बक्सर के अखौरीपुर गोला निवासी राजद नेता अर्जुन यादव की हत्या मामले में बक्सर पुलिस को महत्वपूर्ण कामयाबी मिली है। चौसा पावर प्लांट के समीप 26 मई को हुए इस सनसनीखेज गोलीकांड में मुख्य शूटर निखिल यादव और उसके सहयोगी विक्की उपाध्याय को गिरफ्तार कर लिया गया है। दोनों की निशानदेही पर हत्या में प्रयुक्त हथियार और कारतूस भी पुलिस ने बरामद कर लिए हैं। बताया जाता है कि हत्या की घटना को अंजाम देने के बाद छह आरोपितों को पहले ही गिरफ्तार किया जा चुका था, लेकिन मुख्य शूटर निखिल यादव और उसका साथी विक्की उपाध्याय पुलिस की पकड़ से दूर थे। पुलिस अधीक्षक बक्सर के निर्देश पर गठित स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम (SIT) लगातार इनकी तलाश में जुटी थी। आसूचना संकलन और संभावित ठिकानों पर छापेमारी की कार्रवाई निरंतर जारी थी। 27 नवंबर को SIT को गुप्त सूचना मिली इसी बीच 27 नवंबर को SIT को गुप्त सूचना मिली कि निखिल यादव इलाज कराने बक्सर शहर आया हुआ है। सूचना की पुष्टि होते ही अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी बक्सर समेत विशेष टीम ने तत्काल कार्रवाई करते हुए आईटीआई रोड बक्सर से मुख्य शूटर को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस हिरासत में पूछताछ के दौरान निखिल ने घटना में अपनी संलिप्तता स्वीकार की और जानकारी दी कि हत्या में प्रयुक्त हथियार उसके साथी विक्की उपाध्याय के घर सुकवलिया (थाना इटाढ़ी) में छिपाकर रखे हैं। निखिल की निशानदेही पर टीम ने विक्की के घर पर छापेमारी कर एक देसी कट्टा, एक नाली राइफल, 80 खोखा कारतूस और 6 जिंदा कारतूस बरामद किए। हथियार बरामदगी के बाद इसे लेकर इटाढ़ी थाना कांड संख्या 195/25 भी दर्ज किया गया है। पुलिस ने विक्की उपाध्याय को भी मौके से गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने हत्या की साजिश और निष्पादन में शामिल होने की बात कबूल की है। मुख्य शूटर निखिल यादव का आपराधिक नेटवर्क गाजीपुर जिले के बरेसर और कासीमाबाद थानों में निखिल पर लूट, डकैती, हत्या प्रयास, गिरोहबंदी, NDPS सहित एक दर्जन से अधिक गंभीर अपराध दर्ज हैं। इसके साथ ही बक्सर मुफस्सिल थाना कांड सं. 232/25 में भी वह मुख्य आरोपित है। उसकी गिरफ्तारी को बक्सर पुलिस ने बड़ी उपलब्धि माना है, क्योंकि वह लगातार सीमा पार कर राज्यों के बीच अपराध संचालित कर रहा था। वहीं, विक्की उपाध्याय पर इस हत्या कांड में शामिल रहने के साथ ही आयुध अधिनियम के अंतर्गत कार्रवाई की गई है। प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि वह निखिल को सुरक्षित ठिकाना और हथियार उपलब्ध कराता था। पुलिस टीम की भूमिका इस कार्रवाई में पी.एस.आई. सह प्रभारी सुधीर कुमार, अनुमंडल पुलिस पदाधिकारी सदर गौरव पांडेय, पु.अ.नि. चंदन कुमार, पु.अ.नि. सह थानाध्यक्ष इटाढ़ी सोनू कुमार पासवान समेत सशस्त्र बल के जवान शामिल थे। पुलिस ने कहा कि यह कार्रवाई टीमवर्क और सतत निगरानी का परिणाम है। अन्य फरार आरोपितों की तलाश जारी पुलिस ने स्पष्ट किया है कि इस हत्याकांड से जुड़े अन्य फरार अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए लगातार छापेमारी की जा रही है। जल्द ही पूरे गिरोह को कानून के शिकंजे में लाया जाएगा। पुलिस की इस सफलता से जहां परिजन और स्थानीय लोगों को न्याय की उम्मीद मजबूत हुई है, वहीं कानून-व्यवस्था बनाए रखने को लेकर जनता में सकारात्मक संदेश गया है।
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