सुमुद फ्लोटिला के जहाजों को इजराइली सेना ने रोका, ग्रेटा थनबर्ग समेत कई एक्टिविस्टों को हिरासत में लिया
18 साल से जारी गाजा पर इजराइली सीज को तोड़ने जा रहे ग्लोबल फ्लोटिला को इजराइली सेना ने गाजा से पहले ही रोक दिया है. साथ ही इसमें सवार एक्टिविस्टों को हिरासत में लिया गया है. इजराइली सेना की ओर से हिरासत में लिए गए लोगों में स्वीडन की क्लाइमेट एक्टिविस्ट ग्रेटा थनबर्ग भी शामिल हैं.
इजराइल के विदेश मंत्रालय ने X पर कहा कि हमास-सुमुद फ्लोटिला के कई जहाजों को सुरक्षित रूप से रोक लिया गया है और उनके यात्रियों को एक इजराइली बंदरगाह पर स्थानांतरित किया जा रहा है.
मंत्रालय ने ये भी जानकारी दी कि ग्रेटा और उनके दोस्त सुरक्षित और स्वस्थ हैं. मंत्रालय ने एक वीडियो भी साझा किया जिसमें थुनबर्ग को ले जाते हुए दिखाया गया है. इजराइल ने इस दावे का समर्थन करने के लिए कोई ठोस सबूत नहीं दिया है कि फ्लोटिला हमास से जुड़ा है.
Breaking | Israeli occupation forces have detained Greta Thunberg and dozens of participants aboard the Global Sumud Flotilla, including journalists, while illegal interception attempts of the remaining boats are still ongoing pic.twitter.com/zBTTSd9u2N
— Quds News Network (@QudsNen) October 1, 2025
इजराइल की कार्रवाई को एक्टिविस्टों ने बताया अवैध
कार्यकर्ताओं ने इस हस्तक्षेप को अवैध और चोरी बताया है. साथ ही ग्लोबल कम्यूनिटी से इजराइल के खिलाफ एक्शन की अपील की है. एक्टिविस्टों का कहना है कि वह हथियार नहीं बल्कि राहत समाग्री लेकर जा रहे हैं, जिसकी गाजा के भूखे लोगों को जरूरत है.
6 नावों को रोका गया
चैनल 13 सहित इजराइली मीडिया के मुताबिक अब तक छह नावों को रोका गया है, जिनमें अल्मा नामक जहाज भी शामिल है. रिपोर्टों के अनुसार और भी नावें रोके जाने की उम्मीद है.
The global sumud flotilla is being intercepted by the Israeli occupation forces in international waters. Pressure your government for the protection of global sumud flotilla pic.twitter.com/FKyhkWhs3K
— Global Sumud Flotilla Commentary (@GlobalSumudF) October 1, 2025
रिपोर्ट में कहा गया है कि इजराइली सैनिक जहाजों पर चढ़ गए हैं और उन पर सवार कई कार्यकर्ताओं को हिरासत में ले लिया है.
क्या है फ्लोटिला?
फ़्रीडम फ़्लोटिला II को 2010 के गाजा फ़्रीडम फ्लोटिला के नए वर्जन के रूप में 2011 में लॉन्च किया गया था. अंतररार्ष्ट्रीय कार्यकर्ताओं और गैर-सरकारी संगठनों के गठबंधन से बने इस फ्लोटिला का मकसद गाजा पर इजराइल की नाकाबंदी को तोड़ना और मानवीय सहायता पहुंचाना था. हालांकि सभी अब तक कोई भी फ्लोटिला गाजा पहुंचने में कामयाब नहीं हुआ है. ये नया फ्लोटिला भी इसी मकसद से गाजा जा रहा था.
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