ओडिशा: नुआपाड़ा उपचुनाव के लिए कांग्रेस उम्मीदवार घोषित, घासीराम माझी को दिया टिकट
कांग्रेस ने ओडिशा के नुआपाड़ा विधानसभा क्षेत्र में होने वाले उपचुनाव के लिए मंगलवार (7 अक्टूबर) को उम्मीदवार के नाम का ऐलान कर दिया. पार्टी ने घासीराम माझी को चुनावी मैदान में उतारा है. इस कदम से कांग्रेस पश्चिमी ओडिशा में अपनी पकड़ फिर से मजबूत करना चाहती है. नुआपाड़ा सीट पर 11 नवंबर को मतदान होगा वहीं नतीजे 14 नवंबर को जारी किए जाएंगे. विधायक राजेंद्र ढोलकिया का 8 सितंबर को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण निधन हो गया था, जिस कारण इस सीट पर उपचुनाव होने जा रहे हैं.
कांग्रेस महासचिव के सी वेणुगोपाल ने मंगलवार को जानकारी दी कि ‘कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने ओडिशा विधानसभा की नुआपाड़ा सीट पर होने वाले उपचुनाव के लिए घासीराम माझी को कांग्रेस उम्मीदवार के रूप में नामित करने को मंजूरी दे दी है’. इस घोषणा के साथ कांग्रेस ने नुआपाड़ा में अपनी प्रचार योजना को तेज कर दिया है, जिसका मकसद खुद को विपक्षी बीजद और इस निर्वाचन क्षेत्र में सत्तारूढ़ बीजेपी की बढ़ती उपस्थिति के एक मजबूत विकल्प के रूप में पेश करना है.
आदिवासी और युवाओं पर नजर
घासीराम माझी को टिकट देना पश्चिमी ओडिशा, खासकर नुआपाड़ा जैसे आदिवासी बहुल जिलों में खोई हुई जमीन वापस पाने की कांग्रेस पार्टी की व्यापक रणनीति का हिस्सा है. अपने जमीनी काम के लिए जाने जाने वाले स्थानीय नेता घासीराम से क्षेत्र के आदिवासी मतदाताओं और युवाओं दोनों को आकर्षित करने की उम्मीद है.
2024 के चुनाव में निर्दलीय लड़े थे माझी
कांग्रेस द्वारा टिकट न दिए जाने के बाद माझी ने 2024 का विधानसभा चुनाव नुआपाड़ा विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर लड़ा था. वह 50,941 वोट हासिल करके दूसरे स्थान पर रहे, जबकि बीजद उम्मीदवार राजेंद्र ढोलकिया ने जीत दर्ज की थी. वहीं
कालाहांडी के पूर्व सांसद बसंत पांडा के बेटे और बीजेपी उम्मीदवार अभिनंदन पांडा 44,814 वोट पाकर तीसरे स्थान पर रहे थे, जबकि कांग्रेस उम्मीदवार एवं ओडिशा प्रदेश कांगेस के तत्कालीन अध्यक्ष शरत पटनायक को महज 15,501 वोट ही मिले थे.
माझी ने 2014 और 2019 में भी इस विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था और क्रमशः तीसरे और दूसरे स्थान पर रहे थे. फिलहाल सत्तारूढ़ बीजेपी और मुख्य विपक्षी दल बीजद ने अभी तक इस सीट पर उपचुनाव के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा नहीं की है.
राजेंद्र ढोलकिया के निधन के बाद खाली हुई सीट
विधायक राजेंद्र ढोलकिया का आठ सितंबर को स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के कारण निधन हो गया था, जिस कारण नुआपाड़ा विधानसभा क्षेत्र में उपचुनाव कराने की जरूरत पड़ी है. ढोलकिया के निधन के बाद 147 सदस्यीय ओडिशा विधानसभा में बीजद विधायकों की संख्या घटकर 50 रह गई है, जबकि बीजेपी के 78, कांग्रेस के 14, माकपा के एक और तीन निर्दलीय विधायक हैं. भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) ने सोमवार (6 अक्टूबर) को उपचुनाव के लिए मतदान कार्यक्रम की घोषणा की थी. जिसके मुताबिक वोटिंग 11 नवंबर को होगी और काउंटिंग 14 नवंबर को होगी.
Curated by DNI Team | Source: https://ift.tt/zLUipMC
Leave a Reply