Rupee vs Dollar: डॉलर ने दिखा दी असली ताकत, रुपए हुआ तार-तार!
डॉलर ने एक बार फिर जोरदार वापसी की है. इसका असर भारतीय रुपये पर सीधा पड़ा है. मंगलवार को रुपया डॉलर के मुकाबले गिरकर 88.80 के स्तर पर पहुंच गया. ये अब तक का सबसे कमजोर स्तर है. पिछले हफ्ते जो रिकॉर्ड बना था, उसने भी इस बार दम तोड़ दिया. इस गिरावट की सबसे बड़ी वजह मानी जा रही है कि भारत और अमेरिका के बीच इन दिनों कारोबारी तनाव बढ़ता जा रहा है. इस कारण डॉलर की मांग बढ़ी और बाकी देशों की करेंसी के साथ-साथ हमारा रुपया भी लुढ़क गया.
एशिया की करेंसी भी नहीं बच सकीं
रुपये के साथ-साथ बाकी एशियाई देशों की करेंसी पर भी असर पड़ा है. दक्षिण कोरिया, थाईलैंड, इंडोनेशिया, सिंगापुर, चीन और जापान की मुद्राएं भी थोड़ी-बहुत गिरी हैं. इससे साफ है कि केवल भारत ही नहीं, बल्कि पूरे एशिया की अर्थव्यवस्था इस समय दबाव में है.
ट्रंप की नई धमकी से टेंशन का माहौल
इधर, अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फिर से व्यापार को लेकर बड़ा बयान दे डाला. उन्होंने साफ कहा कि जो देश अमेरिका में फर्नीचर नहीं बनाते, उनके सामान पर भारी टैक्स लगाया जाएगा. उन्होंने यह भी कहा कि अमेरिका के बाहर बनी हर फिल्म पर 100% टैक्स लगना चाहिए. ट्रंप का ये बयान सुनकर बाजार और घबरा गया. दुनिया के कई कारोबार अब अमेरिका से दूरी बनाने लगेंगे, और इसका असर भारत पर भी पड़ सकता है.
पिछला हफ्ता भी रहा देश के लिए भारी
बीते हफ्ते की बात करें तो वो भी भारतीय अर्थव्यवस्था के लिए कुछ खास नहीं रहा. ट्रंप ने पहले H-1B वीजा की फीस बढ़ाई, जिससे हमारे IT सेक्टर को झटका लगा. इसके बाद उन्होंने भारत की दवाओं पर टैक्स लगाने का ऐलान कर दिया. इन खबरों के बाद शेयर बाजार टूटा और सेंसेक्स पूरे हफ्ते में 2000 अंकों से ज्यादा गिरा. रुपया भी 88.7175 पर बंद हुआ था, जो उस वक्त तक का सबसे कमजोर स्तर था. अब नया रिकॉर्ड टूट चुका है.
रुपया गिरने से आपकी जेब पर कैसे पड़ेगा असर?
- महंगाई तेज होगी- जब रुपया कमजोर होता है तो विदेश से आने वाला सामान महंगा हो जाता है. इसमें पेट्रोल, डीजल, मोबाइल, लैपटॉप और खाने का तेल जैसे सामान शामिल हैं. महंगा पेट्रोल मतलब महंगा ट्रांसपोर्ट. और जब ट्रांसपोर्ट महंगा होगा तो बाजार में हर चीज की कीमत बढ़ जाएगी.
- यात्रा और माल ढुलाई जेब पर भारी पड़ेगी- भारत बाहर से काफी ईंधन मंगवाता है. जब रुपया गिरता है तो पेट्रोल-डीजल महंगे हो जाते हैं. इसका असर बस, टैक्सी और ट्रक पर पड़ता है. फिर चाहे आप कहीं घूमने जाएं या कोई सामान मंगाएं, हर चीज महंगी हो जाती है.
- विदेशी सामान अब और मुश्किल से मिलेगा- बहुत सी चीजें हम विदेश से खरीदते हैं, जैसे दवाइयां, स्मार्टफोन, सूखे मेवे और कई इलेक्ट्रॉनिक चीजें. रुपया कमजोर हुआ तो इन्हें मंगवाने में ज्यादा पैसे लगेंगे और ये आम लोगों की पहुंच से बाहर हो जाएंगी.
- कर्ज लेना महंगा- सरकार और बड़ी कंपनियां कई बार विदेशों से कर्ज लेती हैं. जब रुपया कमजोर होता है तो वो कर्ज चुकाने में ज्यादा रुपये खर्च होते हैं. इससे सरकार के खर्च बढ़ते हैं और ब्याज दरें बढ़ सकती हैं. इसका असर आपके होम लोन, कार लोन और अन्य लोन की EMI पर पड़ सकता है.
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