शनिवार को एक तरफ SGPGI में डॉ.विकास दिव्यकीर्ति वर्क लाइफ बैलेंस पर लेक्चर दे रहे थे। वहीं, दूसरी तरफ न्यूरो सर्जरी विभाग के एक बड़े डॉक्टर के संस्थान छोड़कर कॉरपोरेट हॉस्पिटल जॉइन करने की खबर आई। SGPGI के एपेक्स ट्रामा सेंटर के सीनियर फैकल्टी, एडिशनल प्रोफेसर न्यूरो सर्जन डॉ.कमलेश भैसोड़ा ने रिजाइन कर गोमतीनगर के एक कॉरपोरेट संस्थान को जॉइन कर लिया है। SGPGI छोड़कर जाने वाले ज्यादातर डॉक्टर यहां के बिगड़ते हालात और वर्क लाइफ बैलेंस के ओर इशारा कर रहे, पर संस्थान इसको लेकर पूरी बेफिक्र नजर आता है। वहीं, इस मामले में संस्थान प्रशासन ने फिलहाल चुप्पी साध रखी है। इन कारणों से कह रहे अलविदा SGPGI में काम का दबाव ज्यादा, पैसा कम होने से डॉक्टर संस्थान छोड़ रहे हैं। इसके अलावा संस्थान में अनुभवी डॉक्टर की गिरती साख और प्रशासन के भेदभाव पूर्ण रवैया को लेकर भी कई डॉक्टरों में बहुत आक्रोश है। यही कारण है कि लगातार संस्थान से कई दिग्गज डॉक्टर रिजाइन करके जा चुके है। वहीं, संस्थान से लगातार अनुभवी डॉक्टरों के जाने से मरीजों के इलाज की गुणवत्ता पर असर पड़ रहा है। निजी संस्थान किया जॉइन SGPGI के न्यूरो सर्जन डॉ. कमलेश भैसोड़ा ने करीत तीन माह पहले संस्थान प्रशासन को नौकरी छोड़ने का नोटिस दिया था। संस्थान प्रशासन की मंजूरी के बाद डॉ. कमलेश ने SGPGI छोड़कर निजी अस्पताल में ज्वाइन कर लिया है। उन्होंने निजी अस्पताल में ज्वाइन करने की बात स्वीकार की। KGMU और लोहिया संस्थान के भी लगातार डॉक्टर छोड़कर निजी अस्पतालों में जाकर सेवाएं दे रहे हैं।
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