) फैमिली से आते हैं. हालांकि, इनके न्यूट्रिशन वैल्यू और फायदे अलग-अलग होते हैं. कुछ लोगों को लगता है कि दोनों सेहत को एक जैसे फायदे देते हैं. लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है. हरी मटर में जहां विटामिन सी और फाइबर भरपूर पाया जाता है. वहीं, छोले प्रोटीन का बेहतरीन स्त्रोत है. ऐसे में चलिए जानते हैं कि आपके लिए कौन ज्यादा फायदेमंद है.
आज की भागदौड़ भरी और अनहेल्दी लाइफस्टाइल में बैलेंस बनाना एक चैलेंज बन गया है. ऐसे में खानपान पर ध्यान देना बेहद जरूरी है. हमे हमनी डाइट में ऐसी चीजों को शामिल करने की जरूरत हो जो पूरा पोषण भी दें और वजन को भी कंट्रोल करें. सर्दियों के मौसम में खाई जाने वाली हरी मटर और छोले वेट लॉस से लेकर इम्यूनिटी बूस्ट करने में मदद करते हैं. आइए, दोनों की न्यूट्रिशन वैल्यू एक नजर डालते हैं.
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हरी मटर के जबरदस्त फायदे
हरी मटर पोषक तत्वों से भरपूर होती है. इसमें प्रोटीन, फाइबर, विटामिन सी, के, फोलेट और मिनिरल्स पाए जाते हैं. इसे खाने से शरीर को भी कई फायदे मिलते हैं. हेल्थलाइन के मुताबिक, हरी मटर ब्लड शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मददगार है. इसका ग्लाइसेमिक इंडेक्स भी काफी कम होता है. फाइबर होने की वजह से हरी मटर डाइजेशन को भी बेहतर बनाने का काम करती है. हरी मटर में मिनिरल्स, मैग्नीशियम और पोटेशियम पाया जाता है, जो हार्ट हेल्थ को बनाए रखने में मददगार है. हालांकि, अगर आप हरी मटर का सेवन जरूरत से ज्यादा करते हैं तो इससे ब्लोटिंग जैसी शिकायत होने का भी खतरा रहता है.
प्रोटीन से भरपूर छोले
छोले भी पोषक तत्वों का खजाना है. इसमें प्रोटीन की भरपूर मात्रा पाई जाती है. इसके अलावा डायटरी फाइबर, आयरन, मैग्नीशियम, पोटेशियम और जिंक जैसे पोषक तत्वों का भी बेहतरीन स्रोत है. छोले में विटामिन बी और हेल्दी अनसैचुरेटेड फैटी एसिड भी पाया जाता है. इसका सेवन शरीर के लिए काफी फायदेमंद है. प्रोटीन होने की वजह से छोले पेट को लंबे समय तक भरा रखते हैं, जिससे बार-बार खाने की क्रेविंग से बचा जा सकता है. मसल्स गेन करने वालों के लिए भी छोले एक बेहतरीन स्त्रोत है.हेल्थलाइनके मुताबिक, 1 कप छोले में करीब 14. 5 ग्राम प्रोटीन पाया जाता है. ब्लड शुगर कंट्रोल करने से लेकर डाइजेशन को बेहतर बनाने में भी छोले बेनिफिशियल हैं.
न्यूट्रिशन वैल्यू
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छोले और हरी मटर में कौन है ज्यादा फायदेमंद?
छोले और हरी मटर दोनों ही पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं. लेकिन दोनों के न्यूट्रिशन वैल्यू में काफी अंतर है. साथ ही ये सेहत को भी अलग-अलग फायदे देते हैं. छोले जहां प्रोटीन का बेहतरीन स्त्रोत माने जाते हैं, जो मसल्स गेन करने वाले, वजन कंट्रोल करने वाले और ब्लड शुगर लेवल को कम करने के लिए फायदेमंद है. वहीं, हरी मटर विटामिन सी भरपूर है. ये कम कैलोरी वाला फूड है जो वेट लॉस में हेल्प करता है. हालांकि, दोनों ही जरूरत से ज्यादा खाने से ब्लोटिंग, गैस और कब्ज जैसी शिकायत कर सकते हैं. ऐसे में आप अपनी जरूरत के हिसाब से इन दोनों को डाइट में शामिल करें.
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