सेकेंड हैंड iPhone खरीदने से पहले जरूर चेक करें ये 5 चीजें, वरना होगा बड़ा नुकसान
ऑनलाइन मार्केट में सेकेंड हैंड iPhones के हजारों ऑफर्स मिलते हैं, लेकिन इनमें से कई स्कैम भी होते हैं. हमेशा Amazon, BestBuy जैसी भरोसेमंद वेबसाइट्स या Apple-सर्टिफाइड रिफर्बिश्ड प्रोडक्ट्स पर ही भरोसा करें. खरीदने से पहले ग्राहक रिव्यू और रिटर्न पॉलिसी को जरूर पढ़ें और बहुत सस्ते ऑफर्स से सावधान रहें. (Image-Apple)
अधिकतर सेकेंड हैंड iPhones में पुरानी बैटरी लगी होती है, जिससे फोन का बैकअप अच्छा नहीं मिलता. Apple-सर्टिफाइड रिफर्बिश्ड iPhones नई बैटरी और बाहरी कवर के साथ आते हैं और उन पर 1 साल या 6 महीने की वारंटी भी मिलती है. लेकिन अन्य विक्रेताओं के मामले में यह उनकी पॉलिसी पर निर्भर करता है. इसलिए फोन खरीदने से पहले बैटरी हेल्थ जरूर चेक करें. (Image-Apple)
हर ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म सेकेंड हैंड फोन्स की स्थिति बताने के लिए ग्रेडिंग सिस्टम (A, B, C) का इस्तेमाल करता है. A ग्रेड का मतलब है फोन लगभग नया जैसा है, जबकि C ग्रेड फोन में ज्यादा घिसावट हो सकती है. इसलिए ग्रेडिंग को ध्यान से पढ़ें और उसी हिसाब से फैसला करें ताकि आपको सही डील मिले. (Image-Apple)
iPhone खरीदते समय ध्यान रखें कि वह बहुत पुराना मॉडल न हो. आमतौर पर तीन जनरेशन से ज्यादा पुराना iPhone लेने से बचें. क्योंकि पांच-छह साल पुराने iPhones को iOS अपडेट मिलना बंद हो जाता है, जिससे ऐप्स और सिक्योरिटी फीचर्स काम नहीं करेंगे. ऐसे डिवाइस पर आपका एक्सपीरियंस खराब हो सकता है. (Image-Apple)
आईफोन में पानी से नुकसान का पता लगाने के लिए Liquid Contact Indicator (LCI) दिया गया होता है, जो आमतौर पर सिम ट्रे के अंदर होता है. अगर यह लाल दिखाई देता है तो इसका मतलब है फोन पानी में भीग चुका है. लेकिन अगर यह सफेद या सिल्वर रंग का है तो फोन सुरक्षित है. खरीदने से पहले यह चेक करना बेहद जरूरी है. (Image-Apple)
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