रोहतास में मंगलवार का दिन ऐतिहासिक रहा। यूएसए के ओहायो से आए दंपती ने यहां संध्या विशिष्ट दत्तक ग्रहण संस्थान (SAA), सासाराम में रह रही एक वर्षीय परित्यक्त बालिका ‘मानवी’ को गोद लिया। यह जिले का पहला अंतरदेशीय दत्तक ग्रहण मामला है, जिसे केंद्रीय दत्तक ग्रहण संसाधन प्राधिकरण (CARA), नई दिल्ली के दिशा-निर्देशों के तहत पूरा किया गया। DM की मौजूदगी में पूरी हुई सारी कानूनी प्रक्रिया दत्तक ग्रहण की सभी औपचारिकताएं जिलाधिकारी उदिता सिंह की उपस्थिति में पूरी की गईं।समाहरणालय स्थित डीएम कार्यालय कक्ष में नए माता-पिता को बच्ची सौंपते हुए डीएम ने उन्हें शुभकामनाएं दीं। डीएम उदिता सिंह ने कहा, हर बच्चे को एक सुरक्षित और प्यारभरा परिवार मिलना चाहिए। यह उसका मौलिक अधिकार भी है, ताकि वह सुरक्षित वातावरण में बढ़ सके।”उन्होंने बाल संरक्षण इकाई को निर्देश दिया कि जरूरतमंद बच्चों के पुनर्वास और भविष्य निर्माण के लिए आगे भी बेहतर प्रयास जारी रखें। मानवी को पाकर खुश दिखा अमेरिकी दंपती यूएसए के दंपती नंदा बलौड और आयरन बलौड बेहद भावुक दिखे। मानवी को गोद लेने के बाद उन्होंने डीएम को ‘थैंक्यू’ कहा और बताया, यह हमारे जीवन का सबसे खूबसूरत एवं यादगार पल है। मानवी हमारे परिवार के लिए ईश्वरीय आशीर्वाद है।” बाल संरक्षण इकाई की पदाधिकारी विनीता कुमारी ने बताया कि अमेरिकन कपल को सभी औपचारिकताओं और सत्यापन के बाद फाइनल एडॉप्शन ऑर्डर दिया गया है।बच्ची का टीकाकरण, स्वास्थ्य और विकास पर विशेष ध्यान देने की सलाह भी दी गई है। ‘मानवी’ के उज्ज्वल भविष्य की कामना एक वर्षीय मानवी का अंतरदेशीय दत्तक ग्रहण आदेश जारी किया गया और उसे विधिवत रूप से उसके दत्तक माता-पिता को सौंपा गया।मौजूद अधिकारी और संस्था से जुड़े कर्मियों ने मानवी के उज्ज्वल भविष्य के लिए शुभकामनाएं दीं।
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