महिला बनाम युवा…कौन संभालेगा जापान में प्रधानमंत्री की कुर्सी?

महिला बनाम युवा…कौन संभालेगा जापान में प्रधानमंत्री की कुर्सी?

जापान में प्रधानमंत्री शिगेरू इशिबा के 7 सितंबर को इस्तीफा देने के बाद अब देश की सत्ता की बागडोर कौन संभालेगा, इस पर सबकी नजरें टिकी हैं. लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP) 4 अक्टूबर को अपने नए अध्यक्ष का चुनाव कर रही है और इस चुनाव के नतीजे सीधे जापान के अगले प्रधानमंत्री का रुख तय करेंगे.

इस ऐतिहासिक मुकाबले में पांच उम्मीदवार हैं, लेकिन असली टक्कर दो प्रमुख उम्मीदवारों पूर्व आर्थिक सुरक्षा मंत्री साने ताकाइची और कृषि मंत्री शिंजिरो कोइजुमी के बीच है. आइए जानते हैं इनके बारे में.

जापान की राजनीति में बड़ा बदलाव

लिबरल डेमोक्रेटिक पार्टी (LDP), जो देश की सबसे सफल राजनीतिक पार्टियों में से एक है, लगभग 1955 से लगातार सत्ता में रही है. इतिहास में केवल दो बार ही जापानी मतदाताओं ने किसी दूसरी पार्टी को सरकार बनाने दिया, लेकिन फिर वे फिर से LDP के पास लौट आए. हालांकि, अब कई घोटालों और बदलती जनादेश की वजह से पार्टी कमजोर होकर अल्पमत सरकार में बदल गई है. प्रधानमंत्री शिगेरु इशिबा ने सिर्फ एक साल में ही पद छोड़ दिया. इस कदम ने पार्टी में नए नेतृत्व की तलाश को शुरू कर दिया है.

साने ताकाइची बन सकती हैं जापान की पहली महिला पीएम

क्योडो न्यूज के सर्वे के मुताबिक, साने ताकाइची जिनकी उम्र 64 साल है, उनको 34.4% वोट का समर्थन मिला है, जो उन्हें इस चुनाव में आगे दिखा रहा है. अगर वे जीतती हैं, तो जापान की यह पहली महिला प्रधानमंत्री होंगी. उनके अभियान का मुख्य फोकस देश की आर्थिक वृद्धि और सुरक्षा पर है. उन्होंने 10 साल में जापान की अर्थव्यवस्था को दोगुना करने की योजना पेश की है, जिसमें उन्नत तकनीक, आधारभूत संरचना और खाद्य उत्पादन में बड़े निवेश शामिल हैं.

अमेरिका से रिश्ते मजबूत करने पर जोर

साथ ही, ताकाइची अमेरिका के साथ व्यापारिक संबंधों को मजबूत करने पर जोर दे रही हैं, और अगर किसी व्यापारिक समझौते में जापान के हितों का उल्लंघन हो, तो उन्हें समीक्षा के लिए तैयार रखा जाएगा. ताकाइची भारत को स्पेशल स्ट्रैटेजिक पार्टनर मानती हैं. क्वाड और इंडो-पैसिफिक में सहयोग बढ़ाने पर भी इनका जोर है.

कोइजुमी जीते तो सबसे युवा पीएम बनेंगे

दूसरी ओर, कृषि मंत्री शिंजिरो कोइजुमी 29.3% वोट के साथ मुख्य प्रतिद्वंदी हैं. अगर कोइजुमी जीतते हैं, तो वे जापान के सबसे युवा प्रधानमंत्री (45 साल) बनेंगे. कोइजुमी का अभियान पार्टी में नई ऊर्जा और युवा नेतृत्व को लेकर चल रहा है. उनकी दूसरी पहचान ये है कि वे पूर्व पीएम जुनिचिरो कोइजुमी के बेटे हैं. युवा तो हैं ही साथ ही मीडिया-फ्रेंडली है. समलैंगिक विवाह, लिंग समानता पर उदार रूख है. भारत को ‘ग्लोबल पार्टनर’ मानते हैं. टेक और पर्यावरण जैसे मुद्दों पर पर भारत से साझेदारी बढ़ाना चाहते हैं.

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