बेतिया में सशस्त्र सीमा बल (SSB) की 44वीं वाहिनी ने भारत-नेपाल सीमा पर नरकटियागंज में एक विशेष मानव स्वास्थ्य और पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन किया। एसएसबी के 62वें स्थापना दिवस के अवसर पर आयोजित इस शिविर में भारत और नेपाल के सैकड़ों सीमावर्ती ग्रामीणों ने स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया। यह शिविर एफ समवाय नगरदेही के अंतर्गत सीमा चौकी भंगहा बाजार परिसर में लगाया गया था। इसके आयोजन में रोटरी क्लब बेतिया सेंट्रल का सहयोग रहा। नागरिकों के बीच आपसी विश्वास व सौहार्द को मजबूत करना उद्देश्य शिविर का मुख्य उद्देश्य सीमावर्ती इलाकों में रहने वाले लोगों को बुनियादी स्वास्थ्य सुविधाएं प्रदान करना, स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाना और सुरक्षा बलों तथा नागरिकों के बीच आपसी विश्वास व सौहार्द को मजबूत करना था। भारत और नेपाल के कुल 750 ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच की गई मानव स्वास्थ्य शिविर के दौरान पुरुषों, महिलाओं और युवाओं की जांच की गई। डॉक्टरों की टीम ने सामान्य बीमारियों, मौसमी रोगों, रक्तचाप और शुगर जैसी समस्याओं की जांच कर आवश्यक परामर्श और निःशुल्क दवाइयां दीं। इस शिविर में भारत और नेपाल के कुल 750 ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच की गई। पशुपालकों के पशुओं का भी इलाज किया गया इसी तरह, पशु चिकित्सा शिविर में सीमावर्ती गांवों के पशुपालकों के पशुओं का भी इलाज किया गया। मैनाटांड़ प्रखंड के भ्रमणशील पशु चिकित्सक डॉ. मो. अमानुल्लाह ने 48 पशु स्वामियों के 187 पशुओं की जांच कर उपचार किया और मुफ्त दवाइयां वितरित कीं। मानव स्वास्थ्य शिविर में रोटरी क्लब बेतिया सेंट्रल की ओर से डॉ. प्रमोद तिवारी, डॉ. सत्य प्रकाश, डॉ. प्रीति कुमारी, अपूर्वा सिन्हा, सुभाष चंद्र भारती, डॉ. गुलाबफसा अफजल और डॉ. रिया प्रियालवदा ने अपनी सेवाएं दीं। सीमा क्षेत्र में मानवीय संबंधों को मजबूत करने वाला कदम बताया कार्यक्रम में सिकटा विधानसभा के जदयू विधायक समृद्ध वर्मा, एपीएफ नेपाल के एसपी पूरणचंद भट्ट, 44वीं वाहिनी के कमांडेंट बलवंत सिंह नेगी सहित एसएसबी के अधिकारी, जवान और स्थानीय गणमान्य लोग उपस्थित रहे। वक्ताओं ने एसएसबी की इस पहल को सीमा क्षेत्र में मानवीय संबंधों को मजबूत करने वाला कदम बताया।
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