भारत के लिए वीजा नियमों में ढील नहीं देगा ब्रिटेन, PM स्टार्मर ने क्यों कही ये बात?

भारत के लिए वीजा नियमों में ढील नहीं देगा ब्रिटेन, PM स्टार्मर ने क्यों कही ये बात?

ब्रिटेन के प्रधानमंत्री 2 दिन के दौरे पर भारत पहुंच चुके हैं. भारत रवाना होने से स्टार्मर ने कहा किब्रिटेन भारत के लिए वीजा नियमों में ढील नहीं देगा. स्टार्मर ने कहा कि भारतीय प्रोफेशनल्स या स्टूडेंट्स के लिए और वीजा रूट्स खोलने की कोई योजना नहीं है. स्टार्मर ने भारत दौरे पर वीजा एजेंडे में शामिल नहीं है. यह सिर्फ बिजनेस, व्यापार, निवेश, नौकरियों और समृद्धि को यूनाइटेड किंगडम में लाने का मामला है.

स्टार्मर ने कहा कि वीजा व्यापार समझौते में कोई भूमिका नहीं निभाते, भारत के साथ वीजा स्टेटस में कोई बदलाव नहीं हुआ है. जब उनसे पूछा गया कि क्या यूके अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के H-1B वीजा नियमों में बदलाव के बाद टेक्नोलॉजी प्रोफेशनल्स को लुभाने पर विचार कर सकता . इस पर स्टार्मर ने कहा कि हम सबसे बेस्ट प्रतिभाओं को दुनिया भर से लाना चाहते है, ताकि यूके की अर्थव्यवस्था बढ़ सके.

इमिग्रेशन पॉलिसी में सख्ती

हालांकि स्टार्मर ने दोहराया कि भारत के लिए कोई नए वीजा रूट्स खोलने की कोई योजना नहीं है. ब्रिटेन की सत्तारूढ़ लेबर सरकार यूके में इमिग्रेशन की संख्या कम करने की कोशिश कर रही है. पिछले हफ्ते पार्टी कॉन्फ्रेंस ने एक पॉलिसी का ऐलान किया है. जिसके तहत सेटलमेंट स्टेटस पर सख्ती की जाएगी.

स्टार्मर से पूछा गया कि क्या वे रूस से तेल खरीदने के लिए मोदी की आलोचना करेंगे. इस पर स्टार्मर ने कहा कि यूके का ध्यान रूस के शैडो फ्लीट पर है. स्टार्मर ने कहा कि यूके शैडो फ्लीट को पहचानने वाले टॉप देशों में से एक रहा है. शैडो फ्लीट उन अनियंत्रित तेल टैंकरों का समूह है जो रूस से तेल ला रहे हैं. ये टैंकर आम तौर पर नियम-कायदों से बचने के लिए जहाज का नाम, झंडा, या पहचान बदलते रहते हैं ताकि अंतरराष्ट्रीय पाबंदियों या प्रतिबंधों से बचा जा सके.

जुलाई में भारत-UK ट्रेड एग्रीमेंट हुआ था

यूके और भारत के बीच कई सालों की बातचीत के बाद जुलाई में व्यापार समझौता जुलाई में हुआ था. इससे यूके की कारें और व्हिस्की भारत को सस्ती कीमत पर एक्सपोर्ट होंगी और भारतीय कपड़े और आभूषण यूके को सस्ते दामों पर मिलेंगे. इस समझौते में भारतीय कर्मचारियों के लिए 3 साल तक सोशल सिक्योरिटी फीस में छूट भी शामिल है, जो यूके में शॉर्ट-टर्म वीजा पर काम करते हैं. हालांकि यूके की इमिग्रेशन पॉलिसी में कोई बदलाव नहीं हुआ है.

दो दिन के भारत दौरे पर स्टार्मर

स्टार्मर 8 से 9 अक्टूबर तक भारत के आधिकारिक दौरे पर रहेंगे. PM बनने के बाद यह उनकी पहली भारत यात्रा है. इस दौरे का मकसद भारत-ब्रिटेन द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूत करना है. इस दौरे पर दोनों देशों के बीच व्यापार, निवेश और तकनीकी सहयोग जैसे अहम मुद्दों पर बातचीत होगी.

भारत-UK कंप्रेहेंसिव इकोनॉमिक एंड ट्रेड एग्रीमेंट (CETA) पर भी चर्चा होगी, जिसे भारत-यूके फ्री ट्रेड एग्रीमेंट (FTA) भी कहा जाता है. अगर इस समझौते को ब्रिटिश संसद से मंजूरी मिल जाती है तो दोनों देशों के बीच 90% से ज्यादा सामानों पर टैरिफ खत्म हो जाएगा.

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