Studying abroad: यूके, जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई करने का है प्लान, तो जानें कैसे मिलता है इन देशों का स्टडी वीजा

Studying abroad: यूके, जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई करने का है प्लान, तो जानें कैसे मिलता है इन देशों का स्टडी वीजा

Student visa Process : विदेश में पढ़ाई करना कई छात्रों का सपना होता है. नए अनुभव, बेहतर करियर और ग्लोबल एक्सपोजर के लिए छात्र यूके, कनाडा, जर्मनी, आयरलैंड और ऑस्ट्रेलिया जैसे देशों में पढ़ाई करना पसंद करते हैं. क्लासरूम तक पहुंचने से पहले सबसे बड़ी चुनौती स्टूडेंट वीजा की होती है. हर देश के वीजा नियम और शर्तें अलग- अलग होते हैं. ऐसे में आइए जानते हैं यूके, जर्मनी और ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई के लिए जाने वाले भारतीय छात्रों को वीजा कैसे मिलता है.

यूनाइटेड किंगडम (UK)

यूके का स्टूडेंट वीजा प्रोसेस ऑनलाइन है और इसे आसान बताया जाता है, लेकिन तैयारी पक्की करनी पड़ती है. छात्र को अपने CAS यानी कंफर्मेशन ऑफ एक्सेप्टेंस फॉर स्टडीज नंबर मिलने के 6 महीने के भीतर आवेदन करना होता है. आमतौर पर तीन हफ्तों में वीजा प्रोसेस हो जाता है. इसके लिए CAS नंबर, पर्याप्त फंड का सबूत, बायोमेट्रिक (फोटो और फिंगरप्रिंट), और इंग्लिश लैंग्वेज टेस्ट होना जरूरी है. वहीं लंदन में पढ़ाई के लिए करीब 158523 रुपए महीना और बाकी जगहों के लिए लगभग 121566 रुपए महीने का इंतजाम दिखाना होता है.

कनाडा

कनाडा में पढ़ाई के लिए स्टडी परमिट जरूरी है. यह वीजा यात्रा से पहले अप्लाई करना पड़ता है. छात्र को लेटर ऑफ एक्सेप्टेंस (LOA) और प्रोविंशियल अटेस्टेशन लेटर (PAL) दिखाना होता है. नए नियम के मुताबिक 1 सितंबर 2025 से छात्रों को CAD 22,895 यानी, लगभग 1456233.73 रुपए (ट्यूशन और ट्रैवल खर्च छोड़कर) दिखाना जरूरी है. आवेदन में स्टेटमेंट ऑफ पर्पस (SOP) भी देनी पड़ती है, जिसमें पढ़ाई और करियर प्लान का जिक्र करना होता है.

आयरलैंड

90 दिन से ज्यादा के कोर्स के लिए आयरलैंड में D वीजा लेना होता है. यह आवेदन AVATS ऑनलाइन सिस्टम से किया जाता है. छात्र को एडमिशन का प्रूफ, फीस जमा करने की रसीद और साल भर के लिए लगभग 1037790 रुपए का फंड दिखाना पड़ता है. कई मामलों में इंटरव्यू भी होता है, जिसमें आपके कोर्स और करियर गोल्स से जुड़े सवाल पूछे जाते हैं. आयरलैंड पहुंचने के बाद तीन महीने से ज्यादा रुकने वाले छात्रों को GNIB में रजिस्ट्रेशन कराना जरूरी है.

जर्मनी

जर्मनी का स्टूडेंट वीजा पाने के लिए सबसे अहम है ब्लॉक्ड अकाउंट. इसमें छात्र को सालभर के खर्च के लिए लगभग 1235385 रुपए जमा करने होते हैं. यूनिवर्सिटी से एडमिशन लेटर, ब्लॉक्ड अकाउंट, हेल्थ इंश्योरेंस और भाषा की जानकारी (जर्मन या इंग्लिश) देनी होती है. यहां हर महीने का खर्च लगभग 102948.77 रुपए दिखाना जरूरी है.

ऑस्ट्रेलिया

ऑस्ट्रेलिया में पढ़ाई के लिए सबक्लास 500 वीजा की जरूरत होती है. यहां नया नियम है जेनुअल स्टूडेंट (GS) रिक्वॉयरमेंट, जिसमें छात्र को अपने बैकग्राउंड और करियर प्लान पर छोटे-छोटे सवालों के जवाब देने होते हैं. यहां सालाना लगभग 1724763.84 रुपए का खर्च दिखाना जरूरी है. इंग्लिश टेस्ट में IELTS 6.0 स्कोर या बराबर की योग्यता चाहिए होती है.

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