स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्थापित चिकित्सा सुविधाओं की मदद से शबरिमला तीर्थयात्रा के दौरान हृदयाघात से पीड़ित 81 श्रद्धालुओं की जान बचाई गई। अधिकारियों ने यह जानकारी दी।
अधिकारियों के अनुसार, 24 घंटे संचालित आधुनिक स्वास्थ्य केंद्रों में विशेषज्ञ चिकित्सकों और अन्य चिकित्साकर्मियों की तैनाती से तीर्थयात्रा के दौरान समय पर उपचार संभव हो सका और कई लोगों की जान बचाई गई।
राज्य सरकार द्वारा शनिवार को जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि हृदयाघात के 103 में से 81 मामलों में रोगियों का सफलतापूर्वक इलाज किया गया।
विज्ञप्ति के अनुसार, हृदय गति रुकने (कार्डियक अरेस्ट) के 25 मामलों में समय पर चिकित्सा सहायता से छह लोगों की जान बचाई गई। इसके अलावा, दौरा पड़ने के सभी 44 मामलों का भी सफल इलाज किया गया।
विज्ञप्ति में कहा गया, “जीवनरक्षक उपायों पर विशेष जोर देते हुए स्वास्थ्य विभाग ने तीर्थयात्रा में होने वाले शारीरिक तनाव को ध्यान में रखकर हृदय संबंधी आपात स्थितियों से निपटने की तैयारियों को मजबूत किया है। इसके तहत ‘कार्डियोलॉजी’ इकाइयां स्थापित की गई हैं और ‘स्ट्रेप्टोकाइनेज’ तथा ‘टेनेक्टेप्लेज’ जैसी आवश्यक जीवनरक्षक दवाएं उपलब्ध कराई गई हैं।
https://ift.tt/0rZ6AWN
🔗 Source:
Visit Original Article
📰 Curated by:
DNI News Live

Leave a Reply